Mahendra Singh Dhoni: छोटे शहरों की प्रतिभाओं के हीरो हैं धोनी
आजादी के बाद से अब तक भारत में सैकड़ों खिलाड़ी क्रिकेट खेल चुके हैं लेकिन कुछ ही खिलाड़ी ऐसे हैं जिनके उल्लेख के बिना भारतीय क्रिकेट का इतिहास नहीं लिखा जा सकता। महेंद्र सिंह धोनी उन गिने-चुने खिलाड़ियों में शामिल हैं जिनके बिना भारत ही नहीं बल्कि विश्व क्रिकेट का भी इतिहास नहीं लिखा जा सकता।
धोनी के साथ क्रिकेट और कामयाबी की दर्जनों कहानियां जुड़ी हैं। उनकी वजह से क्रिकेट में दर्जनों नये मुहावरे चलन में आये हैं। हालांकि कोई कितना ही बड़ा खिलाड़ी क्यों न हो अंततः किसी न किसी दिन तो उसे मैदान को अलविदा कहना ही पड़ता है। पिछले साल करीब 42 साल के माही ने हर तरह के क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। पिछले आईपीएल सीजन को देखें तो भले ही माही के बल्ले से पुराने अंदाज में धुआंधार रन नहीं निकल रहे थे लेकिन उनके खेल में एक खास किस्म की चमक और वरिष्ठता झलकती थी। वह मैदान में सिर्फ अपने खिलाड़ियों को ही लीड करते नजर नहीं आ रहे थे।
पिछले साल सनराइजर्स हैदराबाद के जब आधा दर्जन से ज्यादा खिलाड़ियों ने उन्हें घेरकर कुछ टिप्स मांगी तो उन्होंने वरिष्ठ संरक्षक की भांति बहुत प्यार से अपनी ही टीम से हारे खिलाड़ियों को जीतने की टिप्स दी। आईपीएल के 16वें सीजन के दौरान अक्सर कमेंट्री बॉक्स से लेकर अखबारों के खेल पन्नों तक में उनके संन्यास पर कयासों का दौर चलता रहा है जिसमें खुद माही ने आगे बढ़कर पुष्टि कर दी है कि यह उनका आखिरी आईपीएल है। उन्होंने यह भी स्वीकार करने में झिझक नहीं दिखाई कि वह अब बूढ़े हो गए हैं।
भारतीय क्रिकेट के तौर-तरीके बदला
कहा जा रहा है कि धोनी संन्यास लेने के बाद भी चेन्नई सुपरकिंग्स से बतौर उसके मेंटॉर जुड़े रहेंगे। सीएसके फ्रेंचाइज के मालिक एम श्रीनिवास और धोनी के बीच अच्छे संबंध के बारे में हर कोई जानता है। अगर पिछले 2 सीजन आईपीएल के यहीं भारत में हुए होते तो शायद वह इसके पहले ही संन्यास ले लेते क्योंकि माही हमेशा से अपने फैंस के बीच ही आईपीएल को अलविदा कहने की बात करते रहे हैं। क्रिकेट में ‘बाई चांस’ आने वाले महेंद्र सिंह धोनी ने न सिर्फ व्यक्तिगत रूप से बहुत बड़ी-बड़ी कामयाबियां हासिल की हैं बल्कि उन्होंने भारतीय क्रिकेट के तौर-तरीके को ही बदलकर रख दिया है। 1981 में रांची में जन्मे महेंद्र सिंह धोनी के बाद ही हिंदुस्तान के छोटे-छोटे शहरों से क्रिकेट की बड़ी-बड़ी प्रतिभाएं बाहर आयीं। जाहिर है धोनी उनके हीरो रहे।
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भारत के सबसे कामयाब कप्तान
साल 1995 से 1998 तक कमांडो क्रिकेट क्लब से जुड़ने वाले धोनी इसके पहले फुटबॉल खेला करते थे। एक दिन उनके कोच ने क्रिकेट टीम के विकेट कीपर के न होने पर उन्हें उनकी मदद के लिए भेजा था लेकिन इसके पहले कभी क्रिकेट न खेलने वाले धोनी ने इस मैच में कुछ ऐसा प्रदर्शन किया कि उन्हें देखने वाले दंग रह गए। तभी उनके फुटबॉल कोच ने यह तय किया कि उन्हें फुटबॉल की बजाय क्रिकेट खेलना चाहिए।
