Vadodara Boat Tragedy: CM ने जांच के दिए आदेश, DM से मांगी 10 दिनों में रिपोर्ट
गुजरात के वडोदरा में एक झील में नाव पलटने से 12 स्कूली बच्चे और 2 टीचरों की मौत हो गई। हादसे के बाद गुजरात के सीएम मौके पर पहुंचे और उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए। मुख्यमंत्री ने डीएम से 10 दिनों में हादसे की रिपोर्ट मांगी है। इस बीच 5 लोगों के खिलाफ FIR भी दर्ज की गई है। मुख्य आरोपी समेत 2 लोग गिरफ्तार किए गए हैं और बाकी 3 आरोपियों को पकड़ने के लिए 9 टीमों का गठन किया गया है।
लाइफ जैकेट नहीं पहनाई गई
वडोदरा के एक प्राइवेट स्कूल के बच्चे हिरणी झील में पिकनिक मनाने गए थे। बोट में एक के बाद एक करीब 35 लोग सवार हुए। किसी को भी लाइफ जैकेट नहीं पहनाई गई और बोट झील की तरफ निकल पड़ी। इस बोट में 27 स्कूली बच्चे और उनके टीचर भी सवार थे। बोट में सवार बच्चों और उनके टीचरों ने ख्वाब में भी नहीं सोचा होगा कि ये पिकनिक उनके लिए जानलेवा साबित होगी। शाम के करीब पौने पांच बज रहे थे। बोट क्षमता से अधिक लोगों का बोझ नहीं झेल पाई और अचानक झील के गहरे हिस्से पर जाकर पलट गई। मौके पर चीख-पुकार मच गई। बोट में सवार बच्चे और बाकी लोग सहायता की गुहार लगाने लगे। आनन-फानन में पुलिस-प्रशासन को इसकी जानकारी दी गई। लेकिन जब तक रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची, कई बच्चे डूब चुके थे।
दोषियों को पकड़ने टीम गठित
गुजरात के गृह राज्य मंत्री सांघवी ने कहा, “नौका पलटने की घटना में 12 छात्रों और दो शिक्षकों की मौत हो गई। कुल 18 छात्रों और दो शिक्षकों को बचाया गया। हमें पता चला है कि नौका पर केवल 10 छात्र ही लाइफ जैकेट पहने हुए थे जो साबित करता है कि इसमें आयोजकों की गलती थी।” उन्होंने बताया कि अन्य दोषियों को पकड़ने के लिए टीम गठित की गई है। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने घटनास्थल का दौरा किया। अधिकारियों ने बताया था कि नौका में 27 लोग सवार थे, जिनमें 23 छात्र और चार शिक्षक शामिल थे। राज्य के गृह विभाग द्वारा जारी एक अधिसूचना में कहा गया है कि कलेक्टर को उन कारणों और परिस्थितियों की विस्तृत जांच करने का निर्देश दिया गया है जिसकी वजह से यह त्रासदी हुई। यह भी जांच करने निर्देश दिया गया कि क्या ठेकेदार या किसी अधिकारी की ओर से कोई लापरवाही हुई थी और ऐसी घटनाओं से भविष्य में कैसे बचा जा सकता है।
मोदी ने जताया दुख, मुआवजे का ऐलान
रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ तो 12 बच्चों को नहीं बचाया जा सका। दो टीचरों की भी जान चली गई। वहीं कई बच्चों और लोगों को रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। जैसे ही हादसे की खबर फैली हड़कंप मच गया। पीएम मोदी ने हादसे पर दुख जताया और मृतकों के परिजनों के लिए तुरंत मुआवजे का ऐलान किया। प्रत्येक मृतक के परिजनों को PMNRF से 2 लाख रुपये दिए जाएंगे, वहीं घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे। गुजरात सरकार ने भी सहायता राशि का ऐलान किया है। गुजरात सरकार ने मृतकों के परिजनों को 4 लाख और घायलों को 50 हजार रुपये सहायता देने की घोषणा की है।
Read more: Lalu Yadav Is Giving Feast: अब राबड़ी आवास में चूड़ा दही भोज
2 लोग गिरफ्तार, 5 पर केस दर्ज
गुजरात के मुख्यमंत्री भी हादसे वाली जगह पर पहुंचे और जांच कर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद पांच लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर दो लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया गया। अब सवाल ये कि हादसा हुआ कैसे हुआ? किसकी लापरवाही से बच्चों की जान गई? स्कूल की गलती थी या बोट ऑपरेट करने वाली कंपनी की। इन सवालों का जवाब फिलहाल किसी के पास नहीं है। हालांकि अधिकारी बता रहे हैं कि बच्चों की संख्या ज्यादा थी। साथ ही सुरक्षा के उपाय भी नहीं थे। न मौके पर गोताखोर थे और न ही लाइफ जैकेट। ऐसे में ये हादसा कई सवाल खड़े करता है। सबसे बड़ा सवाल ये कि क्या बोट ऑपरेटर ने पहली बार लापरवाही की? अगर नहीं तो प्रशासन क्या कर रहा था। सुरक्षा के मुक्कमल उपाय क्यों नहीं थे। लेकिन इन सबसे बड़ा सवाल ये कि स्कूल प्रशासन ने बिना सुरक्षा उपायों की जांच किए बच्चों को पिकनिक पर क्यों भेजा?
- Rupinder Kaur, Organic Farming: फार्मिंग में लाखों कमा रही पंजाब की महिला - March 7, 2025
- Umang Shridhar Designs: ग्रामीण महिलाओं को बनाया आत्मनिर्भर, 2500 महिलाओं को दी ट्रेनिंग - March 7, 2025
- Medha Tadpatrikar and Shirish Phadtare : इको फ्रेंडली स्टार्टअप से सालाना 2 करोड़ का बिजनेस - March 6, 2025