Pausha Putrada Ekadashi 2024: इस तरह से पुत्रदा एकादशी करने से होगी सारी मनोकामनाएं पूरी
Pausha Putrada Ekadashi 2024: गणना के अनुसार पौष पुत्रदा एकादशी इस साल भारवर्ष में 21 जनवरी, रविवार को मनाई जाएग। इसका शुभ मुहर्त 20 जनवरी को शाम के 07 बजकर 26 मिनट पर शुरू होगा और इसका समापन 21 जनवरी को शाम 07 बजकर 26 मिनट पर हो जायेगा। सभी साधक 21 जनवरी को एकादशी का व्रत रख सकेंगे। वहीं, 22 जनवरी को इस व्रत का पारण किया जायेग। जिसका का पारण समय सुबह के 07 बजकर 14 मिनट से 09 बजकर 21 मिनट तक रहेगा।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पुत्रदा एकादशी पर एक बहुत ही पर दुर्लभ ब्रह्म योग बन रहा है। इस योग में भगवान विष्णु की पूजा करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति हो सकेगी। यह योग 21 जनवरी को सुबह 09 बजकर 48 से शुरू होगा और 22 जनवरी को सुबह 08 बजकर 47 मिनट तक रहेगा।
पुत्रदा एकादशी प्रति वर्ष 2 बार आती है पहली पौष माह में तथा दूसरी बार सावन माह में। इस वर्ष पौष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी 21 जनवरी 2024 को मनाई जाएगी। यह दिन भगवान विष्णु को समर्पित होता हैं इसलिए इस दिन पूरी श्रद्धा से माँ लक्ष्मी तथा भगवान विष्णु की पूजा -अर्चना की जाती है और व्रत भी रखा जाता हैं। इस व्रत को मुख्यता विवाहित तथा निसंतान जोड़े रखते हैं। जो भी जातक इस व्रत को पूरी श्रद्धा भाव से रखता हैं,उन्हें व्रत के प्रभाव से सुयोग्य पुत्र की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही भगवन उनकी हर मनोकामना को भी पूरा करते हैं और उनके सभी रुके हुए कार्य पूर्ण करते हैं।
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पूजा विधी
इस दिन जातक को सूर्य उदय से पूर्व उठ कर स्नान इत्यादि कर के अपने पूजा स्थल को भी स्वछ करना चाहिए । इसके बाद अपने इष्ट देवता का स्मरण करके व्रत रखने का संकल्प करना चाहिए। भगवन के सामने घी का दीपक जलाये तथा भगवान को फल इत्यादि अर्पित करे। इसके बाद अपनी संतान संबंधित समस्या के समाधान के लिए भगवान से प्रार्थना कर। दिन भर व्रत से संबंधित सभी नियमो का पालन पूरी श्रद्धा के साथ करे।
मन तथा अपने आचरण में पूरी पवित्रता बनाए रखें, क्रोध आदि से दूर रहें, अधिक से अधिक भगवान का स्मरण करे। इस दिन दान -पुण्य भी अवश्य करे। पारण समय पर सात्विक भोजन बनाये और भगवान को अर्पित करने के बाद किसी योग्य मनुष्य को भोजन करवाए तथा उसे दान दक्षिणा देकर संतुष्ट करे। अब माँ लक्ष्मी तथा भगवन विष्णु का ध्यान करते हुए अपना व्रत खोले। इस तरह से पुरे विधी-विधान तथा पवित्रता से व्रत करने से आप को अवश्य ही मनवांछित फल की प्राप्ति होती हैं।
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