India Pakistan Tension – भारत से पंगा लेना पड़ा भारी, कंगाल होने की राह पर
India Pakistan Tension: भारत ने पहलगाम अटैक के ठीक 15 दिन बाद पाकिस्तान में आतंकवादियों से अपना बदला ले लिया है। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत द्वारा किए गए सटीक जवाबी एयर स्ट्राइक से दी है। लेकिन भारत ने इससे पहले भी पाकिस्तान के खिलाफ ऐसी रणनीति बनाई कि युद्ध से पहले ही वो कंगाल होता जा रहा है। अब तो हालात ऐसे हैं कि पहले से ही पाई-पाई को मोहताज पाकिस्तान हर रोज सिर्फ अलर्ट रहने और सेना की ताकत दिखाने के लिए अरबों रुपए फूकने पर आज के समय में मजबूर है। भारत -पाकिस्तान के बीच जहां उसे एक के बाद एक आर्थिक चोट लग रही है तो इस समय चीन और दूसरे देश भी पाकिस्तान से दूरी बनाने लगे हैं। ऐसे में अगर युद्ध होता है तो क्या पाकिस्तान इसे झेल पाएगा। भारत ने सिंधु जल समझौता रद्द करने से लेकर ट्रेड क्लोज होने से उस पर पहले ही वाटर स्ट्राइक और फाइनेंशियल स्ट्राइक कर दी है। लेकिन कंगाल पाकिस्तान ने अब अपनी सेफ्टी बढ़ाने के लिए कंगाली में आटा गिला करने वाला काम किया है। वो हर दिन 4 अरब रुपए खर्च कर रहा है।

तेजी से होते जा रहा खाली
इस समय भारत और पाकिस्तान के बीच का तनाव चरम सीमा पर है। इसका साफ असर पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति पर पड़ेगा। हर बात पर परमाणु हमले की धमकी देने वाला कंगाल पाकिस्तान युद्ध से पहले ही तेजी से खाली होते जा रहा है। भारत ने पहलगाम हमले के बाद से ही सख्त एक्शन दिखाते हुए पाकिस्तान को युद्ध से पहले ही थकाने और कंगाल बना देने की रणनीति अपनाई है।
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लंबे समय से कर रहा आर्थिक संकट का सामना
इस रणनीति का असर ये हुआ है कि लंबे समय से आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। पाकिस्तान हर दिन अलर्ट रहने के लिए हर रोज 4 अरब (पाकिस्तानी रुपए) फूंक रहे हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार सीमा पर फौज की तैनाती, विमानों का तेल और सरहद पर समान भेजने पर पाकिस्तान करीब 13 मिलियन डॉलर खर्च करने पर इस समय मजबूर है।पाकिस्तान के सालाना बजट की बात करें तो ये 2।10 लाख करोड़ पाकिस्तानी रुपए के आस-पास है। वहीं जब से भारत -पाकिस्तान के बीच तनाव चल रहा है तब से सिर्फ हाई अलर्ट पर होने वाले खर्च की बात करें तो पाकिस्तान इसपर अनुमानित (11,253 करोड़ पाकिस्तानी रुपए) तक पहुंच सकती है।

सेना पर भारत का खर्च
वहीं, अगर भारत के डिफेंस सेक्टर की बात करें, तो यह पाकिस्तान से कहीं ज्यादा सशक्त है। पिछले साल भारत ने पाकिस्तान के मुकाबले अपने डिफेंस सेक्टर पर लगभग नौ गुना अधिक पैसा खर्च किया है। 2024 में भारत ने डिफेंस पर 86।1 अरब डॉलर खर्च किए, जबकि पाकिस्तान का डिफेंस पर खर्च 10।2 बिलियन डॉलर ही रहा। स्वीडिश थिंक टैंक स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट की डेटा के मुताबिक, अपने देश की सेना को मजबूत बनाने के लिए डिफेंस पर खुलकर खर्च करने के मामले में भारत दुनिया में पांचवें नंबर पर है।