Lakshadweep Beauty – रीति-रिवाजों और कला रूपों में खुद को डुबो देते हैं पर्यटक
Lakshadweep Beauty: बुजुर्ग सैलानियों को शांति और अद्वितीय सुंदरता से भरपूर लक्षद्वीप बेहद पसंद है। देश के दक्षिण-पश्चिमी तट पर अरब सागर में बसा यह द्वीप अपनी अनेक खासियत से सैलानियों को मंत्रमुग्ध कर देता है। द्वीपसमूह का वातावरण शांत है। इसके तट के किनारे इत्मीनान से चलने, सूर्यास्त देखने और तटरेखा से टकराने वाली लहरों की चिकित्सीय ध्वनि चिंता का हरण कर लेती है।
इसके शांतिपूर्ण वातावरण में आराम करने, ध्यान करने और हर कोने से घिरे लुभावने दृश्य आनंद से भर देते हैं। द्वीपसमूह का सांस्कृतिक परिवेश समृद्ध है। स्थानीय लोग यात्रियों का दिल खोलकर स्वागत करते हैं। इससे सैलानी उनके साथ सहजता से घुल मिल जाते हैं। पारंपरिक व्यंजन का स्वाद ऐसे जंचता है कि सैलानी इसके रीति-रिवाजों और कला रूपों में खुद को डुबो देते हैं।

जीवंत समुद्री जीवन का अवलोकन
रोमांच प्रेमी बुजुर्ग यात्री जीवंत समुद्री जीवन को देखने उथले लैगून में स्नॉर्केलिंग या भीगे बिना पानी के नीचे की दुनिया को देखने के लिए कांच के नीचे वाली नाव की सवारी करने रीझ जाते हैं। इसके अतिरिक्त द्वीपों के चारों ओर आरामदायक नाव यात्राएं डॉल्फ़िन व समुद्री कछुओं को देखने का मौका सुलभ कराती हैं। लक्षद्वीप प्रदूषण रहित हवा, प्राचीन समुद्र तटों और शांत वातावरण के जाना जाता है। शांत वातावरण मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। इसके समुद्र तट पर घूमना, किनारे पर योग सत्र में शामिल होना या सूरज की रोशनी का आनंद लेना बुजुर्गों को आह्लाद से भर देता है।
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जरूरतें पूरी करने में अधिकारी तत्पर
स्थानीय अधिकारी बुजुर्ग आगंतुकों की जरूरतों को पूरा करने वाले सुलभ रास्तों और सुविधाओं को सुलभ बनाने के लिए प्रतिबद्ध रहते हैं। सीनियर सिटीजन, विशेषकर जो साहसिक यात्रा के शौकीन हैं अप्रैल और मई तक इस द्वीप का आनंद उठा सकते हैं। 29-35 डिग्री सेल्सियस के तापमान के बीच स्नॉर्केलिंग, स्कूबा डाइविंग, तैराकी आदि जैसी साहसिक गतिविधियां पर्यटन रोमांच में तड़का लगाती हैं।

32 वर्ग किलोमीटर नीले पानी में बिखरे रत्न
लक्षद्वीप, अरब सागर में मूंगा द्वीपों का एक मंत्रमुग्ध कर देने वाला समूह, एक ऐसा भूगोल समेटे हुए है जो आत्मा को मंत्रमुग्ध कर देता है। 36 द्वीपों और एटोल को मिलाकर, ये रत्न लगभग 32 वर्ग किलोमीटर नीले पानी में बिखरे हुए हैं। द्वीपसमूह अपने मूंगा एटोल के लिए प्रसिद्ध है, जो अद्वितीय सुंदरता के लैगून को घेरने वाली मूंगा अंगूठी के आकार की चट्टानें हैं। लक्षद्वीप के मूंगा द्वीपों की विशेषता उनके प्राचीन सफेद रेतीले समुद्र तट हैं, जो हरे-भरे नारियल के पेड़ों से घिरे हैं जो उष्णकटिबंधीय हवा में धीरे-धीरे हिलते हैं।
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आकर्षित करती हैं द्वीपों के आसपास की मूंगा चट्टानें
द्वीपों के आसपास की मूंगा चट्टानें लुभावने पानी के नीचे के परिदृश्य में योगदान करती हैं, जिससे लक्षद्वीप स्नॉर्कलर्स और स्कूबा गोताखोरों के लिए स्वर्ग बन जाता है, जो सतह के नीचे जीवंत समुद्री जीवन का पता लगाने के लिए उत्सुक हैं। इन मूंगा प्रवाल द्वीपों से घिरे लैगून स्पष्ट नीले से लेकर सबसे समृद्ध हरे रंग तक के रंगों का बहुरूपदर्शक प्रदर्शन करते हैं। ये उथले, शांत पानी शांत कयाकिंग से लेकर रोमांचक जल क्रीड़ाओं तक विभिन्न जल गतिविधियों के लिए आदर्श हैं।
जो साल भर एक सुखद वातावरण बनाती है। 27 से 32 डिग्री सेल्सियस के तापमान के साथ, पर्यटक ताज़गी भरी समुद्री हवाओं का आनंद लेते हुए सूरज की गर्मी का आनंद ले सकते हैं। उष्णकटिबंधीय जलवायु क्षेत्र की समृद्ध जैव विविधता में भी योगदान देती है, जिसमें इस अद्वितीय पारिस्थितिकी तंत्र में प्रचुर मात्रा में वनस्पति और जीव पनपते हैं।
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