National Electronic Funds Transfer – अब पैसों के लेन-देन की कोई सीमा नहीं
National Electronic Funds Transfer: नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फण्ड ट्रांसफर को एनईएफटी कहते हैं। एनईएफटी की सुविधा बैंकों की सभी शाखाओं पर उपलब्ध नहीं होती है बल्कि बैंकों की जिन खास-खास शाखाओं में यह सुविधा उपलब्ध होती है, उसकी सूचना रिजर्व बैंक के पास रहती है और रिजर्व बैंक अपनी वेबसाइट में इन बैंकों की सूची प्रसारित करता है। इसलिये एनईएफटी सुविधा वाली शाखाओं की जानकारी के लिए रिजर्व बैंक की वेबसाइट से मदद ली जा सकती है। एनईएफटी सुविधा वाली एक बैंक शाखा से दूसरी एनईएफटी सुविधा वाली शाखा में ही एनईएफटी की जा सकती है। एनईएफटी की शुरुआत 2005 में रिजर्व बैंक द्वारा इंस्टीट्यूट फॉर डेवलपमेन्ट एण्ड रिसर्च इन बैंकिंग टेक्नोलॉजी की मदद से शुरू की गयी थी। शुरू-शुरू में तो कुछ ही बैंकों की प्रमुख शाखाओं में यह सुविधा दी गयी थी। धीरे-धीरे इसका विस्तार किया गया लेकिन 2016 में डिजिटल इंडिया अभियानके तहत इस सुविधा का पूरे देश में तेजी से विस्तार किया गया। एनईएफटी को बैंक की उन शाखाओं के माध्यम से एक खाते से दूसरे खाते में पैसों के लेनदेन का काम शुरू किया गया था, जहां पर एनईएफटी की विशेष सुविधाएं उपलब्ध थीं।

एक घंटे का समय लगता है
एनईएफटी से एक खाते से दूसरे खाते में पैसा तत्काल नहीं जाता है बल्कि इसमें एक घंटे का समय लगता है। शुरुआत में एनईएफटी के माध्यम से पैसे भेजने के लिए प्रत्येक घंटे में एक बैच भेजने की व्यवस्था थी। इस प्रकार से 24 घंटे में कुल 23 बैच ही भेजे जाते थे। इसका मतलब यह होता था कि प्रत्येक घंटे में जितने लोगों ने एक खाते से दूसरे खाते में पैसे भेजे हैं, उन सभी को इकट्ठा करके एक बैच में भेजा जाता था। लेकिन 16 दिसम्बर 2016 से अब प्रत्येक आधे घंटे में एक बैच में पैसा भेजे जाने की व्यवस्था की गयी है। इस प्रकार से अब प्रतिदिन 48 बैच भेजे जाते हैं। 2005 में यह सुविधा कुछ ही बैंक शाखाओं में उपलब्ध थी लेकिन 30 नवम्बर 2019 से एनईएफटी की सुविधा देश के 216 बैंकों की 1,48,477 ब्रांचों में शुरू कर दी गयी है। सरल और सुरक्षित लेन-देन के कारण एनईएफटी की सुविधा आम लोगों में काफी लोकप्रिय है। एनईएफटी में अब पैसों के लेन-देन की कोई सीमा नहीं रखी गयी है।
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एनईएफटी तीन तरह से होती है
1. ऑफलाइन: बैंक की शाखा में जहां आपका खाता है, वहां जाकर एनईएफटी की जा सकती है। देनदार खाताधारक को ऑफलाइन पेमेंट के लिए अपने खाते वाली बैंक की शाखा में जाकर एनईएफटी करने के लिए निर्धारित फार्म भरना होता है। इस फार्म में प्राप्त करने वाले व्यक्ति के खातेदार का नाम, खाता नंबर, बैंक व उसकी शाखा का नाम, बैंक का आईएफएससी कोड, बैंक का खाता किस प्रकार का है यानी सेविंग एकाउंट है या करेंट एकाउंट है एवं दी जाने वाली राशि की पूरी जानकारी लिखित रूप से बैंक अधिकारी/कर्मचारी को देनी होगी। उसके बाद बैंक अपनी कार्रवाई पूरी करता है।
2. ऑनलाइन: जिन खाताधारकों के पास नेटबैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग की सुविधा है, वे अपने घर या दूकान, कंपनी, फर्म, इंस्टीट्यूट, फैक्ट्री आदि कहीं से एनईएफटी कर सकते हैं। इसी तरह से ऑनलाइन नेटबैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग या एटीएम कार्ड के माध्यम से एनईएफटी की जा सकती है।
3. कुछ खास बैंकों ने अपने ग्राहकों को एटीएम के माध्यम से भी एनईएफटी करने की सुविधा प्रदान की है।