साल 2004 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने वाले धोनी ने अपनी स्टाइल, अपने आत्मविश्वास और अपनी कप्तानी की बदौलत पारंपरिक क्रिकेट की परिभाषा बदल दी। पहले टी-20 विश्व कप 2007 में, फिर एकदिवसीय विश्व कप 2011 में और चैंपियंस ट्रॉफी 2013 में जीतने वाले महेंद्र सिंह धोनी भारत के सबसे कामयाब कप्तान हैं। उन्होंने भारत के लिए आईसीसी की तीनों सबसे बड़ी ट्रॉफियां जीती हैं।
कई रिकॉर्ड उनके नाम
जहां तक उनके व्यक्तिगत रिकॉर्ड का सवाल है तो 90 टेस्ट मैच खेलने वाले धोनी ने टेस्ट क्रिकेट में 38.09 के औसत से 4876 रन बनाये हैं। इसमें 6 सेंचुरी और 33 हॉफ सेंचुरी शामिल हैं। टेस्ट क्रिकेट में उनका हाई स्कोर 224 रन है। एकदिवसीय क्रिकेट में धोनी ने 10773 रन, 350 मैचों में 84 बार नाबाद रहते हुए बनाए हैं। एक दिवसीय क्रिकेट में उनका हाईएस्ट स्कोर 183 रन है और एवरेज 50।57 है। अंतरराष्ट्रीय टी-20 की बात करें तो धोनी 98 मैच खेले हैं जिनमें 1617 रन बनाये हैं। एक पारी में उनके अधिकतम 56 रन हैं और 126।13 के स्ट्राइक रेट से 2 हॉफ सेंचुरी लगायी है।
अगर आईपीएल की बात करें तो 24 अप्रैल, 2023 तक उन्होंने 238 आईपीएल मैच खेले थे जिनकी 210 पारियों में 83 बार नाटआउट रहते हुए 5030 रन बनाये हैं। आईपीएल में उनका हाईएस्ट स्कोर 84 रन है। स्ट्राइक रेट की बात करें तो उन्होंने 136.1 की स्ट्राइक रेट से रन बनाये हैं। उनके रनों में 374 चैके और 235 छक्के शामिल हैं। कुल मिलाकर देखा जाए तो धोनी ने भरपूर क्रिकेट खेली है और कोई ऐसा फॉर्मेट नहीं है, कोई ऐसा क्षेत्र नहीं है जहां इतिहास न रचा हो।
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इसलिए जब वह मैदान में नहीं होंगे तब भी उनके रिकॉर्ड, उनके कारनामे, क्रिकेट और क्रिकेटरों को हमेशा प्रभावित करते रहेंगे। धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से तो 15 अगस्त, 2020 को ही संन्यास ले लिया था लेकिन वह आईपीएल में लगातार खेल रहे। 3 साल को छोड़ दें तो वह चेन्नई सुपर किंग्स के लगातार कप्तान भी रहे हैं। अब तक उन्होंने अपनी टीम को 4 बार (2010, 2011, 2018 और 2021) आईपीएल की ट्रॉफी भी जितवायी।
स्टाइलिश लुक ने ढाया कहर
हाल ही में धोनी के नाम से इंस्टाग्राम पर बने फैन पेज पर उनकी तस्वीरें शेयर हुई हैं। इनमें धोनी 70-80 दशक के एक्टर की तरह स्टाइलिश लुक में दिख रहे हैं। लंबे बाल में धोनी का यह स्टाइल बेहतर लग रहा है। उन्होंने लाइट ब्लू कलर की शर्ट, ब्राउन कलर की हाफ जैकेट और ग्रे कलर का पैंट पहना है। धोनी लाइट बीयर्ड लुक में काफी हैंडसम हंक कूल ड्यूड लग रहे। धोनी हाल में फैमिली के साथ गोवा में चिल करते दिखे थे।
धोनी ने जब इंटरनेशनल क्रिकेट में भारतीय टीम से डेब्यू किया था, तब उनके लंबे बाल थे। उस वक्त भी इनके लुक की काफी चर्चा हुई थी। फिर टी-20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद धोनी ने अपने बाल पूरी तरह से कटवा दिए थे। उस बाल्ड लुक को लेकर भी वह सुर्खियों में आए थे। अब पिछले कुछ महीनों से धोनी ने फिर लंबे बाल रखे हुए हैं।
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