Success Story Vegetable Vendor Son: बेटे की कामयाबी से भावुक हो उठा सब्जी विक्रेता
Success Story Vegetable Vendor Son: बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन ( BPSC) 68वीं अंतिम परीक्षा के परिणाम घोषित हो चुके हैं, इसमें आश्चर्यजनक बात ये है कि इस बार BPSC बहुत साधारण घरों के बच्चों ने बाजी बारी है। आपको जानकर अचरज होगा कि इस बार BPSC में सब्जी बेचने वाला बेटे ने भी शानदार रैंक हासिल किया है. BPSC परीक्षा में मुजफ्फरपुर के सैफ अली ने सफलता हासिल की है। सैफ अली के पिता अब्दुल खालिक सब्जी मंडी में बेचकर परिवार चलाते हैं। पिता का अपने बेटे की इस सफलता में अहम योगदान है। सैफ अली ने BPSC फाइनल रिजल्ट में 40वीं रैंक हासिल किया है। बेटे की इस कामयाबी पर उनके पिता भावुक हो उठे और बताया कि बेटे के कमाल से उन्हें कितनी राहत मिली है।
हार्डवर्क देखकर हार्डवर्क करने लगा
सैफ ने बताया कि पिता ने सब्जी बेचकर हम छह भाई बहनों को पढ़ाया है। हमने बचपन से देखा है कि चाहे कितनी ठंड और बारिश हो रही हो, पिता जी सुबह नहाकर मंडी चले जाते हैं। उनके हार्डवर्क ने ही मुझे हार्डवर्क करने के लिए प्रेरित किया। अब दूसरे प्रयास में मेरी 40वीं रैंक आई है। मुझे यह सफलता मिली है जिसका श्रेय मेरे पिता जी को जाता है।
बेटे को पढ़ाया और इंजीनियर बनाया
सैफ के पिता का नाम अब्दुल खालिक है जो रामबाग चौड़ी मोहल्ले के मकान में रहकर अपना जीवनयापन करते हैं। मुजफ्फरपुर के गोला सब्जी मंडी में सब्जी बेचकर बेटे को पढ़ाया और इंजीनियर बनाया। सैफ की सफलता में उसके मेहनत के साथ उनके माता-पिता का बहुत बड़ा योगदान है। सैफ अली ने जिस तरह से नौकरी के साथ बीपीएससी की तैयारी जारी रखी और अपनी रैंक में सुधार किया ये दूसरे युवाओं के लिए प्रेरणादायक है। उन्होंने बीपीएससी 68वीं एग्जाम में 40वीं रैंक हासिल की है। इस कामयाबी के बाद वो अफसर बन गए हैं। उनकी सक्सेस स्टोरी काफी प्रेरणा दायक है। आपको जानकर हैरानी होगी कि एक सब्जी विक्रेता का बेटा अब SDO बन गया है।
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वेस्ट मैनेजमेंट ऑफिसर के पद पर कार्यरत
सैफ अली अभी पूर्वी चंपारण के ढाका नगर परिषद में वेस्ट मैनेजमेंट ऑफिसर के पद पर कार्यरत हैं। सैफ का यह दूसरा प्रयास था। पहले प्रयास में उन्हें 150वीं रैंक हासिल हुई थी पर उससे वह संतुष्ट नहीं थे। उन्होंने काम के साथ बीपीएससी की तैयारी जारी रखी। अब अपने दूसरे प्रयास में उन्होंने 40वीं रैंक लाकर मां-बाप का सपना पूरा कर दिखाया। सैफ की सफलता के बाद घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। सैफ की सफलता पर उन्हें पूरे परिवार ने बधाई दी और उन्हें मिठाई खिलाई। सैफ अली ने जिस तरह से नौकरी के साथ बीपीएससी की तैयारी जारी रखी और अपनी रैंक में सुधार किया ये दूसरे युवाओं के लिए प्रेरणादायक है।
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