By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
WeStoryWeStoryWeStory
  • हिंदी न्यूज़
  • बिज़नेस
  • टेक्नोलॉजी
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • सेहत
  • एजुकेशन
  • ऑटो
  • खेल
  • फाइनेंस
  • अन्‍य
    • सफलता की कहानी
    • स्टोरीज
    • शख़्सियत
    • उद्यमी (Entrepreneur)
Search
  • Advertise
Copyright © 2023 WeStory.co.in
Reading: Infertility: जीवनशैली से जुड़ी चुनौतियों के कारण उत्पन्न संकट है बांझपन
Share
Notification Show More
Font ResizerAa
WeStoryWeStory
Font ResizerAa
  • हिंदी न्यूज़
  • बिज़नेस
  • टेक्नोलॉजी
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • सेहत
  • एजुकेशन
  • ऑटो
  • खेल
  • फाइनेंस
  • अन्‍य
Search
  • हिंदी न्यूज़
  • बिज़नेस
  • टेक्नोलॉजी
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • सेहत
  • एजुकेशन
  • ऑटो
  • खेल
  • फाइनेंस
  • अन्‍य
    • सफलता की कहानी
    • स्टोरीज
    • शख़्सियत
    • उद्यमी (Entrepreneur)
Have an existing account? Sign In
Follow US
  • Advertise
© 2024 WeStory.co.in. All Rights Reserved.
WeStory > सेहत > Infertility: जीवनशैली से जुड़ी चुनौतियों के कारण उत्पन्न संकट है बांझपन
सेहत

Infertility: जीवनशैली से जुड़ी चुनौतियों के कारण उत्पन्न संकट है बांझपन

Infertility: बांझपन सिर्फ एक स्वास्थ्य समस्या नहीं है, बल्कि जीवनशैली से उत्पन्न एक संकट है और इसकी दर विशेष रूप से निम्न आय वर्ग तथा दूसरी व तीसरी श्रेणी के शहरों में बढ़ रही है, जहां स्वास्थ्य सेवाएं सीमित हैं।

WeStory Editorial Team
Last updated: 2024/10/07 at 10:13 AM
WeStory Editorial Team
Share
5 Min Read
Infertility
Infertility
SHARE

Infertility- गरीबों की प्रजनन क्षमता पर पड़ रहा सबसे अधिक असर

Infertility: बांझपन सिर्फ एक स्वास्थ्य समस्या नहीं है, बल्कि जीवनशैली से उत्पन्न एक संकट है और इसकी दर विशेष रूप से निम्न आय वर्ग तथा दूसरी व तीसरी श्रेणी के शहरों में बढ़ रही है, जहां स्वास्थ्य सेवाएं सीमित हैं। एक शीर्ष आई‍वीएफ विशेषज्ञ ने यह बात कही। भारत में प्रजनन से संबंधित संस्थानों के सबसे बड़े समूह इंदिरा आईवीएफ के संस्थापक व अध्यक्ष डॉ. अजय मुर्डिया ने कहा कि इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) जैसी सहायक प्रजनन तकनीकों में प्रगति से आशाएं जगती हैं, लेकिन यह एक वास्तविकता है कि इससे संवेदनशील वर्ग को भारी नुकसान उठाना पड़ता है। उन्होंने कहा, “बांझपन अब केवल एक स्वास्थ्य समस्या नहीं रह गई है, यह जीवनशैली से जुड़ी चुनौतियों के कारण उत्पन्न संकट है, जिसका सबसे अधिक असर वंचित वर्ग पर पड़ता है। आईवीएफ जैसी उन्नत सुविधाएं भी कई लोगों की पहुंच से बाहर रहेंगी।”

Table of Contents
Infertility- गरीबों की प्रजनन क्षमता पर पड़ रहा सबसे अधिक असरगर्भधारण में बाधाएंआठ में से एक व्यक्ति मोटापे से ग्रस्तपुरुष प्रतिदिन 20 से अधिक सिगरेट पीते हैं
Infertility
Infertility

