By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
WeStoryWeStoryWeStory
  • हिंदी न्यूज़
  • बिज़नेस
  • टेक्नोलॉजी
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • सेहत
  • एजुकेशन
  • ऑटो
  • खेल
  • फाइनेंस
  • अन्‍य
    • सफलता की कहानी
    • स्टोरीज
    • शख़्सियत
    • उद्यमी (Entrepreneur)
Search
  • Advertise
Copyright © 2023 WeStory.co.in
Reading: Mental Health: बड़े होकर मेंटल हेल्थ पर भयंकर प्रभाव
Share
Notification Show More
Font ResizerAa
WeStoryWeStory
Font ResizerAa
  • हिंदी न्यूज़
  • बिज़नेस
  • टेक्नोलॉजी
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • सेहत
  • एजुकेशन
  • ऑटो
  • खेल
  • फाइनेंस
  • अन्‍य
Search
  • हिंदी न्यूज़
  • बिज़नेस
  • टेक्नोलॉजी
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • सेहत
  • एजुकेशन
  • ऑटो
  • खेल
  • फाइनेंस
  • अन्‍य
    • सफलता की कहानी
    • स्टोरीज
    • शख़्सियत
    • उद्यमी (Entrepreneur)
Have an existing account? Sign In
Follow US
  • Advertise
© 2024 WeStory.co.in. All Rights Reserved.
WeStory > सेहत > Mental Health: बड़े होकर मेंटल हेल्थ पर भयंकर प्रभाव
सेहत

Mental Health: बड़े होकर मेंटल हेल्थ पर भयंकर प्रभाव

हाल ही में हुए एक अध्ययन में खुलासा हुआ है कि कम आयु में फोन मिलने का अर्थ है, वयस्क होने पर अधिक मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं, विशेषकर आत्महत्या करने के विचार, दूसरों के प्रति अधिक आक्रामक होना और वास्तविकता से कटे होने का एहसास, ‘सामाजिक आत्म’ का पूर्णतः खराब बोध, इस तरह से व्यक्ति खुद को देखता है

WeStory Editorial Team
Last updated: 2024/05/18 at 5:38 PM
WeStory Editorial Team
Share
6 Min Read
Mental Health
Mental Health
SHARE

Mental Health: कम उम्र में स्मार्टफोन की लत खतरनाक

हाल ही में हुए एक अध्ययन में खुलासा हुआ है कि कम आयु में फोन मिलने का अर्थ है, वयस्क होने पर अधिक मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं, विशेषकर आत्महत्या करने के विचार, दूसरों के प्रति अधिक आक्रामक होना और वास्तविकता से कटे होने का एहसास, ‘सामाजिक आत्म’ का पूर्णतः खराब बोध, इस तरह से व्यक्ति खुद को देखता है और दूसरों से रिलेट करता है। इस सर्वे का विचलित करने वाला निष्कर्ष यह है कि बच्चे को जितनी कम उम्र में स्मार्टफोन दिया जायेगा उतनी अधिक आशंका इस बात की रहेगी कि युवा वयस्क होने पर वह मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रस्त हो जायेगा।

Table of Contents
Mental Health: कम उम्र में स्मार्टफोन की लत खतरनाकलड़कियों पर ज्यादा असरकारणों पर रोशनी नहीं डालता अध्ययनदेर से देने में ही भलाई

इसलिए अगर आप यह सोचते हैं कि बच्चे को जल्द स्मार्टफोन या टेबलेट देने से उसे डिजिटल बढ़त मिल जायेगी तो आप अपने इस फैसले के काले पहलू पर भी विचार कर लें। इस अध्ययन के लिए 40 से अधिक देशों से 27,969 युवा वयस्कों का डाटा एकत्र किया गया। इसमें लगभग 4,000 भारत के भी हैं। ये सभी 18 से 24 वर्ष आयु वर्ग के हैं। मूल्यांकन के लिए अनेक लक्षणों व मानसिक क्षमताओं को कवर किया गया और फिर उन्हें जोड़कर मेंटल हेल्थ कोशंट (एमएचक्यू) निकाला गया। फिर इस स्कोर की तुलना उस आयु से की गई जब वालंटियर को पहला स्मार्टफोन या टैबलेट मिला था। युवतियां अधिक प्रभावित प्रतीत हुईं।

