
Footballer Pele: घर के फटे-पुराने कपड़ों की गेंद बनाकर खेला करते थे
Footballer Pele: दुनिया के बेस्ट फुटबॉल खिलाड़ी ही नहीं बल्कि फ़ुटबाल के जादूगर माने गए एडसन अरांटिस डो नैसिमेंटो केबीई उर्फ पेले ने अपने करियर के 1366 मैचों में कुल 1281 गोल किए। उनका गोल औसत 0.94 प्रति मैच था, जिसे फुटबॉल जगत में जादुई माना जाता है। वह दुनिया के एकमात्र फुटबाल खिलाड़ी थे, जिन्होंने 3 बार वर्ल्ड कप जीता।
उन्हें बहुत से नामों से सम्बोधित किया जाता था मसलन-फुटबाल का जादूगर, फुटबाल का पर्याय, काला हीरा, फुटबाल की आत्मा। पेले का जन्म 23 अक्टूबर 1940 को ट्रेस कोराकोस, ब्राजील में एक फ्लुमिनेंस फुटबॉल खिलाड़ी डोन्डीन्हो और डोना सेलेस्टी अरांटिस के पुत्र के रूप में हुआ था। पेले के जैसा महान फुटबाल खिलाड़ी अब तक दुनिया में कोई दूसरा नहीं हुआ और शायद कभी होगा भी नहीं।
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मालगाड़ी से मूंगफली का बोरा उड़ाया
बचपन में पेले के घर में गरीबी का आलम यह था कि 11 साल की उम्र तक उन्हें चमड़े की बाल पैर से लगाने को नहीं मिली। वह घर के फटे-पुराने कपड़ों की गेंद बनाकर गलियों में नंगे पैर फुटबाल खेला करते थे। उन्हें पहली बार चमड़े की गेंद को छूने का मौका तब मिला जब चैथी कक्षा में स्कूल की फीस न दे पाने के कारण उन्हें स्कूल से निकाल दिया गया।
स्कूल जाने से वंचित पेले ने एक दिन एक मालगाड़ी से मूंगफली का बोरा उड़ाया और उसे बेचकर चमड़े की बाल खरीदी। उन्होंने 10 रुपये महीने में एक मोची के यहां काम भी किया। लेकिन किस्मत का चमत्कार कि जब वह महज 11 साल के थे, प्रसिद्ध फुटबाल प्रशिक्षक वाल्दीमार दो ब्रितो की नजर उन पर पड़ गयी और इसके बाद सब कुछ इतिहास है। वाल्दीमार ने उन्हें काला हीरा बना दिया।
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1958 को खेला पहला विश्वकप
पेले मात्र 16 साल की आयु में अपने देश की राष्ट्रीय टीम के सदस्य बने और शीघ्र ही सफलताओं के शिखर पर पहुंच गए। वह फुटबाल विश्वकप में आज भी सबसे कम उम्र में गोल दागने वाले खिलाड़ी हैं। 19 जून 1958 को अपना पहला विश्वकप खेलते हुए पेले ने स्वीडन के ग्वेथेनबर्ग में वेल्स के विरुद्ध यह कारनामा किया।
पेले ने अपने खेल जीवन में 1363 मैचों में 1279 गोल किए तथा बाद में दो गोल और अतिथि खिलाड़ी के रूप में खेलते हुए किए। यह अब तक के किसी भी खिलाड़ी द्वारा पूरे कॅरिअर में किए गए सर्वाधिक गोल हैं। पेले के खेल जीवन का सर्वश्रेष्ठ वर्ष 1959 था जब उन्होंने एक साल में 126 गोल किए। 19 नवंबर 1969 में उन्होंने अपना 1000वां गोल किया, जब वे अपना 909वां प्रथम श्रेणी मैच खेल रहे थे। उनका यह 1000वां गोल पेनल्टी कॉर्नर के जरिए आया, जब वह अपने क्लब सांतोस के लिए खेल रहे थे। पेले के नेतृत्व में ब्राजील ने फुटबाल में कई उल्लेखनीय सफलताएं प्राप्त कीं।
देशप्रेम का उत्तम उदाहरण प्रस्तुत किया
पेले विश्व के सबसे चहेते खिलाड़ी माने जाते हैं। अपने खेल जीवन के चरम पर पेले ने इटली और अल्जीरिया द्वारा दी जा रही भारी प्रलोभन राशि को ठुकरा कर देशप्रेम का उत्तम उदाहरण प्रस्तुत किया। उनके सम्मान में डाक टिकट भी छापे गए और 1970 की विश्व कप प्रतियोगिता में उन्हे स्वर्णपदक से भी सम्मानित किया गया। मार्शल टीटो ने भी उन्हें सम्मानित किया था। 18 जुलाई, 1971 को रियो डी जेनेरो के मारकाना स्टेडियम में 2 लाख लोगों की उपस्थिति में यूगोस्लाविया के विरूद्ध खेलते हुये पेले ने खेल जगत से संन्यास ले लिया।

82 वर्ष की आयु में निधन
1961 में तत्कालीन राष्ट्रपति जैनियो क्वॉड्रोस ने ऐलान किया था कि पेले एक राष्ट्रीय संपत्ति हैं और उन्हें एक्सपोर्ट नहीं किया जा सकता। हालांकि 1975 में पेले एक विदेशी क्लब का हिस्सा बने, उन्होंन न्यूयॉर्क कॉसमॉस नाम की टीम के लिए खेला। लेकिन राष्ट्रीय टीम से संन्यास के बाद। 1966 में पेले ने रोजमेरी डोस के साथ विवाह किया।
पेले ने फुटबाल से संन्यास ले कर अपना ध्यान फिल्मों एवं व्यवसाय की ओर लगा दिया था। फिर भी पेले हमेशा जाने फुटबाल के लिए ही जायेंगे। उन्होंने जिस अद्वितीय खेल कौशल का प्रदर्शन किया, वह सदैव ‘फुटबाल’ के खेल का पर्याय बना रहेगा। 29 दिसंबर 2022 को फुटबॉल लीजेंड पेले का 82 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वह कैंसर से जूझ रहे थे और ब्राजील के एक अस्पताल में भर्ती थे।