Travel Constipation: दिनचर्या में बदलाव से होता है पाचन तंत्र पर असर
Travel Constipation: कई लोग यात्रा के दौरान कब्ज की समस्या से बहुत परेशान रहते हैं। कब्ज की वजह से यात्रा के दौरान उन्हें काफी बेचैनी महसूस होती है और खाने-पीने की भी समस्या होती है। विशेषज्ञों के अनुसार पानी की कम मात्रा के कारण कब्ज की समस्या हो सकती है। इसके अलावा कई लोग ट्रैवल के दौरान कॉफी या शराब का भी सेवन करते है, जिससे शरीर में कैफीन की मात्रा बढ़ सकती है। इससे कब्ज की समस्या और बढ़ सकती है। इसके अलावा कई बार लंबी यात्रा के दौरान अब लंबे समय तक एक जगह पर बैठे रहते हैं। शारीरिक गतिविधियों में कमी के कारण आपका पाचन तंत्र प्रभावित होता है, जिसके कारण कब्ज की समस्या हो सकती है। शरीर एक तय दिनचर्या के दौरान अपना एक साइकल बना लेता है। ऐसे में दिनचर्या में बदलाव के कारण भी पाचन तंत्र और स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। जिसके कारण आपको समय पर भूख नहीं लगती है और पेट में कब्ज बनने लगता है। जंक फूड और ऑयली फूड खाने से भी कब्ज, गैस और अपच की परेशानी हो सकती है।
मूड चिड़चिड़ा रहता है
कब्ज की समस्या से बाउल मूवमेंट सही से नहीं होता है। उल्टी-सीधी चीजों के सेवन से कब्ज की समस्या और बढ़ सकती है। ऐसे में आपका मूड चिड़चिड़ा तो रहेगा ही, पेट फूला-फूला, ब्लोटिंग, अपच, गैस की समस्या से भी आपका मन खराब रहेगा। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए कुछ प्रकृतिक उपाय करने की जरूरत होती है।
कम खाएं – पीएं ज्यादा
यात्रा के दौरान खाना भले कम मात्रा में खाएं लेकिन अधिक मात्रा में पानी जरूर पीएं। इससे आपका शरीर हाईड्रेट रहेगा और कब्ज की समस्या भी नहीं होती है। इसके लिए आप जूस, स्मूदी और जीरा पानी भी पी सकते हैं। हो सके तो थोड़ा गुनगुना पानी पीने की कोशिश करें। इसके अलावा यात्रा के दौरान अपने शरीर की जरूर सुनें। मतलब मस्ती में आप बेतरतीब तरीके से खाना न खाएं। साथ ही अगर आपका मन न हो, तो रात में खाना स्कीप कर सकते है। इससे दिनभर के खाना को अच्छे से पचाने में मदद मिलती है। कब्ज से राहत पाने के लिए आपको बहुत सारा पानी नहीं पीना है, बस जितना जरूरी है, उठी ही पिएं। सुनिश्चित करें कि आप कम से कम 5 गिलास पानी (यदि आप ठंडे स्थान पर यात्रा कर रहे हैं) और 7-8 गिलास (यदि आप गर्म स्थान पर हैं) पिएं। सुबह सबसे पहले या/और सोते समय 1 गिलास गर्म पानी पीने से रोजाना आसानी से मल त्याग करने में मदद मिलती है। अपनी सुबह की शुरुआत ब्रेड या डीप फ्राई की बजाय ग्रीन टी से करें।
हल्के भोजन का सेवन करें
हालांकि यह काफी मुश्किल होता है कि बाहर घुमने के दौरान आप जंक फूड के सेवन से बच सकें लेकिन इसके लिए आप कई उपाय कर सकते है। इसके लिए आप सुबह में कुछ फ्रूट्स खा सकते हैं। साथ ही दिनभर हल्के भोजन का सेवन करें और अधिक पानी पीने की कोशिश करें। सफर में समय पर खाना बेहद जरूरी होता है। हालांकि ये थोड़ा मुश्किल हो सकता है लेकिन अगर आप चाहे तो ऐसा कर सकते है और अपने तय समय पर खाना खा सकते है। इससे कब्ज की समस्या में आराम मिल सकता है।
स्प्राउट, मोटे अनाज और हरी सब्जियां
फाइबर भोजन के पाचन में मदद करता है और आपके पाचन तंत्र को भी सही रखने में मदद करता है। फाइबर के सेवन से आपका पेट और मन तरोताजा रहता है। इसके लिए आप स्प्राउट, मोटे अनाज और हरी सब्जियों से भरपूर चीजों का सेवन करें।
ध्यान लगाएं और गहरी सांस लें
सफर या छुट्टियों का मकसद होता है, खुद को आराम और शांति देना। इसलिए यात्रा को हमेशा तनावपूर्ण होने से बचाने के लिए आपको शांत रहने की जरूरत है। इसके लिए आप शांत में जगह कुछ देर ध्यान और गहरी सांस लेने की कोशिश कर सकते है। इससे पाचन तंत्र की समस्या में काफी आराम मिल सकता है क्योंकि जब आपका मन शांत और खुश होता है, तो शरीर की सभी क्रियाएं बेहतर ढंग से होती है। कब्ज जैसी गंभीर समस्या से छुटकारा पाने के लिए आपको हर सुबह कम से कम 30 मिनट हल्का व्यायाम / योग और प्राणायाम करना चाहिए। हो सके तो रोजाना 5000 कदम चलें।
फल और आयुर्वेदिक दवाएं
केला, पपीता और अन्य पानी वाले फल आपके लिए बेहतर साबित हो सकते हैं हल्का नाश्ता करें। सुनिश्चित करें कि आप नाश्ते में मैदा (सफेद आटा) न खाएं। दोपहर के भोजन में भारी भोजन (रोटी/परांठा, करी, सलाद) लें। यदि उपलब्ध हो तो दोपहर के भोजन के साथ छाछ लें। सुपर लाइट और जल्दी डिनर करें। पुदीना वटी, आंवला कैंडी, हाजमोला और हिंग वटी सबसे अच्छे आयुर्वेदिक पाचन हैं। जब भी आप फूला हुआ/भारी महसूस करें तो इसे चूसें। अपने साथ घी रखें और एक चम्मच घी सुबह या रात को गर्म पानी के साथ लें। कब्ज के लिए हरीतकी जड़ी बूटी भी फायदेमंद है। जब भी आप ट्रैवल पर जा रहे हों और आपको कब्ज की भी समस्या हो तो आप अपने साथ सूखे आलूबुखारा रखना ना भूलें। सूखे आलूबुखारे में भरपूर मात्रा में फाइबर और सोर्बिटोल होते हैं, जो मल को प्राकृतिक रूप से नरम करने के लिए जाने जाते हैं। ये पेट के लिए बेहद हेल्दी साबित हो सकते हैं। बाउल मूवमेंट भी सही रहता है।
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