Tata’s Zudio Store : ट्रेंडी, फैशनेबल कपड़े और एक्सेसरीज में दबदबा, 12 दिन में प्रोडक्ट बाजार में हाजिर
Tata’s Zudio Store – कंपनी जूडियो कम दाम में अच्छा प्रोडक्ट बेचती है, मकसद साफ कि देश के ज्यादा से ज्यादा लोग कम खर्च में अच्छी क्वालिटी के कपड़े खरीद सकें। जूडियो के टारगेट कस्टमर यंगस्टर्स और मिडिल क्लास हैं जिन्हें वह ट्रेंडी, फैशनेबल कपड़े और एक्सेसरीज प्रोवाइड करवाता है। कंपनी के पास इन-हाउस डिजाइनिंग टीम है, जो करेंट ट्रेंड और फैशन पर रिसर्च करती है, समझती है और लगभग 12 दिन के अंदर प्रोडक्ट मार्केट में उतार देती है। दरअसल कोई भी बड़ी कंपनी एक ड्रेस को डिजाइन करने के लिए लाखों रुपए खर्च करती है।

फेमस डिजाइनर हायर करती है कंपनी
कई बार फेमस डिजाइनर हायर करती है। फिर सारे खर्च को जोड़कर उस ड्रेस या आउटफिट की प्राइस तय करती है। जूडियो की स्ट्रैटजी इससे अलग है। उसके पास अपनी इन-हाउस फैशन डिजाइनिंग टीम है। जिसमें फैशन इंस्टीट्यूट के बच्चों को काम करने का मौका मिलता है। इसके बाद खुद की डिजाइन तैयार की जाती है। इस वजह से जूडियो की डिजाइनिंग कॉस्ट न के बराबर हो जाती है। वह नए डिजाइन के साथ मार्केट में मौजूद पुराने डिजाइन को भी कॉपी करता है जिससे खर्च और कम हो जाता है। यही नहीं, जूडियो प्रोडक्ट को बल्क में मैन्युफैक्चर करता है।
इससे उसकी पर यूनिट मैन्युफैक्चरिंग कॉस्ट काफी कम आती है, इसलिए आसानी से प्रोडक्ट सस्ते दाम में बेच पाता है। कोई भी बड़ी कंपनी ग्रो करने के लिए एडवर्टाइजमेंट का सहारा लेती है। दुनिया की टॉप कंपनियां एडवर्टाइजमेंट पर अरबों रुपए खर्च करती हैं। टाटा ग्रुप खुद भी कार से लेकर नमक तक का एडवर्टाइजमेंट करता है।

मॉल के सेंट्रल एरिया का चुनाव
जूडियो के लिए उन्होंने अलग तरीका अपनाया है। जूडियो अपने स्टोर के लिए किसी मॉल या कॉम्प्लेक्स के ऐसे सेंट्रल एरिया का चुनाव करता है, जहां लोगों का आना-जाना लगा रहता है। ऐसा करने से न चाहते हुए भी लोगों का ध्यान उसके स्टोर पर जाता है। एक बार कस्टमर स्टोर में एंट्री कर गया, उसे प्रोडक्ट की अच्छी क्वालिटी और कम प्राइस के बारे में पता चल गया तो वह बार-बार वहां जाता है। वह कस्टमर दूसरों को भी इस स्टोर के बारे में बताता रहता है। इससे माउथ-टु-माउथ पब्लिसिटी होती है और जूडियो को एडवर्टाइजमेंट की जरूरत नही पड़ती है। जूडियो की एडवर्टाइजमेंट में इन्फ्लुएंसर और व्लॉगर का बड़ा रोल है।
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इन्फ्लुएंसर और व्लॉगर करते हैं विजिट
इन्फ्लुएंसर और व्लॉगर जूडियो स्टोर पर विजिट करते हैं। वह अपने वीडियो में लेटेस्ट कलेक्शन, प्राइस और अपने पर्सनल रिव्यू लोगों को बताते हैं। जिससे लाखों लोगों को स्टोर के बारे में पता चलता है। इस वजह से भी कस्टमर स्टोर की तरफ अट्रैक्ट होते हैं। जूडियो में कपड़े, जूते, परफ्यूम, हैंडबैग, हाउसहोल्ड फर्नीचर और इलेक्ट्रॉनिक के साथ कॉस्मेटिक्स भी मिलते है। बड़े ब्रांड कस्टमर को अट्रैक्ट करने के लिए डिस्काउंट पॉलिसी का सहारा लेते हैं।
इसमें होता यह है कि साल में लगभग तीन से चार बार सेल लगाई जाती है। जिसमें ईयर एन्डिंग सेल, 15 अगस्त और 26 जनवरी पर ब्रांड स्पेशल ऑफर देते हैं। लोग पूरे साल ब्रांडेड कपड़ों को सस्ते दामों पर खरीदने के लिए इन इवेंट्स का इंतजार करते हैं। चूंकि जूडियो सालभर रिजनेबल प्राइस में ही प्रोडक्ट बेचता है, इसलिए उसे इन तरीकों को अपनाने की जरूरत नहीं पड़ती। इस वजह से उसके कस्टमर को अच्छी डील के लिए इंतजार नहीं करना पड़ता।
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जूडियो का रेवेन्यू 7000 करोड़
जूडियो स्टोर में सस्ते कपड़े होते हैं। जूडियो, भारत का सबसे फेमस फैशन रिटेल चेन है। यह टाटा ग्रुप की कंपनी Trent. Ltd का हिस्सा है, जिसका रेवेन्यू 12,375.11 करोड़ है। इसमें से अकेले जूडियो का रेवेन्यू 7000 करोड़ है। जूडियो अपनी मदर कंपनी ट्रेंट को उसके टोटल रेवेन्यू में एक तिहाई से ज्यादा का योगदान देता है। जो कुछ साल पहले 8% था। जूडियो टाटा ग्रुप की उसी कंपनी ट्रेंट का हिस्सा है, जिसने आज से 26 साल पहले रिटेल चेन ‘वेस्टसाइड’ की शुरुआत की थी। कम समय में ही जूडियो देश का फेवरेट ब्रांड बन गया। इस समय देश के 163 शहरों में इसके 545 स्टोर मौजूद हैं। जूडियो की जिम्मेदारी रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा के पास है। वह चेयरमैन के तौर पर काम कर रहे हैं।