Sudhanshu Trivedi – भाजपा बोली – हमने धन आवंटन के जरिये कल्याणकारी योजनाओं का दायरा बढ़ाया
Sudhanshu Trivedi: भाजपा ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में लोगों से किए गए वादों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है, जबकि कांग्रेस विश्वसनीयता का संकट खड़ा करने के लिए है। सत्तारूढ़ दल के प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि हम पहले धन सृजन और फिर वितरण में विश्वास करते हैं। कांग्रेस भ्रष्टाचार के सृजन और धन के विनाश के पक्ष में है। अधूरे चुनावी वादों पर भाजपा और कांग्रेस के बीच जारी जुबानी जंग के बीच सत्तारूढ़ दल के प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि पिछले एक दशक में भारतीय अर्थव्यवस्था में वृद्धि हुई है, ऐसे में भाजपा ने पहले धन सृजित किया और फिर इसके आवंटन के जरिये धीरे-धीरे अपनी कल्याणकारी योजनाओं का दायरा बढ़ाया, जिसमें स्वास्थ्य बीमा से लेकर मुफ्त अनाज और किसानों के लिए नकद हस्तांतरण तक शामिल है।

51 करोड़ से अधिक जनधन खाते खोले
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के इस दावे के एक दिन बाद कि “मोदी की गारंटी” लोगों के साथ एक क्रूर मजाक है, भाजपा ने विपक्षी दल पर नये सिरे से निशाना साधा। त्रिवेदी ने खड़गे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने पहले जो बात कही थी, उस पर पर्दा डालने के दबाव में भाजपा पर हमला किया। भाजपा प्रवक्ता ने मोदी के नेतृत्व में राम मंदिर के निर्माण, अनुच्छेद-370 के उन्मूलन, गरीबों के लिए 14 करोड़ से अधिक घरों के निर्माण, 51 करोड़ से अधिक जनधन खाते खोले जाने और आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान के खिलाफ भारत के सख्त रुख का हवाला देते हुए कहा कि उनकी सरकार ने जो कहा, उसे पूरा किया।
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चतुराई से अर्थव्यवस्था को संभाला था
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि वरिष्ठ पदों पर सेवाएं देने वाले कांग्रेस के अनुभवी सदस्य के रूप में खड़गे ने पीवी नरसिम्हा राव और प्रणब मुखर्जी जैसे नेताओं को देखा, जिन्होंने कठिन परिस्थितियों में चतुराई से अर्थव्यवस्था को संभाला था, लेकिन अब राहुल गांधी के प्रभाव के कारण वह पार्टी को शहरी नक्सलियों की गिरफ्त में देख रहे हैं। विभिन्न मुद्दों पर खड़गे के आरोपों को खारिज करते हुए त्रिवेदी ने कहा कि ईपीएफओ के आंकड़ों से पता चलता है कि इसके खाता धारकों की संख्या एक दशक पहले 11 करोड़ के मुकाबले अब 25 करोड़ हो गई है।
उन्होंने गरीबों के लिए घरों के साथ 74 हवाई अड्डों और प्रति दिन 37 किलोमीटर सड़क के निर्माण सहित कई बुनियादी ढांचा कार्यों का हवाला दिया और कहा कि इन सभी गतिविधियों से बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन हुआ। त्रिवेदी ने दावा किया कि भारत अब ऑटो विनिर्माण में तीसरे, जबकि मोबाइल फोन विनिर्माण में दूसरे स्थान पर है और अगर कोई अभी भी देश का विकास नहीं देख सकता है, तो उसकी दृष्टि और दृष्टिकोण में कुछ गंभीर समस्या है।

कर्नाटक शीर्ष पर था
त्रिवेदी ने कहा कि जब कर्नाटक में भाजपा सत्ता में थी, तब यह निवेश आकर्षित करने के मामले में शीर्ष पर था, जबकि कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन के शासन में महाराष्ट्र पिछड़ गया था। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि महाराष्ट्र में उनकी पार्टी के सत्ता में आने और कर्नाटक में कांग्रेस के हाथों हारने के बाद दोनों राज्यों में स्थिति उलट गई है। उन्होंने कहा कि कुछ पार्टियों का दिमाग इतना खाली है कि वे सत्ता में रहते हुए खजाना खाली कर देती हैं।
त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने शासन करने की क्षमता खो दी है। हर घर में एक महिला को सालाना एक लाख रुपये देने के कांग्रेस के वादे से सरकारी खजाने पर 31 लाख करोड़ रुपये का बोझ पड़ता, जबकि इस योजना का पूरा बजट केवल 27 लाख करोड़ रुपये था। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि यह एक ‘पोंजी स्कीम’ की तरह था और एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा हो सकता है, क्योंकि कांग्रेस अराजकता फैलाने में विश्वास करती है।
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धार्मिक संस्थाएं नहीं हैं वक्फ बोर्ड
एक सवाल के जवाब में त्रिवेदी ने वक्फ बोर्ड के बारे में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के दावे का खंडन किया। उन्होंने कहा कि ये धार्मिक संस्थाएं नहीं हैं, बल्कि इनकी स्थापना भूमि प्रबंधन के लिए की गई है। नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता फारूक अब्दुल्ला की इस टिप्पणी पर कि उन्हें सत्ता में आने के बाद राष्ट्र-विरोधी ताकतों से निपटने की जरूरत का एहसास हुआ है, त्रिवेदी ने उम्मीद जताई कि उनके बेटे और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली जम्मू-कश्मीर सरकार आतंकवाद पर लगाम लगाने के प्रयास में केंद्र का सहयोग करेगी।
मोदी ने कहा था कि कांग्रेस लोगों के सामने “बुरी तरह से बेनकाब” हो गई है, क्योंकि पार्टी ने उनसे ऐसे चुनावी वादे किए, जिनके बारे में खुद उसे भी लगता था कि वह उन्हें कभी पूरा नहीं कर पाएगी। प्रधानमंत्री ने यह टिप्पणी खड़गे की उस सलाह के संदर्भ में की थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी की राज्य इकाइयों को केवल वही वादे करने चाहिए, जिन्हें पूरा करना वित्तीय रूप से संभव हो। कांग्रेस अध्यक्ष ने मोदी के हमले पर पलटवार करते हुए प्रधानमंत्री पर झूठ बोलने और छल-कपट करने का आरोप लगाया था। उन्होंने दावा किया था कि भाजपा का मतलब विश्वासघात और जुमला है।
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