Success Story of farmer’s daughter: UPSC जियो-साइंटिस्ट एग्जाम 2023 में हासिल की 7वीं रैंक
Success Story of farmer’s daughter: कहते हैं कि सफलता उन्हीं के कदम चूमती है जो कड़ी मेहनत करते हैं। बांदा के एक किसान परिवार ने इसे सच साबित कर दिखाया है। 22 साल पहले एक किसान अपने बच्चों का भविष्य बनाने के लिए अपना परिवार छोड़कर परदेश में बस गए। जिसके चलते उसकी बेटियों ने वो कर दिखाया जिसकी उसने कभी कल्पना भी नहीं की थी। बेटी ने पहले ही प्रयास में यूपीएससी में सफलता हासिल की, जिससे परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। UPSC ने हाल ही में जियो-साइंटिस्ट एग्जाम 2023 का फाइनल रिजल्ट जारी किया है। इस परीक्षा में एक किसान की बेटी ने पहले अटेंप्ट में ही 7वीं रैंक हासिल की है। कहते हैं मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती, तो बस राधा की मेहनत रंग लाई। उसकी इस सफलता के बाद से ही किसान के पूरी परिवार में खुशी का महौला छाया हुआ है। घर में बधाई देने वाले रिश्तेदारों और पड़ोसियों का तांता लगा है।
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रटने की बजाय नए कंटेंट सही से पढ़े
बेटी ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को दिया है। बेटी राधा अवस्थी का कहना है कि ऐसा कौन सा काम है जो बेटियां नहीं कर सकतीं, सिर्फ मेहनत की जरूरत है। पिता ने आगे बेटियों को सुझाव दिया कि जनरल नॉलेज के नए कंटेंट के साथ बुक के महत्वपूर्ण बिंदु को नोट करके ही पढ़े, रटने की बजाय नए कंटेंट सही से पढ़े, हर हाल में सफलता मिलेगी। किसान की बेटी राधा ने अपनी प्राथमिक शिक्षा लखनऊ से की। इसके बाद उसने बीएससी भी लखनऊ से ही की। फिर केंद्रीय विद्यालय सागर से एमटेक किया। इसी दौरान राधा ने यूपीएससी एग्जाम की तैयारी शुरू कर दी। उसने दिन-रात मेहनत की और नतीजा यह निकला की पहले अटेंप्ट में ही यूपीएससी जियो-साइंटिस्ट एग्जाम क्रैक कर लिया है। बता दें कि किसान का बेटा इंजीनियर तो एक बेटी लेक्चरर, दूसरी बैंक मैनेजर है और अब तीसरी बेटी ने यूपीएससी क्रैक किया है।
किसान की पत्नी भी MA पास
उत्तर प्रदेश के बांदा में देहात कोतवाली क्षेत्र के एक छोटे से गांव पचनेही के रहने वाले किसान अनिल अवस्थी ने अपने बच्चों के भविष्य के लिए 22 साल पहले अपना घर छोड़ दिया था। किसान अनिल ने बताया कि उनके एक बेटा और 3 बेटियां हैं। उन्होंने 2001 में घर छोड़ लखनऊ में आशियाना बसाया था। वहां किराए एक घर में रहकर अपने बच्चों को पढ़ाया- लिखाया। किसान और उसकी पत्नि ने बच्चों की पढ़ाई का दिन-रात ख्याल रखा। किसान की पत्नी MA पास है और खुद किसान भी Law और कई विषयों से MA हैं।
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