Ashutosh Pratihast – बिहार के गांव के सबसे शरारती बच्चे की प्रेरित करने वाली कहानी
Ashutosh Pratihast: Ed-Tech platform IDigitalPreneur के Founder आशुतोष प्रतिहस्त भारत के ऐसे शख्स हैं जिन्होंने 11 महीनों में ही Company को 7 करोड़ का बना दिया था और आज इनकी company की valuation 100 करोड़ की है। Ashutosh Pratihast को हमेशा से दिलचस्पी थी कि how to earn money और इन्होंने उन skills पर काम किया। उन्होंने अपना money game काफ़ी ज़्यादा Strong किया जिसका उनकी Success story में अहम role रहा है। ये अपने Platform IDigitalPreneur पर ऐसी skills affordable price पर सिखाते हैं जिनसे हमें अपनी professional life में एक अच्छा व्यक्तित्व और पैसा बनाने में मदद मिलती है। Ashutosh Pratihast के नाम एक YouTube Channel भी है, जहां ये financial education पर videos डालते हैं।

कॉल सेंटर में जॉब शुरू किया
आशुतोष प्रतिहस्त बिहार के सीतामढ़ी से ताल्लुक रखते हैं। शुरू में फैमिली बैकग्राउंड ठीक था। यही कारण था कि उनके पिता ने कभी नौकरी नहीं की। आशुतोष अपने गांव के सबसे शरारती बच्चों में थे। वह बस इधर-उधर घूमते और लड़ाई करते फिरते थे। इसकी वजह से गांव वाले उनकी मम्मी को बोलते थे- यह लड़का बर्बाद है। जीवन में यह कुछ नहीं कर पाएगा। इसकी वजह से आशुतोष की मां डिप्रेशन तक में चली गई थीं। समय के साथ आशुतोष को एहसास हुआ कि उन्हें कुछ करना होगा। फिर उन्होने करोड़ों कमाने का जुगाड़ निकाल लिया। आशुतोष की कहानी बहुत लोगों को प्रेरित करती है। आशुतोष अमीर आदमी बनना चाहते थे लेकिन घर चलाने के लिए पैसों की जरूरत थी. ऐसे में उन्होंने वोडा फोन कॉल सेंटर में जॉब शुरू कर दी. बाद में उन्होंने एजुकेशन-टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म Digital Pruner के नाम शुरु किया. 2020 में जब लॉक डाउन के समय जब लोग अपने घरों में कैद थे तो आशुतोश के घर पैसो की बारिश होने लगी. उनका बनाया Digital Pruner चल पड़ा और 11 महीने में वो कई करोड के मालिक बन गए।
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असम में मिला बड़ा झटका
आशुतोष प्रतिहस्त एक सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर है और इनकी एक कंपनी है जिसमे ये लोगों को स्किल सिखाते हैं। जिन्हे सीख कर लोगो अपनी जिंदगी बदल रहे है। डॉक्टरों की सलाह के बाद 2005 में आशुतोष के पिता दिल्ली चले गए। वहां जाकर उन्होंने कुछ दिन काम किया। इसके बाद उन्होंने अपने परिवार को भी दिल्ली बुला लिया। आशुतोष और उनका परिवार जब दिल्ली शिफ्ट हुआ तब भी उनकी शरारतें जारी रहीं। उनके मन में जो आता वह करते थे। इसकी वजह से पिता को नुकसान की भरपाई करनी पड़ती थी। आशुतोष को तब पैसों की अहमियत का पता चला। यही वह वक्त था जब उन्हें असम के एक केंद्रीय विद्यालय भेज दिया गया। कारण यह था कि उसकी फीस काफी कम थी। उस समय उनके घर की आर्थिक स्थिति उतनी अच्छी नहीं थी। असम जाकर उन्हें बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ा। मसलन, वह हिंदी बोलते थे। जबकि वहां के लोग असम की भाषा बोलते थे। इसकी वजह से उनके दोस्त उनका मजाक भी बनाते थे। वह एक साल के बाद दिल्ली वापस आ गए।

