Benefits of Curry Leaves: एंटीआक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल तत्वों से भरपूर
Benefits of Curry Leaves: करी पत्ते का सिर्फ फायदा ही फायदा है। इसका सेवन हमारे लिवर को दुरुस्त रखता है। अगर आपको किसी किस्म की लिवर संबंधी परेशानी हो तो नियमित तौरपर करी पत्ते का सेवन करें। इससे लिवर मजबूत हो जाता है। करी पत्ते के अंदर मौजूद विटामिन ए और सी का कम्बीनेशन लिवर को मजबूत बनाता है और उसकी क्षति को दुरुस्त करता है। दिल की बीमरियों में भी करी पत्ता इसलिए फायदेमंद होता है, क्योंकि यह आपके शरीर से बैड कोलेस्ट्रॉल को बाहर कर देता है और बेहतर कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा देता है। अगर आपको खाने पचने की समस्या है तो खाने में करी पत्ता डाल लें, आसानी से पचने लगेगा। शायद इसके ये तमाम गुण हैं जिनके चलते अब दक्षिण भारत की तरह उत्तर भारत में भी करी पत्ता के प्रशंसक काफी बड़ी संख्या में लोग हो चुके हैं और हर गुजरते दिन के साथ बढ़ रहे हैं।

शारीरिक मालिश के लिए फायदेमंद
कुछ खास परिस्थितियों में इसका ज्यादा सेवन सेहत के लिए जरूर हानिकारक हो सकता है। लेकिन अगर जरूरत भर का सेवन किया जाए तो यह कभी भी हानिकारक नहीं होता। जब ज्यादा सेवन से इसके कुछ नुकसान भी होते हैं तो एलर्जी हो सकती है और इसका सेवन खत्म करने से वह दूर हो जाती है। लेकिन हां, एक बात का जरूर ध्यान रखें, किसी ऐसे तेल को बालों में न लगाएं जिसमें लंबे समय तक करी पत्ते पड़े रहे हों या वह तेल करी पते में खौलाया गया हो। यह एक खास किस्म की शारीरिक मालिश के लिए तो फायदेमंद होता ही है, लेकिन बालों में लगाएं तो बाल गिरने लगते हैं। इसी तरह स्तनपान करने वाली और गर्भवती महिलाओं को भी करी पत्ते का ज्यादा और विशेष रूप से सेवन करने से बचना चाहिए। हां, दाल या सब्जी में अगर सामान्यतः करी पत्ता पड़ा है तो उसका कोई नुकसान नहीं हेाता।
स्वाद और सुगंध दीवाने दक्षिण भारतीय
आजकल मुंबई और बंग्लुरु की तरह दिल्ली में भी सब्जी बेंचने वाले, सब्जी के साथ थोड़ा करी पत्ता मुफ्त देने लगे हैं। एक जमाना था जब दिल्ली में महिलाएं यह करी पत्ता नहीं लेती थीं, भले ही कोई मुफ्त ही क्यों दे रहा हो। लेकिन आज ऐसा नहीं है। आज तो यह आलम है कि अगर दुकानदार करी पत्ता न दें तो महिलाएं मांग लेती हैं। यह सिर्फ दिल्ली की ही बात नहीं है, चंडीगढ़, लखनऊ, इलाहाबाद और बनारस में भी अब धड़ल्ले से करी पत्ते का खूब इस्तेमाल होने लगा है। दक्षिण भारत की तरह यहां के लोग हो सकता है इसके स्वाद और इसकी सुगंध के इतने दीवाने न हों, लेकिन इस बात में कोई दो राय नहीं है कि करी पत्ते के प्रशंसक बहुत बड़ी संख्या में हैं।
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जबरदस्त इम्युनिटी बूस्टर
उत्तर भारत में अब करी पत्ता न सिर्फ सब्जी मंडी में खूब सब्जी बेंचने वालों द्वारा दिया जा रहा है या खरीदा जा रहा है बल्कि लोग इसे अपने किचन गार्डेन में भी लगा रहे हैं। शायद कोरोना संक्रमण के बाद इसका महत्व बहुत तेजी से बढ़ा है। क्योंकि अदरक, गुरिच और नींबू की तरह कोरोना संक्रमण के इन दिनों में करी पत्ते को भी जबरदस्त इम्युनिटी बूस्टर के रूप में पहचान मिली है। शायद यही वजह है कि अब पंजाबी करी में भी साउथ इंडियन करी की तरह करी पत्ते का खूब इस्तेमाल हो रहा है।

पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है
करी पत्ता वाकई हेल्थ के नजरिये से फायदों की खदान है। सिर्फ हेल्थ ही नहीं यह खूबसूरती बढ़ाने में भी कमाल की भूमिका निभाता है। इससे पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है। यहां तक कि दस्त भी लगे हों तो भी इसका सेवन फायदेमंद होता है। अगर छाती में कफ जमा हो तो करी पत्ते का काढ़ा या कोई भी सूप जिसमें करी पत्ता खूब पड़ा हो, बहुत फायदेमंद होता है। त्वचा संबंधी कई तरह की परेशानियों से भी यह निजात दिलाता है। क्योंकि करी पत्ते के अंदर एंटीआक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल या एंटीफंगल तत्वों की बहुतायत होती है।
खूबसूरती बढ़ाने में इसकी भूमिका लोगों ने तब खास तौर पर पहचाना था, जब करीना कपूर ने अपने एक इंटरव्यू में अपने बालों की मजबूती और चमक के लिए करी पत्ता को शुक्रिया कहा था। दरअसल करी पत्ते के इस्तेमाल से बालों की सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं। लेकिन जो सबसे महत्वपूर्ण बात है वो यह है कि करी पत्ते का कोई साइड इफेक्ट नहीं हैं।
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