Shiv Ratan Agarwal – Bikaji Foods : MD दीपक अग्रवाल कहते हैं – कंपनी की देश में 6 मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स हैं
Shiv Ratan Agarwal – Bikaji Foods – शिव रतन अग्रवाल ने अपनी अलग पहचान बनाने के लिये बीकानेर पहुंच गए। यहां उन्होंने ‘शिवदीप फूड्स प्रोड्क्ट्स’ के नाम से भुजिया बनाने का बिजनेस शुरू किया। इसके साथ ही भारतीय स्नैक मार्केट की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक बीकाजी ब्रांड की शुरुआत हुई। शिव रतन अग्रवाल ने केवल 8वीं तक पढ़ाई की है। उन्होंने अपने क्रिएटिव विजन से बीकाजी को एक ब्रांड बनाया।
जब वे अपने बिजनेस की शुरुआत कर रहे थे तो उन्होंने कई देशों की यात्रा की। दरअसल, उस समय तक भुजिया केवल हाथों से ही बनाई जाती थी। किसी ने सोचा भी नहीं था कि इस इंडियन स्नैक को मशीनों से भी बनाया जा सकता है। मगर शिव रतन ने मशीन से भुजिया बनाने का सेट-अप बनाया।

मशीन से भुजिया बनाई
बीकाजी भारत का पहला ऐसा ब्रांड बना जिसने मशीन से भुजिया बनाई। इससे बीकाजी की प्रोडक्टिविटी और क्वालिटी दोनों बढ़ी। बीकाजी के प्रोडक्ट्स की मेकिंग से लेकर पैकिंग तक हर काम मशीन से होने लगा। बीकाजी आज इंटरनेशनल ब्रांड है इसलिए प्रोडक्ट्स में सभी पैरामीटर्स का ध्यान रखा जाता है। बीकाजी की शुरुआत शिवदीप फूड्स प्रोडक्ट्स नाम से हुई थी।
शिव रतन ने यह नाम उनके और बेटे दीपक के नाम पर रखा। शिव रतन चाहते थे कि असली भारतीय टेस्ट को पूरी दुनिया में पहचान मिले। उन्हें लगा कि ब्रांड का नाम ऐसा हो जो सभी को आसानी से याद हो जाए और एक यूनीक पहचान भी दे। 1993 में कंपनी का ब्रांड नेम बीकाजी रखा गया। यह नाम बीकानेर शहर के संस्थापक राव बीका के नाम पर है। बीकानेर शहर का नाम भी राव बीका के नाम पर ही रखा गया था।
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भुजिया में मोठ दाल का इस्तेमाल
बीकाजी की बीकानेरी भुजिया की खासियत है उसमे इस्तेमाल होने वाली मोठ दाल। एक इंटरव्यू में कंपनी के MD दीपक अग्रवाल बताते हैं कि बीकानेरी भुजिया में मोठ दाल का इस्तेमाल होता है। यह दाल राजस्थान के बीकानेर और इसके आसपास के इलाके में ही होती है। भुजिया देशभर में बनाई जाती है, लेकिन इसमें मोठ दाल नहीं होती। इस दाल के इस्तेमाल से भुजिया कुरकुरी बनती है और इसका स्वाद अलग होता है।
बीकाजी ने पिछले कुछ सालों में अपने प्रोडक्ट्स की संख्या में बढ़ोतरी की है। बीकाजी आउटलेट्स ग्राहक को दो-पांच तरह के नहीं बल्कि 24 तरह के भुजिया पेश करते हैं। इसमें ‘ठेठ बीकानेर’ नाम की भुजिया भी शामिल है। बीकानेरी भुजिया, तीन नंबर भुजिया, डंकोळी, खोखा भुजिया शामिल है।

B2C बिजनेस मॉडल पर काम करती है कंपनी
बीकाजी B2C बिजनेस मॉडल पर काम करती है। कंपनी की भारत में कुल छह मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स हैं। इनमें से तीन बीकानेर (राजस्थान), एक गुवाहाटी (असम) और एक तुमकुरु (कर्नाटक) में हैं। बीकाजी फूड्स के ढाई सौ से ज्यादा प्रोडक्ट्स न सिर्फ भारत बल्कि दुनिया के 30 से अधिक देशों में बेचे जाते हैं। सबसे पहले 1994 में संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में बीकाजी भुजिया का एक्सपोर्ट शुरू हुआ। 1996 में ऑस्ट्रेलिया में भी बीकाजी ने एक्सपोर्ट शुरू कर दिया।
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दुनिया भर में पसंद किया जाता है
बीकानेरी भुजिया को सबसे ज्यादा गल्फ देशों में पसंद किया जाता है। इसके अलावा अमेरिका, जर्मनी, स्पेन, फ्रांस, रूस, नेपाल, न्यूजीलैंड, कनाडा, कतर, बहरीन, नॉर्वे में भी कंपनी के स्नैक एक्सपोर्ट किए जाते हैं। 2019 में बीकाजी ने अमिताभ बच्चन को अपना ब्रांड एम्बेसडर बनाया। कंपनी ने अमितजी लव्स बीकाजी की टैग लाइन के साथ अपना एडवर्टाइजमेंट किया। इसमें अमिताभ बच्चन भुजिया खाते नजर आते हैं।
अमिताभ बच्चन को अपना ब्रांड एम्बेसडर बनाने से बीकाजी को काफी फायदा पहुंचा। 1986 में हल्दीराम के पोते शिवरतन अग्रवाल ने बीकाजी की शुरुआत बीकानेर से की थी। आज बीकाजी स्नैक्स बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है। मौजूदा समय में बीकाजी का वैल्यूएशन 21 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा है।