Mental Health
Mental Health

लड़कियों पर ज्यादा असर

जिन लड़कियों को 6 वर्ष की आयु में अपना पहला स्मार्टफोन मिला था उनमें से 74 प्रतिशत युवा वयस्क होने पर गंभीर स्वास्थ्य चुनौतियों का अनुभव कर रही थीं। उनका स्कोर एमएचक्यू रेंज के ‘रोगी’ या ‘संघर्षरत’ के भीतर था। जिन्हें स्मार्टफोन 10 व 15 वर्ष की आयु में मिला उनका प्रतिशत क्रमशः 61 व 52 था। जिन्हें 18 वर्ष की आयु में पहली बार स्मार्टफोन मिला उनमें 46 प्रतिशत युवतियां ही मानसिक रूप से रोगी या संघर्षरत थीं। जिन लड़कों को 6 वर्ष की आयु में अपना पहला स्मार्टफोन मिला उनमें से लगभग 42 प्रतिशत युवा वयस्क होने पर मानसिक रूप से रोगी या संघर्षरत के दायरे में आये।

18 वर्ष की आयु में पहला स्मार्टफोन मिलने पर यह प्रतिशत गिरकर 36 रह गया। यह पूर्णतः स्पष्ट नहीं है कि यह जेंडर अंतर किस लिए है? यह संभव है कि महिलाएं जैविक दृष्टि से अधिक सामाजिक परवरिश के लिए बनी हों, इसलिए ज्यादा प्रभावित होती हैं। यह अध्ययन ऐसे समय में आया है जब 2010-2014 में आरंभ हुए इंटरनेट संसार में हर आने वाली युवा पीढ़ी के मानसिक स्वास्थ्य में निरंतर पतन देखने को मिल रहा है। यह बात भारत के लिए विशेष रूप से प्रासंगिक है। पिछले साल मैकअफ़ी ग्लोबल कनेक्टेड फैमिली अध्ययन जारी किया गया था। इसमें बताया गया था कि भारतीय बच्चों (10-14 वर्ष आयु वर्ग) में स्मार्टफोन का प्रयोग 83 प्रतिशत पर है जो कि अंतरराष्ट्रीय औसत 76 प्रतिशत से 7 प्रतिशत अधिक है।

Read more: Medical Emergency in Train: देश की 162 से ज्यादा ट्रेनों में आधुनिक मेडिकल बॉक्स

Mental Health
Mental Health

कारणों पर रोशनी नहीं डालता अध्ययन

सेपियन लैब्स का अध्ययन यह तो बताता है कि कम उम्र में स्मार्टफोन मिलना और युवा वयस्क होने पर मानसिक समस्याओं से जूझने के बीच संबंध है लेकिन वह इसके कारणों पर रोशनी नहीं डालता है। बहरहाल, स्मार्टफोन यूसेज टाइम डाटा से मालूम होता है कि बच्चे रोजाना औसतन 5 से 8 घंटे ऑनलाइन रहते हैं। यानी साल में लगभग 2,950 घंटे। ज़ाहिर है स्मार्टफोन से पहले यह समय किसी न किसी तरह परिवार व दोस्तों के साथ गुज़ारा जाता था।

सामाजिक व्यवहार जटिल होता है और उसे सीखना व प्रैक्टिस करना होता है। इस संदर्भ में फुटबॉल की ही मिसाल लें। 5 साल की उम्र में हर कोई गेंद को किक कर सकता है व दौड़ सकता है लेकिन अच्छा स्किल व स्टैमिना विकसित करने के लिए प्रैक्टिस करनी होती है। बच्चों को सामाजिक प्रैक्टिस नहीं मिल रही है। इसलिए वह सामाजिक संसार में संघर्ष करते हुए दिखायी देते हैं।

Read more: Anorexia Nervosa: खाने का विकार ‘एनोरेक्सिया नर्वोसा’

Mental Health
Mental Health

देर से देने में ही भलाई

इस अध्ययन से पेरेंट्स के लिए यह स्पष्ट संदेश है कि वह अपने बच्चों को जितना अधिक देरी से पहला स्मार्टफोन देंगे उतना ही बेहतर होगा। इसमें कोई दो राय नहीं कि सोशल मीडिया की लत गंभीर मनोवैज्ञानिक नुकसान पहुंचाती है। इससे दैनिक भूमिकाएं व रूटीन भी प्रभावित होती है। बावजूद इसके कि सोशल मीडिया जानकारी का भी अच्छा स्रोत है और सामाजिक रिश्ते बनाने का भी अवसर देता है। समस्या उस समय उत्पन्न होती है

जब इसका इस्तेमाल आयु के मुताबिक नहीं होता है और यह समस्या निरंतर बढ़ती जा रही है। युवा वयस्कों में डिप्रेशन, एंग्जायटी, आत्महत्या करने की इच्छा, दूसरों के प्रति आक्रामक होना आदि में निरंतर वृद्धि हो रही है। इसे नियंत्रित करने का एक ही तरीका है कि बच्चों का स्क्रीन टाइम सीमित किया जाये, उन्हें खेल के मैदान में लाया जाये।

