Uttrakhand Police App: पुलिस वेरिफिकेशन और ई-FIR की सुविध
Uttrakhand Police App: उत्तराखंड पुलिस ने ‘उत्तराखंड पुलिस एप’ लांच किया है जो अपराधियों पर नकेल कसेगा और आम जनता को सुरक्षा की गारंटी देगा। इस एप के जरिये उत्तराखंड पुलिस खुद को टेक्नोलॉजी फेंडली बना रही है। पुलिस का दावा है कि यह देश का पहला एप है, जिस पर घर बैठे शिकायत दर्ज की जा सकती है। इस एप के जरिये साइबर ठगी, चोरी, नशा तस्करी, मोबाइल खोने, लड़ाई-झगड़ा, शांति भंग व अन्य आपराधिक गतिविधियों की शिकायत की जा सकती है। साथ ही इसमें पुलिस वेरिफिकेशन और ई-एफआईआर की सुविधा भी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्मार्ट पुलिसिंग विजन के तहत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर उत्तराखंड पुलिस एप की शुरुआत की गई, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। सभी जिलों के एसएसपी और एसपी को निर्देशित किया गया है कि एप पर आने वाली हर शिकायत को गंभीरता से लेते हुए उनका तत्काल निस्तारण करें।
पीड़ितों को घर बैठे मिलेगा न्याय
‘उत्तराखंड पुलिस एप’ के जरिये पीड़ितों को घर बैठे न्याय मिलता है और उन्हें थाने के चक्कर नहीं काटने पड़ते हैं। इस एप पर न सिर्फ घर बैठे शिकायत दर्ज की जा सकती है, बल्कि आसानी से जांच की प्रगति का पता भी लगाया जा सकता है। एप में महिला सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा गया है। इस एप में महिला सुरक्षा का विशेष ध्यान रखते हुए गौरा शक्ति का विकल्प दिया गया है, जहां घरेलू उत्पीड़न, मारपीट, छेड़खानी की शिकायत करने के साथ ही महिलाएं सुरक्षा व मदद मांग सकती हैं। शिकायत की जांच किस अधिकारी के पास है और उसके मोबाइल नंबर की जानकारी भी एप पर ही मिल जाती है। साथ में शिकायत की प्रगति भी देखी जा सकती है। एप पर अब तक 786 महिलाएं शिकायत दर्ज करा चुकी हैं, जिनमें 769 का समाधान कर दिया गया है और शेष 17 विचाराधीन हैं।
सबसे ज्यादा शिकायतें साइबर ठगी की आई
पुलिस विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, इस एप को अब तक 1,24,019 महिलाओं समेत 2,82,784 लोग डाउनलोड कर चुके हैं। दिसंबर 2023 तक एप पर कुल 8,243 लिखित शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 7,453 पर कार्रवाई की गई और 207 विचाराधीन हैं। सबसे ज्यादा 5,030 शिकायतें साइबर ठगी की आई हैं, जिनमें से 4,823 को निस्तारित किया जा चुका है। इसके अलावा 95,067 लोगों ने आपात स्थिति में सहायता मांगी।
ओवरलोडिंग, तेज रफ्तार पर कार्रवाई
वर्तमान में यातायात नियमों का पालन कराना पुलिस के लिए चुनौती साबित हो रहा है। ऐसे में उत्तराखंड पुलिस एप में आमजन को यातायात नियमों का पालन नहीं करने वालों पर ‘कार्रवाई’ की शक्ति दी गई है। इसके तहत एप पर ओवरलोडिंग, तेज रफ्तार व गलत साइड में वाहन चलाने, नो पार्किंग में वाहन खड़ा करने समेत यातायात नियमों के उल्लंघन से जुड़ी अन्य शिकायतें दर्ज कराने का विकल्प दिया गया है। वर्ष 2023 में पुलिस को एप पर यातायात नियमों के उल्लंघन की 97,474 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनके सत्यापन के बाद 30,857 मामलों में चालान किया गया।
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महिलाओं के लिए गौरा शक्ति एप
इसके पहले उत्तराखंड पुलिस ने गौरा शक्ति एप भी लांच किया था। महिला सुरक्षा एवं सशक्तीकरण के दृष्टिगत सरकारी एवं गैरसरकारी कार्यालयों में कामकाजी महिलाओं को इस एप में रजिस्ट्रेशन के लिए प्रेरित किया गया था। गौरा शक्ति के तहत प्राप्त होने वाली शिकायतों पर संबंधित थानों से त्वरित कारवाई की जाती है। इस एप में रजिस्ट्रेशन करने वाली सभी महिलाओं की रजिस्ट्रेशन से संबंधित जानकारी को गोपनीय रखा जाता है। इसके लिए प्रत्येक जनपद में एक महिला सब इंस्पेक्टर एवं थानों में एक महिला सब इंस्पेक्टर एवं एक महिला कांस्टेबल तैनात की गई है। गौरा शक्ति के अन्तर्गत स्व रजिस्ट्रेशन के अतिरिक्त महिलाएं ई-शिकायत भी दर्ज करा सकती हैं, साथ ही इसमें महिलाओं के कानूनी अधिकारों की जानकारी और महत्वपूर्ण फोन नम्बर भी उपलब्ध हैं।
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