Jharkhand News – बीजेपी में शामिल होने की अटकलें
Jharkhand News: झारखंड में विधानसभा चुनाव की आहट के साथ दल बदल को लेकर कई तरह की चर्चाएं हैं। अटकलें हैं कि पूर्व सीएम चंपई सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा को बड़ा झटका देने जा रहे हैं। चंपई के कुछ अन्य विधायकों के साथ भाजपा में जाने की चर्चा है। शुक्रवार को सियासी गलियारे में चंपई सोरेन व पूर्व विधायक लोबिन हेंब्रम के दिल्ली में होने की खबरें उड़ीं, लेकिन चंपई तब जमशेदपुर में थे। जमशेदपुर में इस संबंध में पूछे गए सवालों पर चंपई ने कहा कि अभी उनका राजनीतिक जीवन बहुत लंबा है। कुछ भी कहना मुश्किल है। उन्होंने ऐसे कई अन्य सवालों को मुस्कुराते हुए टाल दिया। चंपाई के इस बयान के बाद झारखंड की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। चंपई यूसील माइंस में एक मजदूर की मौत के मामले में सीएमडी से मिलने पहुंचे थे।

सवालों को पहले वे टाल गए
लगभग एक घंटे तक सीएमडी और अन्य अधिकारियों से मजदूर के परिजन को नौकरी और मुआवजा देने पर बात हुई। वहां से निकलने के बाद वे जादूगोड़ा स्थित झामुमो कार्यालय पहुंचे। भाजपा में जाने के कयास के सवालों को पहले वे टाल गए। बाद में कहा, अभी भी राजनीतिक जीवन बहुत लंबा है। क्या होगा, कुछ भी कहना मुश्किल है। उनके साथ ही लोबिन हेम्ब्रम के दिल्ली होने के सवाल पर चंपई ने कहा कि देखिए मैं तो आपके सामने हूं। लोबिन पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। भाजपा में शामिल होने के सवाल को स्पष्ट रूप से खारिज नहीं करने के भी कई मायने निकाले जा रहे हैं। वहीं, स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सरायकेला में दिए भाषण में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का नाम नहीं लेने को लेकर भी चर्चा का बाजार गरम है। स्थानीय लोगों के साथ ही झामुमो नेताओं ने भी कहा कि चंपई के भाषण में मुख्यमंत्री हेमंत का नाम नहीं लेना सामान्य बात नहीं हो सकती है।
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घाटशिला या पोटका से चंपाई के बेटे को लड़ाने की तैयारी
राजनीतिक गलियारों में खबर है कि अगर चंपई भाजपा में शामिल होते हैं तो उनके बेटे बाबूलाल सोरेन को घाटशिला या पोटका से विधानसभा चुनावी मैदान में उतारा जा सकता है। वर्तमान में पोटका से संजीव सरदार एवं घाटशिला से रामदास सोरेन विधायक हैं और दोनों ही झामुमो के हैं। झामुमो से निलंबित हो चुके पूर्व विधायक लोबिन हेंब्रम ने भाजपा से जुड़ने के सवाल पर कहा कि इस संबंध में वह जल्द ही फैसला लेंगे। उन्होंने भाजपा के बड़े नेताओं से संपर्क की बात भी कही। उन्होंने कहा कि अब परिवारवाद के खिलाफ मोर्चा खोलने का समय आ गया है। लोबिन ने झामुमो के रुख से नाराज एक अन्य विधायक के भी जल्द पार्टी छोड़ने का दावा किया।

हेमंत से ज्यादा झामुमो पर चंपई का हक: हिमंता
चंपई सोरेन को लेकर अटकलों की वाजिब वजह बताई जा रही है। उन्हें अचानक मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने के बाद कई मौकों पर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने उनकी प्रशंसा की है। चंपई के मुख्यमंत्रित्व कार्यकाल के दौरान भी भाजपा प्रत्यक्ष तौर पर कभी उनके ऊपर हमलावर नहीं रही। झामुमो नेतृत्व पर निशाना साधते हुए झारखंड में भाजपा के चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्व सरमा ने कहा कि चंपई सोरेन ने झामुमो में रहकर शिबू सोरेन के साथ संघर्ष किया। झामुमो पर हेमंत से ज्यादा चंपई का हक है। उनका व्यक्तित्व बड़ा है, उन पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। वह अपना रास्ता चुनने के लिए खुद समर्थ हैं।
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