  • Author
  • Recent Posts
WeStory Editorial Team
WeStory Editorial Team
Author at WeStory
WeStory.co.in - वीस्टोरी के संपादक टीम आपको अनुभव, सफलता की कहानी, जोश,हिम्मत और बराबरी की कहानी के साथ -साथ ताजा समाचार और अन्य विषय पर भी एजुकेशन, मनोरंजन, टेक्नोलॉजी, ऑटोमोबाइल, बिज़नेस, फाइनेंस, सेहत, लाइफस्टाइल इत्यादि पे आपने लेख पब्लिश करते हैं !
WeStory Editorial Team
Latest posts by WeStory Editorial Team (see all)
  • Mark Zuckerberg joins US Army: अमेरिकी सेना के जवान पहनेंगे चश्मे और हेलमेट - June 11, 2025
  • Pahalgam Terrorist Attack: नया भारत है, यह रुकता नहीं, झुकता नहीं - June 11, 2025
  • Ather Electric Scooters: एथर रिज़्टा की 1 लाख से अधिक यूनिट्स बिकीं - June 11, 2025

You Might Also Like

Goli Pop Soda: दुनिया भर में धूम मचा रही अनोखी गोली सोडा बोतल

Financial help-Health Insurance: फाइनेंशियल मदद और बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने हेल्थ इंश्योरेंस मददगार

Body Water: शरीर में पानी की मात्रा को नियंत्रित करने का तरीका

Astrology Rashifal: आपकी राशि के अनुसार जानिए कौन से बिजनेस में होगा आपको फायदा

UN’s Peacekeeping Force: शांति सेना पर हमलों की ‘कड़ी निंदा’

TAGGED: Health, Health Alert, Mental Health

Sign Up For Daily Newsletter

Be keep up! Get the latest breaking news delivered straight to your inbox.

By signing up, you agree to our Terms of Use and acknowledge the data practices in our Privacy Policy. You may unsubscribe at any time.
Share This Article
Facebook Twitter Copy Link Print
Share
Previous Article US-Pakistan Relations US-Pakistan Relations: पाकिस्तान के प्रति अमेरिका हुआ नरम
Next Article Tajamul Islam Tajamul Islam: किक बॉक्सिंग की सुपरस्टार तजमुल इस्लाम
Leave a comment Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest News

Mark Zuckerberg joins US Army
Mark Zuckerberg joins US Army: अमेरिकी सेना के जवान पहनेंगे चश्मे और हेलमेट
हिंदी न्यूज़ June 11, 2025
Pahalgam Terrorist Attack
Pahalgam Terrorist Attack: नया भारत है, यह रुकता नहीं, झुकता नहीं
हिंदी न्यूज़ June 11, 2025
Ather Electric Scooters
Ather Electric Scooters: एथर रिज़्टा की 1 लाख से अधिक यूनिट्स बिकीं
टेक्नोलॉजी June 11, 2025
Travel insurance
Travel insurance: इंटरनेशनल ट्रिप की प्लानिंग कर रहे हैं? जानिए क्यों ट्रैवल इंश्योरेंस है सबसे अच्छा साथी
फाइनेंस June 11, 2025

Categories

  • अन्‍य
  • उद्यमी (Entrepreneur)
  • एजुकेशन
  • ऑटोमोबाइल
  • खेल
  • टेक्नोलॉजी
  • फाइनेंस
  • बिज़नेस
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • सफलता की कहानी
  • सेहत
  • स्टोरीज
  • हिंदी न्यूज़

About WeStory US

WeStory.co.in एक न्यूज पोर्टल प्रोफेशनल Author,न्यूज़ जर्नलिस्ट और अनुभवी केटेगरी के प्रफेशनल के दुवारा लिखा लेख इन सारे विषय से जैसे की जुकेशन, मनोरंजन, टेक्नोलॉजी, ऑटोमोबाइल, बिज़नेस, फाइनेंस, सेहत एक न्यूज ब्लॉग पब्लिश करते है और आपको जानकारी देके आपको अनभभावी बनाते है !

Recent Posts

  • Mark Zuckerberg joins US Army: अमेरिकी सेना के जवान पहनेंगे चश्मे और हेलमेट
  • Pahalgam Terrorist Attack: नया भारत है, यह रुकता नहीं, झुकता नहीं
  • Ather Electric Scooters: एथर रिज़्टा की 1 लाख से अधिक यूनिट्स बिकीं

Categories

  • अन्‍य
  • उद्यमी (Entrepreneur)
  • एजुकेशन
  • ऑटोमोबाइल
  • खेल
  • टेक्नोलॉजी
  • फाइनेंस
  • बिज़नेस
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • सफलता की कहानी
  • सेहत
  • स्टोरीज
  • हिंदी न्यूज़

Important Links

  • About Us
  • Contact Us
  • Disclaimer
  • Privacy Policy
Follow US
© 2024 Westory. All Rights Reserved.
Join Us!

Subscribe to our newsletter and never miss our latest news, podcasts etc..

Zero spam, Unsubscribe at any time.
Go to mobile version
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?