By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
WeStoryWeStoryWeStory
  • हिंदी न्यूज़
  • बिज़नेस
  • टेक्नोलॉजी
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • सेहत
  • एजुकेशन
  • ऑटो
  • खेल
  • फाइनेंस
  • अन्‍य
    • सफलता की कहानी
    • स्टोरीज
    • शख़्सियत
    • उद्यमी (Entrepreneur)
Search
  • Advertise
Copyright © 2023 WeStory.co.in
Reading: Prathap C. Reddy: डॉ. रेड्डी ने बनाई भारत की पहली कॉर्पोरेट हॉस्पिटल चेन
Share
Notification Show More
Font ResizerAa
WeStoryWeStory
Font ResizerAa
  • हिंदी न्यूज़
  • बिज़नेस
  • टेक्नोलॉजी
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • सेहत
  • एजुकेशन
  • ऑटो
  • खेल
  • फाइनेंस
  • अन्‍य
Search
  • हिंदी न्यूज़
  • बिज़नेस
  • टेक्नोलॉजी
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • सेहत
  • एजुकेशन
  • ऑटो
  • खेल
  • फाइनेंस
  • अन्‍य
    • सफलता की कहानी
    • स्टोरीज
    • शख़्सियत
    • उद्यमी (Entrepreneur)
Have an existing account? Sign In
Follow US
  • Advertise
© 2024 WeStory.co.in. All Rights Reserved.
WeStory > बिज़नेस > Prathap C. Reddy: डॉ. रेड्डी ने बनाई भारत की पहली कॉर्पोरेट हॉस्पिटल चेन
बिज़नेस

Prathap C. Reddy: डॉ. रेड्डी ने बनाई भारत की पहली कॉर्पोरेट हॉस्पिटल चेन

Prathap C. Reddy : अपोलो हॉस्पिटल्स एंटरप्राइजेज लिमिटेड के फाउंडर और सीईओ प्रताप चंद्र रेड्डी का जन्म 5 फरवरी 1933 को आरागोंडा मद्रास में हुआ था।

WeStory Editorial Team
Last updated: 2025/01/18 at 11:32 AM
WeStory Editorial Team
Share
7 Min Read
Prathap C. Reddy
Prathap C. Reddy
SHARE

Prathap C. Reddy – अपोलो की 6,000 से ज्यादा फार्मेसी है देश में

Prathap C. Reddy : अपोलो हॉस्पिटल्स एंटरप्राइजेज लिमिटेड के फाउंडर और सीईओ प्रताप चंद्र रेड्डी का जन्म 5 फरवरी 1933 को आरागोंडा मद्रास में हुआ था। वे पेशे से कार्डियोलॉजिस्ट यानी हार्ट स्पेशलिस्ट हैं। उन्हें भारत में हेल्थकेयर में क्रांति लाने के लिए जाना जाता है। वे अपने परिवार और गांव से कॉलेज में पढ़ने वाले पहले व्यक्ति थे। डॉ. रेड्डी ने साइंस में ग्रेजुएशन किया था। उनके पिता चाहते थे कि वे एमबीए करें। हालांकि वो समय पर आवेदन नहीं कर सके इसलिए एडमिशन नहीं मिला।

Table of Contents
Prathap C. Reddy – अपोलो की 6,000 से ज्यादा फार्मेसी है देश मेंएक हार्ट पेशेंट से मिली प्रेरणासबने मूर्ख कहा था1996 में स्टॉक मार्केट में कदमफार्मेसी बिजनेस का रेवेन्यू 2,282 करोड़मॉडर्न टेक्नोलॉजी और इनोवेशन सेक्टर में काम

स्टेनली मेडिकल कॉलेज से उन्होंने एमबीबीएस किया। आगे की पढ़ाई के लिए ब्रिटेन गए और कार्डियोलॉजिस्ट बन गए। शादी के बाद पत्नी और चार बेटियों के साथ अमेरिका शिफ्ट हो गए। फिर 1971 में एक दिन डॉ. रेड्डी के घर से चिट्ठी आई और वो पूरे परिवार को लेकर भारत लौट आए। उन्हें हेल्थ सेक्टर में लगातार सोशल वर्क करने के चलते 1991 में पद्म भूषण और 2010 में पद्म विभूषण मिला है।