कर्ज मांगकर काम चलाना पड़ा
वापस लौटने पर आशुतोष अपने माता-पिता से पूछने लगे की अमीर कैसे बना जाता है। माता-पिता ने बताया कि अगर वह अमीर बनाना चाहते हैं तो पढ़ाई करनी होगी। इसके बाद वह अच्छे से पढ़ाई में लग गए। कक्षा 7 में उनके एक एग्जाम में पूरे मार्क्स आए। उन्हें क्लास में बड़ी इज्जत मिली। जो बच्चे उनके साथ नहीं बैठते थे वे पास आने लगे। वहां से उन्हें समझ आया कि पढ़ाई कितनी जरूरी है। उन्होंने क्लास 10 में बहुत अच्छे अंक हासिल किए। इस खुशी में आशुतोष के माता-पिता ने उन्हें गिटार लेकर दिया था। फिर कुछ ही समय बाद उन्हें गिटार बहुत अच्छे से बजाना आ गया। उसी दौरान उनके पिता की नौकरी चली गई। इसने घर की आर्थिक स्थिति को कमजोर कर दिया। उनके परिवार की स्थिति इतनी खराब हो चुकी थी कि उन्हें कर्ज मांगकर काम चलाना पड़ रहा था।
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एक एजुकेशन-टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म शुरू किया
आशुतोष ने सोचा की उन्हें अपने घर की इस खराब स्थिति से बाहर निकलना ही पड़ेगा। तब तक उन्होंने गिटार बजाना अच्छे से सीख लिया था। उन्होंने गिटार की ट्यूशन देना शुरू किया। इससे वह 6 हजार रुपये तक कमा लेते थे। फिर उन्होंने 12वीं क्लास भी पूरी कर ली। बोर्ड में उनके 92 फीसदी अंक आए। तब उनके रिस्तेदारों ने बोला कि उन्हें UPSC की दिशा में बढ़ना चाहिए। इसके बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी में मोतीलाल नेहरू कॉलेज में एडमिशन ले लिया। हालांकि, आशुतोष पर कई तरह की जिम्मेदारियां भी थीं। ऐसे में उन्हें कॉल सेंटर से लेकर और तरह-तरह की नौकरी करनी पड़ीं। यह उन्हें यूपीएससी से दूर लेकर जा चुका था। हालांकि, अमीर बनने की ख्वाहिश उनमें जिंदा रही। इसके बाद एक एजुकेशन-टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म शुरू किया। इसका नाम IDigitalPreneur है। 11 महीनों में ही यह कंपनी कई करोड़ की बन गई। दौलत उन पर बरसने लगी। आशुतोष अपने IDigitalPreneur प्लेटफॉर्म पर ऐसी स्किल्स को किफायती कीमतों में सिखाते हैं जिनसे हम अपनी प्रोफेशनल लाइफ में अच्छा कर सकें। साथ ही उनसे पैसा बनाने में मदद मिले। आशुतोष प्रतिहस्त के नाम से उनका एक YouTube चैनल भी है। चैनल पर वह फाइनेंशियल एजुकेशन से जुड़े वीडियो डालते हैं।

5 से 6 यूट्यूब चैनल हैं
आशुतोष प्रतिहस्त के उपलब्धि की बात की जाए तो इनके पास 5 से 6 यूट्यूब चैनल हैं। जिनमे से सबसे पहला चैनल इनके ही नाम से है यानी Ashutosh Pratihast के नाम से। जिसमें अभी 12.3 लाख सब्सक्राइब है। और एक The Rich नाम से चैनल है जिसमे अभी 1.95 लाख सब्सक्राइबर हैं। और एक The Rich Clips के नाम से है जिसमे 51.6k सब्सक्राइबर हैं। और एक मे 59k सब्सक्राइबर हैं जिसका नाम Ashutosh Pratihast Vlogs – TravelPreneur है। और एक IDIGITALPRENEUR है जिसमे 1L सब्सक्राइबर हैं। और एक Swarmandal Studios के नाम से है जिसमे 27.2k सब्सक्राइबर है। और इनके इंस्टाग्राम मे 432k फॉलोवर्स हैं। और इसके अलावा इनकी एक कंपनी है जिसका नाम IDIGITALPRENEUR है। और ये एक ईनवेस्टर भी है। इन्होंने कई कंपनियों मे पैसे इंवेस्ट कर रखे हैं।