Skill Development: 2030 तक भारत में 31 करोड़ नौजवान ग्रेजुएट होंगे
Skill Development: क्या आपको पता हैसाल 2030 तक भारत में 31 करोड़ नौजवान ग्रेजुएट हो चुके होंगे लेकिन इनमें महज 47 फीसदी ही ऐसे होंगे जो किसी विशेष स्किल में पारंगत होंगे। वरना ज्यादातर युवा महज ग्रेजुएट होंगे। और उनके लिए बाजार में किसी तरह की नौकरी नहीं होगी।। वैसे यह अचानक से पैदा होने वाली कोई समस्या नहीं है। आज की तारीख में देखें तो देश में बीए करने वाले करीब 60 फीसदी युवक किसी भी किस्म की कुशलता से रहित हैं। खास करके ग्रामीण क्षेत्र के ज्यादातर युवक महज सीधी सपाट डिग्री भर हासिल कर लेते हैं। ध्यान रहे अब महज डिग्री से नौकरियां नहीं मिलने वाली किसी न किसी क्षेत्र विशेष में आपको पारंगत होना ही पड़ेगा। वर्ष 2030 या इसके बाद दुनिया में करीब 95 फीसदी नौकरियां विशुद्ध रूप से किसी न किसी कुशलता पर आधारित होंगी। यहां तक कि office के peon की job के साथ भी कोई न कोई कुशलता या स्किल अनिवार्य रूप से जोड़ दिया जाएगा। जैसे उन्हें कम्प्यूटर पर काम करना आता होगा, ड्राइविंग आती होगी या office के तमाम महत्वपूर्ण devices को चलाने, उनकी देखरेख करने और नियंत्रित करने की उनमें कुशलता होगी।

बायोडाटा का वजन डिग्री से न बढ़ाएं
इसलिए यह एक बड़ी चेतावनी है कि क्या आप महज बायोडाटा का वजन बढ़ाने के लिए डिग्री हासिल कर रहे हैं? अगर ऐसा है तो तुरंत संभल जाइये। और कोई न कोई एक क्षेत्र विशेष की कुशलता जरूर हासिल कर लीजिए। वैसे यह अकेले भारत की समस्या नहीं है दक्षिण एशिया के सभी सार्क देशों भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान, नेपाल, श्रीलंका, भूटान आदि की भी समस्या है। एक रिपोर्ट के मुताबिक 2030 में सिर्फ भारत ही नहीं दक्षिण एशिया के बाकी देशों की भी कुशलता की दृष्टि से स्थिति कोई बहुत अच्छी नहीं होगी।। पाकिस्तान के करीब 6.5 करोड़ युवाओं में महज 40 फीसदी ही स्नातक किसी न किसी कौशल से प्रशिक्षित होंगे।

सबसे ज्यादा अकुशल युवा स्नातक पाकिस्तान में
वहीं बांग्लादेश के करीब 3.78 करोड़ स्नातक युवकों में से 55 फीसदी, नेपाल के 71 लाख स्नातक युवकों में 46 फीसदी, श्रीलंका के 38 लाख स्नातकों में से 68 फीसदी, भूटान के 2 लाख स्नातकों में 81 फीसदी और मालद्वीप के 90 हजार स्नातकों में 46 फीसदी युवा, कौशल विकास से सम्पन्न होंगे यानी इनके पास कोई न कोई स्किल होगी जो इन्हें नौकरी दिलायेगी इस तरह देखा जाए तो दक्षिण एशिया में साल 2030 में सबसे ज्यादा अकुशल युवा स्नातक पाकिस्तान में होंगे। इसके बाद नेपाल और मालद्वीप में होंगे। भारत इस मामले में चौथे नंबर पर होगा भारतीय उपमहाद्वीप में कुशल स्नातकों के मामले में पहले नंबर पर भूटान, दूसरे नंबर पर श्रीलंका और तीसरे नंबर बांग्लादेश होगा।
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कुशलता में पारंगत होना जरूरी
अगर आने वाले दिनों में आप बेरोजगारी के दलदल में डूबना नहीं चाहते तो किसी न किसी कुशलता में पारंगत हो जाइए वरना बेरोजगारी का जो आलम आज है, आज से करीब आधे दशक बाद और बुरा हाल होगा लेकिन तब नौकरियों की कमी नहीं होगी। सिर्फ समस्या यह होगी कि आप नौकरी के लायक नहीं होंगे। आपको जानकारी देना जरूरी है किदेश में एक चलन बना हुआ है कि नौकरी पाने के बाद ज्यादातर लोग skill सीखते हैं लेकिन यह ढर्रा आगे नहीं चलेगा।आने वाले दिनों में यह बिल्कुल बदल जायेगा। आपको जानकर हैरानी होगी कि 90 के दशक तक देश में ज्यादातर electrician और plumber प्रशिक्षित होकर इस काम में नहीं आते थे बल्कि कोई भी व्यक्ति किसी electrician या plumber के साथ मजदूर के तौर पर जुड़ जाता था और उसी की देखादेखी। जो वह कुछ सीख पाता था, उसी की बदौलत आगे चलकर वह भी उस क्षेत्र का विशेषज्ञ हो जाता था लेकिन इसका नुकसान यह होता है कि व्यवस्थित रूप से प्रशिक्षण न पाये लोग किसी भी क्षेत्र में जब काम करते हुए सीखते हैं तो लंबे समय तक वह काम करने के दौरान बहुत नुकसान करते हैं।। यह सिलसिला अब पूरी तरह से खत्म होने की तरफ आगे बढ़ रहा है।

मिस फिट साबित होंगे
आने वाले वक्त की अर्थव्यवस्था में ऐसे लोग बिल्कुल मिस फिट साबित होंगे जिनके पास किसी किस्म की कोई कुशलता या उस अर्थव्यवस्था में योगदान देने लायक ज्ञान और तकनीकी जानकारी नहीं होगी, वर्तमान में भारतीय मां-बाप के लिए एक बड़ी चुनौती है कि वे अपने बच्चों को भले 10वीं या 12वीं तक ही पढ़ाएं लेकिन उन्हें एक क्षेत्र विशेष का प्रशिक्षण जरूर दिलवायें उनकी रुचि के किसी क्षेत्र में आगे जाने और बढ़ने के लिए व्यवस्थित जानकारी और समझ होनी जरूरी होगी। बिना इसके रोजगार की दुनिया में आने वाले समय में प्रवेश तक मुश्किल होगा। इसलिए भविष्य का सबसे बड़ा धन तकनीकी विशेषज्ञता होगी। आपके पास भले बहुत ऊंचे दर्जे की डिग्रियां न हों लेकिन आपके पास किसी क्षेत्र विशेष की तकनीकी जानकारी और समझ होना बहुत जरूरी है। कौशल विकास आने वाले दिनों में करिअर के लिए बहुत अनिवार्य शर्त होगी।
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