Yorker Ball: ब्रह्मास्त्र की तरह इस्तेमाल करता है गेंदबाज
क्रिकेट में किसी गेंदबाज द्वारा फेंकी गई सबसे खतरनाक बॉल यॉर्कर मानी जाती है। बड़े बड़े दिग्गज बल्लेबाज भी यॉर्कर बॉल से घबराते हैं। इसीलिए हर गेंदबाज इसे आमतौर पर अपने ब्रह्मास्त्र की तरह इस्तेमाल करता है। कम से कम आईपीएल के मौजूदा सत्र में तो यही देखने को मिल रहा है। इन दिनों यार्कर बाल की इसीलिये हर तरफ खूब चर्चा हो रही है। आईपीएल के मौजूदा सत्र में वाइड यॉर्कर बॉल का खूब इस्तेमाल हो रहा है। यह पारंपरिक यार्कर बाल से थोड़ी भिन्न होती है। यार्कर बाल एक फुललैंथ पर फेंकी गई बॉल होती है, जो बल्लेबाज के जूतों और बैट के बीच के गैप में डाली जाती है। अगर बॉल वाकई यहां पर पड़ती है तो उसे पर्फेक्ट यॉर्कर बॉल कहते हैं, जिसे खेलना बड़े बड़े बैट्समैन के लिए भी मुश्किल होता है।
बल्लेबाज का स्टंप बिखेर देती है
अधिकतर बार यह बॉल बल्लेबाज का स्टंप बिखेर देती है, लेकिन ऐसा भी होता है कि कई बार यह यॉर्कर बॉल सही से पिच नहीं होती और बल्लेबाज इसमें आसानी से चैका या छक्का मार देता है। तब तो यह यॉर्कर बॉल बहुत ही आम हो जाती है,जब कोई बल्लेबाज उसे जमीन में गिरने के पहले ही हवा से हवा में भेज देता है। हाल के सालों में गेंदबाज शायद अपने इस यॉर्कर ब्रह्मास्त्र पर इसलिए भी ज्यादा डिपेंड हो गए हैं क्योंकि क्रिकेट के जो शार्ट फार्मेट हैं, खासकर टी-20 वह बल्लेबाजों के अनुकूल बनाया गया है। ऐसे में बैटर्स को आउट करने के लिए नये-नये तरीके गेंदबाजों को ही ढूंढ़ने पड़ते हैं।

आईपीएल-टी-20 में वाइड यॉर्कर का बढ़ता इस्तेमाल इसी बात का सबूत है। इन पंक्तियों के लिखे जाने तक आईपीएल का सफर अभी आधा ही हुआ था, लेकिन इसमें पिछली बार जितनी वाइड यॉर्कर गेंदें डाली गई थीं, उससे ज्यादा डाली जा चुकी हैं। इससे पता चलता है कि किस तरह से गेंदबाज बल्लेबाजों पर काबू पाने के लिए यॉर्कर गेंदों पर निर्भर हो गए हैं। यॉर्कर गेंद चाहे तेज गेंदबाज ने फेंकी हो या मीडियम पेसर ने या फिर किसी स्पिनर ने,यह सबकी खतरनाक होती है।
आउट होने से बचाना काफी मुश्किल
अगर यह सही जगह पर गिरती है तो बल्लेबाज को अपने आपके लिए आउट होने से बचाना काफी मुश्किल होता है। यह अकारण नहीं है कि आमतौर पर गेंदबाज किसी भी मैच में यॉर्कर बॉल सबसे निर्णायक क्षणों में फेंकते हैं। जब बल्लेबाज जम गया हो, तो उसे आउट करने के लिए या अंतिम क्षणों में रन न बनने देने के लिए। क्रूशियल पीरियड में हमेशा यॉर्कर बॉल का जलवा बिखेरा जाता है। हालांकि इन दिनों आईपीएल में वाइड यॉर्कर बॉल का शोर हर तरफ खूब सुनने को मिल रहा है। लेकिन अगर सबसे