गर्भधारण में बाधाएं

संवेदनशील समुदायों में जीवनशैली से जुड़े कारकों जैसे मोटापा, खराब आहार, धूम्रपान और दीर्घकालिक तनाव संसाधनों व जागरूकता की कमी के कारण अक्सर बढ़ जाते हैं, जो बांझपन के लिए महत्वपूर्ण कारण माने जा रहे हैं। डॉ. मुर्डिया ने कहा कि ये मुद्दे व्यक्तिगत स्वास्थ्य से कहीं आगे जाते हैं; ये गर्भधारण में बाधाएं पैदा करते हैं, जिनका उन लोगों पर अधिक प्रभाव पड़ता है जिनके पास कम साधन हैं। उन्होंने कहा, “आर्थिक रूप से संवेदनशील वर्गों में जीवनशैली संबंधी विकल्प गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा तक सीमित पहुंच के कारण प्रजनन संकट का एक मुख्य कारक बन रहे हैं। जिन आदतों को हम अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं, खासकर कम समृद्ध क्षेत्रों में, वे अब गर्भधारण करने की क्षमता को प्रभावित कर रही हैं।” इस संकट का दायरा तब स्पष्ट हो जाता है जब मोटापे और प्रजनन क्षमता पर इसके प्रभाव से संबंधित चौंकाने वाले आंकड़ों की समीक्षा की जाती है।

Read more: Workplace Workload: लखनऊ में तनाव के कारण एक बैंक महिलाकर्मी की मौत

Infertility
Infertility

आठ में से एक व्यक्ति मोटापे से ग्रस्त

विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया भर में आठ में से एक व्यक्ति मोटापे से ग्रस्त है। यह एक ऐसी समस्या है जिससे बांझपन का जोखिम नाटकीय रूप से बढ़ जाता है। मोटापे से ग्रस्त महिलाओं में स्वास्थ्य के लिहाज से उचित वजन बनाए रखने वाली महिलाओं की तुलना में बांझपन से जूझने की संभावना तीन गुना अधिक होती है, जबकि पुरुषों के लिए, उनके आदर्श वजन से अतिरिक्त 9 किलोग्राम वजन बढ़ने पर बांझपन का खतरा 10 प्रतिशत बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि ये प्रवृत्तियां अक्सर कम समृद्ध क्षेत्रों में और अधिक बढ़ जाती हैं, जहां स्वास्थ्य देखभाल सहायता और जीवनशैली से जुड़े संस्थान बहुत कम हैं। डॉ. मुर्डिया ने बताया कि धूम्रपान/तम्बाकू चबाना जीवनशैली का एक और हिस्सा है, जिसका प्रजनन स्वास्थ्य पर बड़ा प्रभाव पड़ता है।

Infertility
Infertility

पुरुष प्रतिदिन 20 से अधिक सिगरेट पीते हैं

अध्ययनों से पता चलता है कि धूम्रपान करने वाली महिलाओं में धूम्रपान न करने वालों की तुलना में एक वर्ष में देरी से गर्भधारण की संभावना 54 प्रतिशत अधिक होती है, तथा जो पुरुष प्रतिदिन 20 से अधिक सिगरेट पीते हैं, उनके शुक्राणुओं की सांद्रता में 19 प्रतिशत की गिरावट आती है। उन्होंने कहा कि इससे न केवल प्राकृतिक गर्भाधान की संभावना कम हो जाती है, बल्कि आई‍वीएफ जैसी सहायक प्रजनन तकनीकें भी जटिल हो जाती हैं। ‘अमेरिकन सोसायटी फॉर रिप्रोडक्टिव मेडिसिन’ और ‘नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन’ द्वारा प्रकाशित इन निष्कर्षों में प्रजनन क्षमता पर धूम्रपान के गंभीर प्रभावों का जिक्र है तथा इस समस्या से निपटने के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य रणनीतियों की आवश्यकता पर बल दिया गया है। डॉ. मुर्डिया ने कहा, “द्वितीय और तृतीय श्रेणी के शहरों में देर से विवाह और परिवार नियोजन में देरी से प्रजनन संकट बढ़ता है। हालांकि तकनीक इसमें मदद करती है, लेकिन उम्र के साथ प्रजनन क्षमता में प्राकृतिक गिरावट से ऐसी चुनौतियां पैदा होती हैं, जिनके लिए कई लोग तैयार नहीं होते।”

  • Author
  • Recent Posts
WeStory Editorial Team
WeStory Editorial Team
WeStory.co.in - वीस्टोरी के संपादक टीम आपको अनुभव, सफलता की कहानी, जोश,हिम्मत और बराबरी की कहानी के साथ -साथ ताजा समाचार और अन्य विषय पर भी एजुकेशन, मनोरंजन, टेक्नोलॉजी, ऑटोमोबाइल, बिज़नेस, फाइनेंस, सेहत, लाइफस्टाइल इत्यादि पे आपने लेख पब्लिश करते हैं !
WeStory Editorial Team
Latest posts by WeStory Editorial Team (see all)
  • Content Marketing : भारत में तेजी से बढ़ रहा है कंटेंट मार्केटिंग का क्रेज - January 22, 2025
  • Black Magic Hathras: ‘काले जादू’ के नाम पर 9 वर्ष के बच्चे की बलि - January 18, 2025
  • Digital Marketing: आपके व्यवसाय की सफलता की कुंजी ‘डिजिटल मार्केटिंग’ - January 18, 2025

