IPL Title Sponsorship: टाटा समूह ने एक बार फिर हासिल की आईपीएल की स्पॉन्सरशिप
IPL Title Sponsorship : टाटा समूह (TATA Group) एक बार फिर से इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का टाइटल स्पॉन्सर बन गया है। अब अगले पांच सालों यानी 2028 तक टाटा समूह ने IPL Title Sponsorship के राइट्स हासिल कर लिए हैं। इन्हे खरीदने के लिए टाटा ग्रुप ने 2500 करोड़ रुपये का भुगतान किया है। इस हिसाब से एक सीजन की कीमत 500 करोड़ रूपए होगी जिसका भुगतान बीसीसीआई क्रिकेट बोर्ड को किया जाएगा। आप की जानकरी बता दें कि पिछले महीने बीसीसीआई ने आईपीली टाइटल राइट्स बेचने के लिए टेंडर जारी किया था।
टाटा ने हासिल किया अगले पांच सालों के लिए राइट्स (IPL Title Sponsorship)
एक महीने पहले बीसीसीआई द्वारा आईपीएल के टाइटल स्पॉन्सरशिप के लिए टेंडर जारी किये गए। जिसके लिए इस बार आदित्य बिरला ग्रुप की तरफ से भी बोली लगाई गयी थी। लेकिन टाटा ग्रुप ने एबीजे ग्रुप की तरफ से लगाई गयी बोली के खिलाफ राइट टू मैच (आरटीएम) कार्ड का इस्तेमाल करते हुए इस स्पॉन्सरशिप के अधिकार को अगले पांच सालों के लिए अपने नाम कर लिया है।
राइट टू मैच (आरटीएम) कार्ड का मतलब है कि टाटा ग्रुप ने आदित्य बिरला ग्रुप की तरफ से लगाई गयी बोली को मैच किया यानि उसके बराबर कीमत देने के लिए सहमति दे दी। और इस डील (IPL Title Sponsorship) को फाइनल कर लिया। टाटा ग्रुप ने इससे पहले दो साल की स्पॉन्सरशिप के लिए कुल 670 करोड़ रुपये में ये अधिकार अपने नाम किये थे।
आईपीएल के मैचों की संख्या में बढ़ोतरी
बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) आईपीएल 2024 के बाद मैचों की संख्या में बढ़ोतरी की जाएगी। वर्तमान में कुल 74 मैच का आयोजन किया जा रहा है जबकि इसके बाद के सभी सीजन यानी 2025 और 2026 में मैचों की संख्या बढ़कर 84 हो जाएगी। इसके अतिरिक्त सीजन 2027 में कहा जा रहा है कि मैचों की संख्या में फिर से बढ़ोतरी के बाद कुल संख्या 97 भी हो सकती है।
चीनी मोबाइल निर्माता कंपनी वीवो को भी किया था रिप्लेस (IPL Title Sponsorship)
टाटा समूह को भारत के सबसे बड़े व्यापारिक समूहों में से एक माना जाता है। बता दें कि इस समूह ने पहले 2022 में चीनी मोबाइल निर्माता कंपनी वीवो को एक स्पांसर के तौर पर रिप्लेस किया था। और अगले दो वर्ष यानी कि 2022 से लेकर 2023 तक के लिए आईपीएल के साथ करार किया था।
Read more: Showing Spirit-Against Australia: उज्बेकिस्तान के खिलाफ दिखाएं दमदार प्रदर्शन
इससे पहले वीवो के पास 2018-2022 तक के लिए आईपीएल स्पोंसरशिप (IPL Title Sponsorship) के अधिकार थे। इन अधिकारों का सौदा तकरीबन 2200 करोड़ रुपये में किया गया था। जिसकी अंतिम वर्ष हेतु एग्जिट वैल्यू 512 करोड़ रूपए निर्धारित थी। बता दें कि ये सौदा कोविड के चलते पांच की जगह छह साल चला। इसे कोविड के दौरान एक वर्ष के लिए रोक दिया गया था।
2020 में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प के बाद वीवो ने ड्रीम 11 के साथ करार किया था जिसके बाद एक वर्ष के ब्रेक के बाद अधिकार ड्रीम-11 को दे दिए थे। वर्ष 2021 में जब वीवो ने एक उपयुक्त कंपनी को अधिकार हस्तांतरित करने का निर्णय किया तब बीसीसीआई की मंजूरी के साथ टाटा समूह ने आईपीएल में प्रवेश किया। और 365 करोड़ रुपये प्रतिवर्ष के योगदान पर सहमत हुए। इसकी सफलता के बाद ही टाटा इस लीग का टाइटल स्पॉन्सर (IPL Title Sponsorship) है।
- Bigg Boss: बेहद चर्चित और विवादित शो बिग बॉस की काली हकीकत - February 17, 2024
- Women Reservation: महिला आरक्षण अच्छा है या बुरा? - February 19, 2024
- जानिए आखिर क्यों Dharmendra की मां हुई उनसे गुस्सा और नौकरों से कहा था- इसे गाली दो। पढ़िए पूरी खबर - January 31, 2024