Prathap C. Reddy
Prathap C. Reddy

एक हार्ट पेशेंट से मिली प्रेरणा

साल 1979 में चेन्नई के डॉ. प्रताप चंद्र रेड्डी के पास एक हार्ट पेशेंट आया। उसकी हालत गंभीर थी। उस वक्त डॉ. रेड्डी देश के बड़े कार्डियोलॉजिस्ट थे। पेशेंट का इलाज शुरू हुआ, लेकिन हालत में सुधार नहीं हो रहा था। तब हार्ट सर्जरी के लिए देश में अच्छी सुविधाएं नहीं होती थीं। डॉ. रेड्डी ने पेशेंट को तुरंत अमेरिका जाने की सलाह दी। इससे पहले भी डॉ. रेड्डी कई पेशेंट को इलाज के लिए अमेरिका भेज चुके थे। पेशेंट अमेरिका नहीं जा सका और कुछ ही दिन में उसकी मौत हो गई। इस हादसे के बाद डॉ. रेड्डी ने तय किया कि भारत में बेहतर हॉस्पिटल बनाएंगे। तब भारत में हॉस्पिटल को बिजनेस के तौर पर मान्यता नहीं थी। इस वजह से डॉ. रेड्डी को बैंक लोन नहीं मिल रहा था। वहीं मेडिकल डिवाइस पर भी 100% टैक्स लगता था। डॉ. रेड्डी ने इसके लिए दिल्ली के करीब 50 चक्कर लगाए। कई सरकारी अधिकारी और नेताओं से मिले।

Read more:Ramesh Chauhan – Jayanti Chauhan: देशभर में 122 प्लांट, ब्रांड वैल्यू 7000 करोड़ पार

Prathap C. Reddy
Prathap C. Reddy

सबने मूर्ख कहा था

साल 1982 में कांग्रेस पार्टी के नेता जीके मूपनार ने उनकी मुलाकात इंदिरा गांधी से करवाई। साल 1983 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की मदद से डॉ. रेड्डी ने चेन्नई में पहला अपोलो हॉस्पिटल बनाया। 150 बेड वाले एक मल्टीस्पेशिलिटी हॉस्पिटल शुरू करने वाले डॉ. रेड्डी ने भारत की पहली कॉर्पोरेट हॉस्पिटल चेन बनाई। उन्होंने कहा कि 1980 के दशक में जब मैंने अपोलो हॉस्पिटल शुरू करने के बारे में लोगों को बताया तो सबने मुझे मूर्ख कहा। यही मेरी ताकत बना और 1983 में पहला मल्टी स्पेशिलिटी हॉस्पिटल बना। हॉस्पिटल का नाम डॉ. रेड्डी की दूसरी बेटी सुनीता ने चुना था। सुनीता ने डॉ. रेड्डी से कहा था कि ग्रीक देवता अपोलो के नाम पर हॉस्पिटल का नाम रखना चाहिए क्योंकि ग्रीक देवता अपोलो को मेडिकल और साइंस से जोड़ा जाता है।

Prathap C. Reddy
Prathap C. Reddy

1996 में स्टॉक मार्केट में कदम

साल 1996 में अपोलो ने स्टॉक मार्केट में कदम रखा। इसके बाद अपोलो हॉस्पिटल को छोटे शहरों में शुरू करने पर फोकस किया गया। कंपनी को इसका फायदा लॉन्ग टर्म में हुआ। अपोलो हॉस्पिटल ने टेलीमेडिसिन फैसिलिटी, ग्लोबल कंसल्टेंट जैसी सुविधाएं दीं, ताकि लोग फोन पर या ऑनलाइन डॉक्टर से कंसल्ट कर सकें और बेहतर इलाज मिले। साथ ही बेहतर ट्रीटमेंट और दवाओं के लिए रिसर्च सेंटर भी बनाया। कंपनी हाई टेक्नोलॉजी ट्रीटमेंट्स डेवलप करने के एरिया में लगातार काम कर रही है। साल 1983 में ही पहले अपोलो हॉस्पिटल के साथ चेन्नई में पहली फार्मेसी भी शुरू हुई थी।