You Might Also Like

Mark Zuckerberg joins US Army: अमेरिकी सेना के जवान पहनेंगे चश्मे और हेलमेट

Pahalgam Terrorist Attack: नया भारत है, यह रुकता नहीं, झुकता नहीं

Thyrocare Medical laboratory company: थायरोकेयर ने शुरू की पूर्वी भारत में सेवा, उन्नत और किफायती

Intrauterine Insemination or IVF: बार-बार IUI में मिले असफलता तो IVF अपनाएं, मां बनने की खुशियां पाएं

Indian Economy Strong: दुनिया के लिए ‘अनिश्चिततापूर्ण क्षण’ , भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत

TAGGED: breaking news, daily news, Health, HIndi news, Infertility, Lifestyle, News

Sign Up For Daily Newsletter

Be keep up! Get the latest breaking news delivered straight to your inbox.

By signing up, you agree to our Terms of Use and acknowledge the data practices in our Privacy Policy. You may unsubscribe at any time.
Share This Article
Facebook Twitter Copy Link Print
Share
Previous Article UP Rains UP Rains: उत्तर प्रदेश के 450 गांव डूबे, बिहार में गंगा उफनी
Next Article Sharad Pawar Sharad Pawar: आरक्षण पर संवैधानिक संशोधन करे केंद्र सरकार
Leave a comment Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest News

Mark Zuckerberg joins US Army
Mark Zuckerberg joins US Army: अमेरिकी सेना के जवान पहनेंगे चश्मे और हेलमेट
हिंदी न्यूज़ June 11, 2025
Pahalgam Terrorist Attack
Pahalgam Terrorist Attack: नया भारत है, यह रुकता नहीं, झुकता नहीं
हिंदी न्यूज़ June 11, 2025
Ather Electric Scooters
Ather Electric Scooters: एथर रिज़्टा की 1 लाख से अधिक यूनिट्स बिकीं
टेक्नोलॉजी June 11, 2025
Travel insurance
Travel insurance: इंटरनेशनल ट्रिप की प्लानिंग कर रहे हैं? जानिए क्यों ट्रैवल इंश्योरेंस है सबसे अच्छा साथी
फाइनेंस June 11, 2025

Categories

  • अन्‍य
  • उद्यमी (Entrepreneur)
  • एजुकेशन
  • ऑटोमोबाइल
  • खेल
  • टेक्नोलॉजी
  • फाइनेंस
  • बिज़नेस
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • सफलता की कहानी
  • सेहत
  • स्टोरीज
  • हिंदी न्यूज़

About WeStory US

WeStory.co.in एक न्यूज पोर्टल प्रोफेशनल Author,न्यूज़ जर्नलिस्ट और अनुभवी केटेगरी के प्रफेशनल के दुवारा लिखा लेख इन सारे विषय से जैसे की जुकेशन, मनोरंजन, टेक्नोलॉजी, ऑटोमोबाइल, बिज़नेस, फाइनेंस, सेहत एक न्यूज ब्लॉग पब्लिश करते है और आपको जानकारी देके आपको अनभभावी बनाते है !

Recent Posts

  • Mark Zuckerberg joins US Army: अमेरिकी सेना के जवान पहनेंगे चश्मे और हेलमेट
  • Pahalgam Terrorist Attack: नया भारत है, यह रुकता नहीं, झुकता नहीं
  • Ather Electric Scooters: एथर रिज़्टा की 1 लाख से अधिक यूनिट्स बिकीं

Categories

  • अन्‍य
  • उद्यमी (Entrepreneur)
  • एजुकेशन
  • ऑटोमोबाइल
  • खेल
  • टेक्नोलॉजी
  • फाइनेंस
  • बिज़नेस
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • सफलता की कहानी
  • सेहत
  • स्टोरीज
  • हिंदी न्यूज़

Important Links

  • About Us
  • Contact Us
  • Disclaimer
  • Privacy Policy
Follow US
© 2024 Westory. All Rights Reserved.
Join Us!

Subscribe to our newsletter and never miss our latest news, podcasts etc..

Zero spam, Unsubscribe at any time.
Go to mobile version
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?