क्लियरिंग सेन्टर अहम
देनदार व्यक्ति की बैंक शाखा अपने ग्राहकों से प्राप्त एनईएफटी के बारे में मैसेज, अपने पूलिंग सेंटर ( जिन्हें एनईएफटी सर्विस सेन्टर भी कहा जाता है) को भेजती है। ये पूलिंग सेंटर अपनी शाखाओं से मिले एनईएफटी के मैसेज एनईएफटी क्लियरिंग सेन्टर को भेजते हैं। ये क्लियरिंग सेंटर रिजर्व बैंक द्वारा चलाये जाते हैं। इन मैसेज को अगले विभिन्न शाखाओं में भेजे जाने वाले बैच में शामिल किया जाता है। क्लियरिंग सेन्टर देनदार बैंकों की शाखाओं के सारे मैसेज इकट्ठा करके प्राप्तकर्ता बैंक की शाखाओं के अनुसार सारा हिसाब-किताब तैयार करके उनके पास सारी डिटेल भेजा देता है। प्राप्त कर्ता बैंक अपने पूलिंग सेंटरों के माध्यम से अपने-अपने मैसेज रिसीव कर लेते हैं और उसके बाद निर्दिष्ट खाते में रकम की एंट्री करते हैं।
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ऑन लाइन एनईएफटी करने की प्रक्रिया
स्टेप 1. आपके पास नेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग है तो सबसे पहले आपको अपना नेट बैंकिंग एकाउंट को लॉगइन करना चाहिये।
स्टेप 2. जिस व्यक्ति को आपको पेमेंट देना है तो उसका नाम पेयी (payee) यानी भुगतान पाने वाले के रूप में आपको अपने एकाउंट में ऐड करना होगा यानी जोड़ना होगा। इसके लिए आपको पैसेपाने वाले का नाम, खाता नम्बर, बैंक का नाम, बैंक की शाखा का नाम, शाखा का आईएफएससी कोड, और खाते का वर्ग यानी सेविंग या करेंंट एकाउंट आदि का विवरण भरना होगा।
स्टेप 3. जब आपके पाए पेयी के रूप में जिसका नाम ऐड हो जायेगा उसके बाद आप उसको एनईएफटी आसानी से कभी भी कर सकते हैं। इसके बाद आपको फण्ड ट्रांसफर सेक्शन में जाना होगा।
स्टेप 4. अब आपको देने वाले का एकाउंट सेलेक्ट करना होगा, उसके बाद उसमें जितने पैसे भेजने हैं उतने भरें और भेज दें।
इस बात का ध्यान रहे कि एनईएफटी के माध्यम से भेजे जाने वाले पैसे का भुगतान तत्काल नहीं होता है बल्कि इसमें कम से कम एक घंटे का समय लगता है क्योंकि प्रत्येक आधे घंटे में एक बैच निकलता है, जिसकी कार्रवाई पूरी होने में एक घंटे का समय लग ही जाता है।

सेवा का उपयोग
1. पहला तो आपको किसी प्रकार के व्यावसायिक या अव्यावसायिक भुगतान करना हो उसे आसानी से किया जा सकता है।
2. आपने किसी प्रकार लोन लिया हो या बीमा कराया हो अथवा किसी सरकारी, गैरसरकारी किस्तों का भुगतान करन हो उसे भी एनईएफटी से किया जा सकता है।
3. आप क्रेडिट कार्ड के बकाये का भुगतान भी एनईएफटी के माध्यम से कर सकते हैं।
4. आप केवल किसी एक व्यक्ति को ही नहीं बल्कि गु्रप में भी भुगतान एनईएफटी के माध्यम से कर सकते हैं।
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बिना खाते वाला व्यक्ति भी कर सकता है एनईएफटी
एनईएफटी की सुविधा वो व्यक्ति भी प्राप्त कर सकता है जिसका किसी भी बैंक में खाता नहीं हो लेकिन प्राप्त करने वाले व्यक्ति का खाता होना जरूरी है। इसके लिए जिस व्यक्ति को एनईएफटी के माध्यम से भुगतान करना हो, उसे बैंक को अपने नाम, पता, सम्पर्क करने का मोबाइल नंबर, ईमेल आदि की पुख्ता जानकारी देनी होगी यानी दस्तावेजी सबूत देने होंगे। उसके बाद आप बैंक की शाखा से किसी भी व्यक्ति को एक बार में अधिक से अधिक 50 हजार रुपये भेज सकते हैं।

एक बार में 50 हजार रुपये से अधिक नहीं
एनईएफटी से रकम भेजने की कोई सीमा नहीं रखी गयी है लेकिन इसमें एक बार में 50 हजार रुपये से अधिक नहीं भेजे जा सकते हैं। एनईएफटी की सुविधा छोटे भुगतान व सुरक्षित भुगतान के लिए शुरू की गयी है। इसको इस्तेमाल करने के आसान तरीके के कारण ही एनईएफटी उन लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है, जो छोटे-छोटे भुगतान करना चाहते हैं।