Earning From Smartphones : सोशल मीडिया और ओटीटी प्लेटफॉर्म कर रहे जमकर कमाई
Earning From Smartphones भारत की विकास दर कमजोर उपभोक्ता खर्च के कारण चार साल के न्यूनतम स्तर पर पहुंचने वाली है, लेकिन स्मार्टफोन उपयोगकर्ता धीमे होने का कोई संकेत नहीं दे रहे हैं, जिससे सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स और व्यवसायों को अधिक पैसा कमाने में मदद मिल रही है। भारत में इंटरनेट अपनाने की गति तेजी से बढ़ रही है। नए आंकड़ों के अनुसार भारतीयों ने एक ट्रिलियन घंटे यानी एक लाख करोड़ घंटे अपने स्मार्टफोन पर बिताए हैं और उनके खर्च से सोशल मीडिया और ओटीटी प्लेटफॉर्म ने जमकर कमाई की। इसके दूसरे शब्दों में कहें तो फोन आपका, डाटा आपका, समय आपका, लेकिन कमाई किसी और की। दुनिया के सबसे अधिक जनसंख्या वाले भारत में लोग वायरल वीडियो देखने से लेकर ऑस्कर विजेता फिल्में देखने और अंतरराष्ट्रीय यात्राएं बुक करने तक फोन का जमकर इस्तेमाल कर रहे हैं।

70% समय गेमिंग और वीडियो देखने में लगाते
अर्नेसट एंड यंग (ईवाई) के अनुसार, 2024 में भारतीयों ने सामूहिक रूप से 1.1 लाख करोड़ घंटे यानी करीब 12.55 करोड़ साल अपने स्मार्टफोन की स्क्रीन पर बिताए, ईवाई की वार्षिक एंटरटेनमेंट रिपोर्ट के अनुसार भारतीयों ने औसतन प्रतिदिन पांच घंटे मोबाइल स्क्रीन पर बिताए, जिनमें से लगभग 70% समय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, गेमिंग और वीडियो देखने में लगा। जब भारतीय स्मार्टफोन में व्यस्त हैं, तब लाखों कंटेंट क्रिएटर्स बैंक बैलेंस बढ़ा रहे हैं। वे टूथब्रश करने से लेकर अफ्रीकी जंगल में एडवेंचर ट्रिप तक के वीडियो बना रहे हैं। सस्ते इंटरनेट की पहुंच ने भारत की क्रिएटर इकोनॉमी को गति दी है, जहां विशेष रूप से युवा लोग सोशल मीडिया पर कंटेंट बना रहे हैं।

टेलीविजन को पीछे छोड़ा
2.5 लाख करोड़ रुपये (29.1 बिलियन डॉलर) के मीडिया और मनोरंजन उद्योग का सबसे बड़ा खंड बन गए हैं डिजिटल चैनल। उसने पहली बार टेलीविजन को पीछे छोड़ दिया। मोबाइल फोन पर भारतीयों द्वारा प्रतिदिन बिताया गया समय इंडोनेशिया और ब्राजील के बाद तीसरे स्थान पर है, लेकिन संयुक्त घंटे वैश्विक स्तर पर सबसे बड़े बाजार में बदल जाते हैं। इसके लिए ही मेटा व अमेजन से लेकर मुकेश अंबानी और एलन मस्क जैसे उद्योगपति प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक देश डिजिटल इन्फ्लेक्शन पॉइंट पर पहुंच गया है। आने वाले दिनों में उद्योग में कंसोलिडेशन, नए व्यावसायिक मॉडल और साझेदारियां देखने को मिलेंगी।

जियोहॉटस्टार के 100 मिलियन से अधिक पेड सब्सक्राइबर
डिजिटल प्लेटफॉर्म तेजी से बढ़ रहे हैं और कंटेंट क्रिएटर्स व उपभोक्ताओं के लिए रोमांचक अवसर प्रदान कर रहे हैं।14 फरवरी को लॉन्च के बाद मुकेश अंबानी के स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म जियोहॉटस्टार ने 100 मिलियन से अधिक पेड सब्सक्राइबर हासिल कर लिए है।
भारत की कंटेंट क्रिएटर और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर इंडस्ट्री कॉर्पोरेट मार्केटिंग रणनीतियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। सोशल मीडिया पर विज्ञापन और ऑफर्स के जरिए ई-कॉमर्स विक्रेता उपभोक्ताओं को सामान खरीदने के लिए लुभा रहे हैं, जिससे बड़े व्यवसाय से लेकर फिल्म निर्माता और राजनीतिक दल भी लाभ कमा रहे हैं।
अब सोशल मीडिया सिर्फ स्क्रॉल करने के लिए नहीं है। यह एक शॉपिंग मॉल बन गया है। उन्होंने कहा कि साधारण पोस्ट या वीडियो कुछ सेकंड में बिक्री में बदल सकते हैं। आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है कि सितंबर 2025 तक औसत मासिक वायरलेस डेटा खपत प्रति उपयोगकर्ता 21.2 जीबी थी। जबकि नोकिया की एक रिपोर्ट के अनुसार 5जी डेटा की मासिक खपत प्रति उपयोगकर्ता 40 जीबी तक पहुंच गई है। देश में 4जी और 5जी नेटवर्क पर डेटा खपत पिछले पांच वर्षों में 19.5% की वार्षिक दर से बढ़ रही है। भारत की 40% आबादी यानी 56.2 करोड़ लोग अब स्मार्टफोन का उपयोग करते हैं, जो अमेरिका और मैक्सिको की संयुक्त जनसंख्या से अधिक है।

ई-कॉमर्स विक्रेता को हो रहा फायदा
भारत के कंटेंट क्रिएटर और सोशल मीडिया इन्फ्लिुएंसर एक बड़े उद्योग में तब्दील हो रहे हैं, जो कॉर्पोरेट मार्केटिंग रणनीतियों में अहम भूमिका निभा रहे हैं। इस बीच, जब भारतीय अपने स्मार्टफोन से चिपके रहते हैं। ई-कॉमर्स विक्रेता उनकी स्क्रीन पर विज्ञापन और आकर्षक ऑफर भर देते हैं, जिससे वे ऐसी चीजें खरीदने के लिए ललचाते हैं जिनकी उन्हें जरूरत नहीं होती या जिन्हें वे किसी फीजिकल स्टोर से खरीदने के बारे में सोचते भी नहीं थे। इस लत से सिर्फ ऑनलाइन खुदरा विक्रेता ही फायदा नहीं उठा रहे हैं। बल्कि बड़े व्यवसाय, फिल्म निर्माता और यहां तक कि राजनीतिक पार्टियां भी फायदा उठा रही हैं।