India-US Trade – शून्य शुल्क वाला व्यापार समझौता देने की पेशकश कर रहा भारत
India-US Trade: भारत और अमेरिका के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) के तहत ‘शून्य-के-लिए-शून्य’ शुल्क रणनीति की संभावना नहीं है, क्योंकि दोनों देश आर्थिक वृद्धि के अलग-अलग स्तर पर हैं। कुछ व्यापार विशेषज्ञों ने सुझाव दिया है कि भारत अमेरिका के जवाबी शुल्क वृद्धि से निपटने के लिए अमेरिका को ‘शून्य-के-लिए-शून्य’ शुल्क रणनीति का प्रस्ताव दे सकता है। एक अधिकारी ने कहा कि अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) के बीच शून्य-से-शून्य शुल्क संभव हो सकता है क्योंकि दोनों ही विकसित और उन्नत राष्ट्र हैं। भारत-अमेरिका समझौता हमेशा एक ‘पैकेज’ समझौता होगा जिसमें सामान और गैर-शुल्क बाधाओं जैसे मुद्दे शामिल हो सकते हैं।
सितंबर-अक्टूबर तक पहले चरण को पूरा करने का लक्ष्य
एक अधिकारी ने कहा कि कहा, “ऐसा नहीं होता है कि अगर वह इलेक्ट्रॉनिक्स में ‘शून्य’ करेगा, तो हम भी इलेक्ट्रॉनिक्स में ऐसा करेंगे। व्यापार समझौते इस तरह नहीं होते हैं। यह एक गलत सोच है।” भारत और अमेरिका मार्च से बीटीए पर बातचीत कर रहे हैं। दोनों पक्षों ने इस साल सितंबर-अक्टूबर तक समझौते के पहले चरण को पूरा करने का लक्ष्य रखा है, जिसका उद्देश्य द्विपक्षीय व्यापार को मौजूदा 191 अरब डॉलर से 2030 तक 500 अरब डॉलर तक पहुंचाना है। अधिकारी ने कहा, “समझौते के लिए काम शुरू हो गया है। व्यापार समझौते पर बातचीत करने में भारत अन्य देशों से बहुत आगे है।” भारत और अमेरिका ने समझौते के तहत आने वाले हफ्तों में क्षेत्र-विशिष्ट वार्ता आयोजित करने का फैसला किया है। आने वाले हफ्तों में चर्चा करने का फैसला भारत और अमेरिका के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच चार दिनों की वार्ता के बाद लिया गया है, जो 29 मार्च को यहां संपन्न हुई थी।
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सामानों पर शुल्क हटाने की पेशकश
वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि भारत उनके देश से शून्य शुल्क वाला व्यापार समझौता देने की पेशकश कर रहा है। ट्रंप ने दावा किया कि भारत ने अमेरिका के सामानों पर शुल्क हटाने की पेशकश की है। ट्रंप ने कहा कि भारत ने हमें एक ऐसा समझौता देने की पेशकश की है, जिसमें वे हम पर वास्तव में कोई शुल्क नहीं लगाना चाहते। हालांकि, डोनाल्ड ट्रंप ने इस कथित प्रस्ताव के बारे में ज्यादा विवरण नहीं दिया कि भारत सरकार ने वास्तव में किस तरह की पेशकश की है। इसके बाद ही भारत ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस दावे को स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया।
विपक्ष का हमला
डोनाल्ड ट्रंप के इस दावे के बाद, कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्रंप के बयान पर सवाल उठाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर भी निशाना साधा। कॉमर्स मंत्री पीयूष गोयल वाशिंगटन में हैं और राष्ट्रपति ट्रंप दोहा से एक और बड़ा ऐलान कर चुके हैं। हमारे प्रधानमंत्री की ओर से पूरी तरह चुप्पी है। उन्होंने क्या सहमति दी है? और क्या इसका ऑपरेशन सिंदूर की रोक से कोई संबंध है? कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने भी केंद्र सरकार की व्यापार नीति पर सवाल उठाया और सरकार से इस पर स्पष्ट जवाब मांगा। उन्होंने कहा कि क्या यह सच है कि भारत ने अमेरिका को जीरो टैरिफ डील की पेशकश की है? सरकार को इसका स्पष्ट उत्तर देना चाहिए।
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जीरो टैरिफ पर सहमति नहीं : जयशंकर
भारत ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस दावे को स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत ने अमेरिका को जीरो टैरिफ ट्रेड डील की पेशकश की है। भारत के विदेश मंत्री एस। जयशंकर ने कहा कि भारत-अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता अब भी जारी हैं और ये बेहद जटिल हैं। जब तक हर चीज पर सहमति न हो जाए तब तक किसी एक बात को तय नहीं माना जा सकता। उन्होंने कहा कि किसी भी संभावित व्यापार समझौते पर निष्कर्ष निकालना जल्दबाजी होगा, जब तक कि बातचीत पूरी तरह से समाप्त न हो जाए। कोई भी व्यापार समझौता तभी सार्थक होगा, जब वह दोनों देशों के लिए लाभकारी हो। यही हमारी अपेक्षा है। जब तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं होती, तब तक उस पर कोई भी निर्णय देना जल्दबाज़ी होगी।
दोनों के हित का समझौता ही सार्थक
भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि भारत-अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता अब भी जारी हैं और ये बेहद जटिल हैं। जब तक हर चीज पर सहमति न हो जाए तब तक किसी एक बात को तय नहीं माना जा सकता।किसी भी संभावित व्यापार समझौते पर निष्कर्ष निकालना जल्दबाजी होगा, जब तक कि बातचीत पूरी तरह से समाप्त न हो जाए। कोई भी व्यापार समझौता तभी सार्थक होगा, जब वह दोनों देशों के लिए लाभकारी हो। यही हमारी अपेक्षा है। जब तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं होती, तब तक उस पर कोई भी निर्णय देना जल्दबाज़ी होगी।
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वार्ताएं अच्छी तरह आगे बढ़ रही हैं
वाणिज्य सचिव सुनील बड़थ्वाल ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ताएं अच्छी तरह आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा, एक भारतीय टीम अमेरिका जा रही है, जहां इन पर और चर्चा की जाएगी। ट्रंप की ओर से एपल कंपनी को लेकर दिए गए हालिया बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए बड़थ्वाल ने कहा, हम किसी दूसरे देश के राष्ट्रपति के बयानों पर टिप्पणी नहीं करते। ट्रंप ने दावा किया है कि उन्होंने एपल के सीईओ टिम कुक से बातचीत के दौरान उनसे भारत में एपल के उत्पादन का विस्तार न करने को कहा है। ट्रंप ने टिम कुक से कहा कि हमें आपके भारत में निर्माण करने में कोई दिलचस्पी नहीं है।
वे अपना ख्याल खुद रख सकते हैं। वे बहुत अच्छा कर रहे हैं। ट्रंप ने टिम कुक से कहा, “मैं नहीं चाहता कि आप भारत में निर्माण करें।” ट्रंप के अनुसार इस बातचीत के बाद एपल “अमेरिका में अपना उत्पादन बढ़ाएगा।” एपल वर्तमान में अपने कुल आईफोन उत्पादन का लगभग 20% यानी हर पांच में से एक आईफोन भारत में असेंबल करता है। भारत में एपल ने अपनी उत्पादन क्षमता पिछले साल की तुलना में इस साल करीब 60% तक बढ़ाई है। एपल ने मार्च तक 12 महीनों में भारत में 22 अरब डॉलर के आईफोन असेंबल किए। यह साल के उत्पादन की तुलना में लगभग 60% अधिक है।