Read more: RK Sinha-Rituraj Sinha: पिता के बिजनेस का आगे बढ़ाया, आज 12 हजार करोड़ का रेवेन्यू बनाया

Prathap C. Reddy
Prathap C. Reddy

फार्मेसी बिजनेस का रेवेन्यू 2,282 करोड़

आज अपोलो फार्मेसी के 6000 से ज्यादा आउटलेट्स है। हर दिन अपोलो फार्मेसी में 37 हजार ऑर्डर हैं। इन फार्मेसी आउटलेट्स के प्रॉफिट में साल-दर-साल 17% का इजाफा हुआ है। इस साल अपोलो फार्मेसी बिजनेस का रेवेन्यू 2,282 करोड़ रुपए पहुंच गया है। डॉ. रेड्डी की चारों बेटियां प्रीता रेड्डी, सुनिता रेड्डी, शोभना कामिनेनी और संगीता रेड्डी शुरू से ही अपोलो से जुड़ी थीं। कंपनी के पैम्फलेट, हॉस्पिटल का कंस्ट्रक्शन और इंटीरियर डिजाइन जैसे काम देख रही थीं। साल 2010 में बेटियों ने पूरी तरह से कंपनी की कमान संभाली। फार्मेसी, इनोवेशन, मैनेजमेंट और फाइनेंस जैसे सेक्टर से जुड़े महत्वपूर्ण फैसले लिए। इस ग्रुप की तीसरी पीढ़ी भी जिम्मेदारी संभाल रही है।

Prathap C. Reddy
Prathap C. Reddy

मॉडर्न टेक्नोलॉजी और इनोवेशन सेक्टर में काम

तीसरी पीढ़ी मॉडर्न टेक्नोलॉजी और इनोवेशन सेक्टर में काम कर रही हैं। इसमें शोभाना कामिनेनि की बेटी और साउथ सुपरस्टार राम चरण की पत्नी उपासना भी शामिल हैं। संगीता रेड्डी की बेटियां अंजलि रेड्डी और अरुणा रेड्डी मैनेजमेंट देखती हैं। प्रीता रेड्डी के बेटे कार्तिक फाइनेंस देखते हैं। साथ ही सुनीता रेड्डी की बेटी सिंदूरी चाइल्ड केयर सेक्टर में काम कर रही हैं। देश के कई शहर में बड़ी संख्या में अपोलो फार्मेसी नजर आने लगी हैं। चमकते-दमकते ये स्टोर 24 घंटे खुले होते हैं। यहां सिर्फ दवा ही नहीं साबुन, शैंपू से लेकर ब्यूटी प्रोडक्ट तक सब कुछ मिलता है। आप घर बैठे-बैठे भी ऑर्डर कर सकते हैं। साथ ही छोटी-मोटी बीमारी के लिए फोन पर ही डॉक्टर से भी कंसल्ट कर सकते हैं। चेन्नई से लेकर कश्मीर तक पूरे भारत में अब अपोलो की 6,000 से ज्यादा फार्मेसी हैं। 1983 में चेन्नई में एक हॉस्पिटल से शुरू हुआ अपोलो, आज 18 हजार करोड़ की कंपनी है।

  • Author
  • Recent Posts
WeStory Editorial Team
WeStory Editorial Team
Author at WeStory
WeStory.co.in - वीस्टोरी के संपादक टीम आपको अनुभव, सफलता की कहानी, जोश,हिम्मत और बराबरी की कहानी के साथ -साथ ताजा समाचार और अन्य विषय पर भी एजुकेशन, मनोरंजन, टेक्नोलॉजी, ऑटोमोबाइल, बिज़नेस, फाइनेंस, सेहत, लाइफस्टाइल इत्यादि पे आपने लेख पब्लिश करते हैं !
WeStory Editorial Team
Latest posts by WeStory Editorial Team (see all)
  • Mark Zuckerberg joins US Army: अमेरिकी सेना के जवान पहनेंगे चश्मे और हेलमेट - June 11, 2025
  • Pahalgam Terrorist Attack: नया भारत है, यह रुकता नहीं, झुकता नहीं - June 11, 2025
  • Ather Electric Scooters: एथर रिज़्टा की 1 लाख से अधिक यूनिट्स बिकीं - June 11, 2025

