The Richest People : हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल में अमेरिका, चीन और जापान से पीछे है भारत
The Richest People – भारत में करीब 87 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति वाले 85,698 लोग रहते हैं। दुनियाभर के कुल अमीरों में इनकी संख्या 3.7% है। हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल (HNI) के मामले में हम केवल अमेरिका, चीन और जापान से पीछे हैं। लिस्ट में टॉप पर अमेरिका में 9,05,413 लोग, चीन में 4,71,634 और जापान में 1,22,119 लोग रहते हैं। इस बात का खुलासा नाइट फ्रैंक की ‘द ग्लोबल वेल्थ रिपोर्ट 2025’ में हुआ है। भारत में 2023 के मुकाबले 2024 में 6% ज्यादा लोग अमीर हुए हैं। 2023 में भारत में 80,686 लोगों की संपत्ति 10 मिलियन डॉलर से ज्यादा थी। 2028 तक 9.4% बढ़ोतरी के साथ इनकी संख्या 93,753 होगी। रिपोर्ट के अनुसार 2024 में भारत में बिलेनियर्स की संख्या में पिछले साल के मुकाबले 12% की बढ़ोतरी हुई है।
2024 में भारत में 191 बिलेनियर्स हैं। 2023 में ये संख्या 165 थी। भारतीय बिलेनियर्स की कुल संपत्ति करीब 82.6 लाख करोड़ रुपए है। इस मामले में भारत दुनिया में तीसरे स्थान पर है। पहले पर अमेरिका और दूसरे नंबर पर चीन है। अमेरिका के बिलेनियर्स की कुल संपत्ति 5.7 ट्रिलियन डॉलर है। जबकि चीन में ये आंकड़ा 1.34 ट्रिलियन डॉलर है। 2024 में दुनिया में अमीरों की संख्या 4.4% से बढ़कर 23,41,378 हो गई है। ये साल 2023 में 22,43,300 थी। महाद्वीपों की बात करें तो एशिया में अमीर 5% बढ़ें हैं। इसके बाद अफ्रीका में 4.7%, ऑस्ट्रेलिया में 3.9%, यूरोप में अमीरों की संख्या में 1.4% की सालाना बढ़ोतरी हुई है।

16.5 लाख से ज्यादा होंगे 8 करोड़ से ज्यादा संपत्ति वाले
कम से कम 8 करोड़ रुपए की निवेश योग्य संपत्ति वाले हाई-नेट-वर्थ (HNI) लोगों की संख्या अभी 8.5 लाख से ज्यादा है। 2027 तक इनके दोगुना यानी 16.5 लाख तक पहुंचने का अनुमान है। दिलचस्प बात यह है कि इनमें से 20% करोड़पति 40 साल से कम उम्र के हैं। 250 करोड़ रुपए से ज्यादा संपत्ति वाले अल्ट्रा-हाई-नेट-वर्थ (UHNI) बीते साल से 6% बढ़कर इस वर्ष 13,600 हो गए। अनुमान है कि 2028 तक ऐसे लोग 50% तक बढ़ जाएंगे, जबकि वैश्विक औसत 30% ही है। चीन में UHNI हर साल सिर्फ 2% बढ़ने का अनुमान है। UHNI के मामले में भारत पूरी दुनिया में छठे और एशिया में तीसरे स्थान पर है। एशिया में हम केवल चीन और जापान से पीछे हैं। युवा उद्यमी, टेक एक्सपर्ट्स और अनुभवी उद्योगपतियों का बेहतरीन मिश्रण इस उपलब्धि की प्रमुख वजहें हैं।

सबसे ज्यादा अमीर टेक्नोलॉजी और स्टार्टअप से जुड़े
भारत में वेल्थ क्रिएशन में तेजी लाने के लिए अलग-अलग सेक्टर जिम्मेदार हैं। इनमें पारंपरिक इंडस्ट्रीज से लेकर टेक स्टार्टअप जैसे उभरते नए सेक्टर शामिल हैं। नई पीढ़ी के सबसे ज्यादा अमीर टेक्नोलॉजी और स्टार्टअप से जुड़े हैं। 30% HNI को टेक्नोलॉजी, फिनटेक और स्टार्टअप के माध्यम से कमाई होती है। इनकी हिस्सेदारी सर्वाधिक है। 21% UHNI मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर से जुड़े हैं। ‘मेक इन इंडिया’ पहल से इन्हें काफी बढ़ावा मिल रहा है। 15% लग्जरी और कमर्शियल रियल एस्टेट से कमाते हैं। इन्हें बढ़ते शहरीकरण का फायदा मिल रहा है। 18% कमाई शेयर बाजार से हो रही है। बीते कुछ वर्षों से इक्विटी में निवेश ने अच्छा रिटर्न दिया है।
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लग्जरी प्रॉपर्टी खरीदने में खर्च करते हैं अमीर
ज्यादातर अमीर देश-विदेश में लग्जरी प्रॉपर्टी खरीदने में खर्च करते हैं। इस साल देश के भीतर लग्जरी मकानों की बिक्री 28% बढ़ी है। 2020 की तुलना में यह 16% ज्यादा है। 14% UHNI के पास दुबई, लंदन, सिंगापुर जैसे देशों में प्रॉपर्टी है। विदेशी प्रॉपर्टी में प्रति व्यक्ति औसत निवेश 12 करोड़ रुपए से ज्यादा है। देश के HNI हर साल 6 करोड़ रुपए से ज्यादा लग्जरी क्रूज और पर्सनलाइज्ड टूर पर खर्च करते हैं। कर्टियर पाटेक फिलिप्स जैसे ब्रांड की लग्जरी वॉचेज और ज्वेलरी की डिमांड के मामले में भारत दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा मार्केट है।