Mudra Yojna – 10 वर्ष में 53 करोड़ से ज्यादा लोन पास
Mudra Yojna: लोन लेने के लिए बड़ी मशक्कत करनी पड़ती है। युवा अपना काम तो शुरू करना चाहते हैं, लेकिन लोन के लिए बैंकों के चक्कर काट-काटकर आधी उम्र बीत जाती है। लेकिन एक ऐसी सरकारी योजना है, जिसके जरिए लोन मिलना बहुत ही आसान है। बीते 10 वर्ष में 53 करोड़ से ज्यादा लोन पास हुए और करीब 33 लाख करोड़ रुपये का गारंटी फ्री लोन दिया गया। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत हर आधे सेकेंड में सरकार एक लोन दे रही है। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना ने पिछले 10 साल में जो बदलाव किए हैं, उन्हें आंकड़ों में मापना बहुत ही मुश्किल है। देश के कोने-कोने चाहे वह गांव हो या शहर, इस लोन का फायदा उठाकर लोगों को तरक्की करते देखा जा सकता है।

50,000 से 20 लाख रुपये तक का लोन
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना को 8 अप्रैल को 10 वर्ष पूरे हो गए हैं। इस दौरान देशभर में 33 लाख करोड़ से ज्यादा कीमत के लोन बांटे गए हैं। खास बात यह रही कि ये लोन पूरी तरह से गारंटी फ्री हैं। पीएमएमवाई योजना के तहत 50,000 से 20 लाख रुपये तक का लोन लिया जा सकता है। मतलब यह नहीं कहा जा सकता कि यह योजना सिर्फ बड़े बिजनेसमैन के लिए ही है। इस योजना का लाभ फूलवाले से लेकर बुनकर तक उठा रहे हैं। कोई सिलाई मशीन लगाकर अपने सपनों को पूरा कर रहा है तो कोई बड़ी मशीनरी लगाकर अपने आसपास दूसरों के लिए भी रोजगार के अवसर पैदा कर रहा है।
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कुल 4 तरह के दिए जा रहे कर्ज
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत कुल 4 तरह के लोन दिए जा रहे हैं। इनमें शिशु, किशोर, तरुण और तरुण प्लस कैटेगरी हैं। शिशु कैटेगरी में अगर आप छोटे स्तर पर काम शुरू करना चाहते हैं तो 50,000 रुपये तक का लोन ले सकते हैं। इसी तरह किशोर में 50,000 से 5 लाख रुपये तक, तरुण में 5 लाख से 10 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है। इसके अलावा एक चौथी कैटेगरी भी है-तरुण प्लस। इस कैटेगरी में 10 लाख से 20 लाख रुपये तक का लोन मिलता है। हालांकि यह सिर्फ उन्हें ही मिलता है, जो पिछला लोन चुका चुके हैं।

देश में स्वरोजगार को बढ़ावा
योजना की शुरुआत पीएम नरेंद्र मोदी ने 8 अप्रैल, 2015 को की थी। इस योजना का उद्देश्य गैर कॉरपोरेट, गैर-कृषि और गैर लघु उद्योग को स्थापित करने के लिए गारंटी मुक्त लोन मुहैया कराना है। इस लोन के जरिए छोटा व्यवसाय शुरू करने वाले लोग भी अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं। इस योजना के जरिए देश में स्वरोजगार को बढ़ावा मिला है। प्रधानमंत्री मोदी ने पीएमएमवाई के 10 साल पूरे होने पर इस योजना के लाभार्थियों से बात की और कहा कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना से देश के युवाओं में उद्यमिता की भावना को बढ़ावा देने में मदद मिली है। अब खुद रोजगार की तलाश में लगे रहने के बजाय उनमें रोजगार देने वाला बनने का आत्मविश्वास जगा है।