खतरनाक यॉर्कर की बात करें तो उसमें इसकी गिनती नहीं होती। गेंदबाजों के तरकश में एक नहीं कई किस्म की यॉर्कर गेंदें होती हैं। यॉर्कर गेंदे सात तरह की होती हैं। फास्ट इनस्विंगर, आउट स्विंगर, फास्ट यॉर्कर, स्लो यॉर्कर, टो क्रशिंग यॉर्कर और वाइड यॉर्कर। यॉर्कर गेंद की सबसे बड़ी खासियत यह होती है कि यह बड़े से बड़े बल्लेबाज को चकमा दे देती है।
मैच विनर बॉल माना जाता है
यॉर्कर गेंद को आमतौर पर मैच विनर बॉल माना जाता है। इसे हर गेंदबाज अलग अलग ढंग से फेंकता है। कोई स्टंप के एक फीट दूर फेंकता है, तो कोई दो फीट। वैसे यॉर्कर कोई नई गेंद नहीं है। यह भी क्रिकेट के शुरुआत के कुछ दिनों बाद से फेंके जाने लगी थी। सबसे पहली यॉर्कर बॉल इंग्लैंड के गेंदबाज टाम एमिटो ने फेंकी थी। यूं तो सारी यॉर्कर बॉल खतरनाक होती है लेकिन फास्ट इनस्विंगर सबसे खतरनाक होती है। इसमें बल्लेबाज के आउट होने के सबसे ज्यादा चांस होते हैं। यह यॉर्कर बॉल बल्लेबाजों के पैरों को निशाना साधकर फेंकी जाती है। लेकिन अगर मिले विकटों की संख्या से देखें तो स्पिन यॉर्कर भी कम खतरनाक नहीं होती, क्योंकि फास्ट इनस्विंगर से ज्यादा स्लो यॉर्कर से बल्लेबाज आउट होते हैं।

रन बनाने बहुत कठिन होते हैं
अगर बल्लेबाज आउट नहीं भी होता है तो भी यॉर्कर बॉल में रन बनाने बहुत कठिन होते हैं। इसलिए आमतौर पर निर्णायक ओवरों में गेंदबाज इस गेंद का इस्तेमाल करते ही करते हैं। चाहे तो बल्लेबाज को आउट करने के लिए या उसे रन बनाने से रोकने के लिए। लेकिन गेंदबाजों की सालों पुरानी इस प्रैक्टिस को बल्लेबाज भी अच्छी तरह से समझ गए हैं और महेंद्र सिंह धोनी, एबी डिविलियर्स, क्रिस गेल, जोस बटलर और हार्दिक पांड्या जैसे बल्लेबाज हैं जो यॉर्कर बॉल को बहुत अच्छी तरह खेलकर बड़ी सहजता से चैके या छक्के बना लेते हैं। महेंद्र सिंह धोनी को इसमें सबसे ज्यादा महारत हासिल है, इसलिए उन्हें दुनिया का सबसे खतरनाक फिनिशर कहा जाता है।
मौजूदा आईपीएल में वाइड यॉर्कर से अभी तक कई दिग्गज आउट हुए हैं, तो जोस बटलर और ऋषभ पंत जैसे खिलाड़ियों ने इन यॉर्कर गेंदों को सहजता से चैकों, छक्कों में बदला है। साल 2019 में दायें हाथ के बल्लेबाजों ने 64 से ज्यादा वाइड यॉर्कर फेंकी थी, जिनकी संख्या साल 2020 में बढ़कर 118 हो गई थी और इस आईपीएल में अभी तक 70 से ज्यादा व्हाइट यॉर्कर फेंकी जा चुकी हैं और अंदाजा है कि जब आईपीएल खत्म होगा तब तक 200 से ज्यादा यॉर्कर गेंदें फेंकी जा चुकी होंगी। कहने का मतलब यह कि गेंदबाज अब बार बार विकेट पाने के लिए यॉर्कर का सहारा ले रहे हैं।
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