You Might Also Like

Thyrocare Medical laboratory company: थायरोकेयर ने शुरू की पूर्वी भारत में सेवा, उन्नत और किफायती

Indian Business Family: युवाओं की पारिवारिक बिजनेस में रुचि कम

Private Defense Sector: देश की सुरक्षा के लिए मजबूत निजी रक्षा क्षेत्र का उदय

Apple Business: हर आईफोन पर 30 अमेरिकी डॉलर कमाता है एपल

Sea food Exports: भारत के सी-फूड निर्यात में उछाल, 17.81% की जोरदार वृद्धि

TAGGED: Business, business man, Prathap C. Reddy

Sign Up For Daily Newsletter

Be keep up! Get the latest breaking news delivered straight to your inbox.

By signing up, you agree to our Terms of Use and acknowledge the data practices in our Privacy Policy. You may unsubscribe at any time.
Share This Article
Facebook Twitter Copy Link Print
Share
Previous Article Ramesh Chauhan - Jayanti Chauhan Ramesh Chauhan – Jayanti Chauhan: देशभर में 122 प्लांट, ब्रांड वैल्यू 7000 करोड़ पार
Next Article Ajay Gopikisan Piramal Ajay Gopikisan Piramal: 30 हजार करोड़ से अधिक है पीरामल की नेटवर्थ
Leave a comment Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest News

Mark Zuckerberg joins US Army
Mark Zuckerberg joins US Army: अमेरिकी सेना के जवान पहनेंगे चश्मे और हेलमेट
हिंदी न्यूज़ June 11, 2025
Pahalgam Terrorist Attack
Pahalgam Terrorist Attack: नया भारत है, यह रुकता नहीं, झुकता नहीं
हिंदी न्यूज़ June 11, 2025
Ather Electric Scooters
Ather Electric Scooters: एथर रिज़्टा की 1 लाख से अधिक यूनिट्स बिकीं
टेक्नोलॉजी June 11, 2025
Travel insurance
Travel insurance: इंटरनेशनल ट्रिप की प्लानिंग कर रहे हैं? जानिए क्यों ट्रैवल इंश्योरेंस है सबसे अच्छा साथी
फाइनेंस June 11, 2025

Categories

  • अन्‍य
  • उद्यमी (Entrepreneur)
  • एजुकेशन
  • ऑटोमोबाइल
  • खेल
  • टेक्नोलॉजी
  • फाइनेंस
  • बिज़नेस
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • सफलता की कहानी
  • सेहत
  • स्टोरीज
  • हिंदी न्यूज़

About WeStory US

WeStory.co.in एक न्यूज पोर्टल प्रोफेशनल Author,न्यूज़ जर्नलिस्ट और अनुभवी केटेगरी के प्रफेशनल के दुवारा लिखा लेख इन सारे विषय से जैसे की जुकेशन, मनोरंजन, टेक्नोलॉजी, ऑटोमोबाइल, बिज़नेस, फाइनेंस, सेहत एक न्यूज ब्लॉग पब्लिश करते है और आपको जानकारी देके आपको अनभभावी बनाते है !

Recent Posts

  • Mark Zuckerberg joins US Army: अमेरिकी सेना के जवान पहनेंगे चश्मे और हेलमेट
  • Pahalgam Terrorist Attack: नया भारत है, यह रुकता नहीं, झुकता नहीं
  • Ather Electric Scooters: एथर रिज़्टा की 1 लाख से अधिक यूनिट्स बिकीं

Categories

  • अन्‍य
  • उद्यमी (Entrepreneur)
  • एजुकेशन
  • ऑटोमोबाइल
  • खेल
  • टेक्नोलॉजी
  • फाइनेंस
  • बिज़नेस
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • सफलता की कहानी
  • सेहत
  • स्टोरीज
  • हिंदी न्यूज़

Important Links

  • About Us
  • Contact Us
  • Disclaimer
  • Privacy Policy
Follow US
© 2024 Westory. All Rights Reserved.
Join Us!

Subscribe to our newsletter and never miss our latest news, podcasts etc..

Zero spam, Unsubscribe at any time.
Go to mobile version
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?