IAS Sanjeev Hans – आईएएस संजीव हंस पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप
IAS Sanjeev Hans: आईएएस अधिकारी संजीव हंस पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) की जांच में पता चला है कि हंस ने एक कंपनी को ठेका देने के बदले में मर्सिडीज कार ली थी। एसवीयू की प्राथमिकी में हंस पर यौन शोषण और अवैध लेन-देन के आरोप भी लगाए गए हैं। आरोप है कि हंस के पूर्व विधायक गुलाब यादव और उनकी पत्नी अंबिका यादव के साथ घनिष्ठ संबंध थे। प्राथमिकी में कहा गया है कि 2015-20 और 2022 से अब तक गुलाब यादव और उनकी पत्नी अंबिका यादव झंझारपुर क्षेत्र से बतौर विधायक एवं विधान पार्षद के पद पर काबिज हैं। आरोप है कि गुलाब, हंस के कहने पर एक महिला को हर महीने 2 लाख रुपये देते थे। यह पैसा हंस के साथ महिला के अवैध संबंधों को छिपाने के लिए दिया जाता था। प्राथमिकी में कहा गया है, आरोप लगाने वाली महिला को हर माह 2 लाख रुपये गुलाब यादव के जरिये मिलते थे।

25 हजार रुपये महीने देते थे
हालांकि, ईडी के सामने महिला ने बताया कि गुलाब यादव उसे पहले 25 हजार रुपये महीने देते थे। बाद में यह राशि बढ़ाकर 49 हजार रुपये प्रति महीने कर दी गई। नवंबर 2017 से फरवरी 2022 के बीच उसे कुल 29 लाख रुपये दिए गए। यह राशि गुलाब यादव ने उसके बैंक खाते में जमा कराई थी। जांच में यह भी पता चला है कि हंस ने महिला को लखनऊ में 90 लाख रुपये का एक फ्लैट भी दिलाया था। यह राशि सुनील सिन्हा और उसकी कंपनी मेसर्स एक्स आर्मी मेंस प्रोटेक्शन सर्विस प्राइवेट लिमिटेड और दो अन्य लोग दिव्य प्रकाश एवं शिव राज ने 7 बार में महिला के बैंक खाते में जमा कराई थी। ईडी को शक है कि सुनील सिन्हा हंस के काले धंधे में शामिल था।
Read more: Selja Kumari: शैलजा की चुप्पी से कांग्रेस परेशान

हवाला के जरिये भेजे 2 करोड़ से अधिक
प्राथमिकी में कहा गया है कि संजीव हंस ने उस महिला को सुनील सिन्हा की मदद से हवाला के जरिये 2 करोड़ 44 लाख रुपये भेजे थे। सिन्हा आईएएस अधिकारी के बेहद करीबी थे और उनकी अवैध कमाई के कारोबार में उनकी बड़ी हिस्सेदारी है। उसने संजीव हंस से जुड़े कुछ खास फोटोग्राफ और वीडियो फुटेज भी ईडी को मुहैया कराए थे। ईडी को हंस और उनकी पत्नी मोना हंस उर्फ हरलोविलीन कौर के खिलाफ पुणे में एक सीएनजी पंप के संचालन में संदिग्ध लेनदेन के सबूत भी मिले हैं। यह पंप मेसर्स प्रोग्रोथ इंटरप्राइजेज नामक कंपनी द्वारा संचालित है, जो हंस की पत्नी और गुलाब यादव की संयुक्त कंपनी है। इस कंपनी के खाते में तीन बार में 15 लाख रुपये ट्रांसफर किए गए थे। यह पंप 2017 में खोला गया था। जिस जमीन पर यह पंप है, वह अंबिका यादव (गुलाब यादव की पत्नी) के नाम पर है।

15 महंगी घड़ियां भी बरामद
एसवीयू द्वारा दर्ज प्राथमिकी में खुलासा हुआ है कि संजीव हंस ने प्री-पेड मीटर लगाने वाली एक कंपनी को ठेका देने के एवज में मर्सिडीज कार ली थी। यह कार 2023 में खरीदी गई थी, लेकिन इसका निबंधन गुरुग्राम में रहने वाले तरुण राघव के नाम पर है, जो गुर बलतेज सिंह का दोस्त है। जांच में यह भी पता चला है कि इस कार को शुरुआत में 2022 में झारखंड स्थित कंपनी एसके एंड सन्स इंटरप्राइजेज के नाम पर खरीदा गया था। बाद में इसे तरुण के नाम पर ट्रांसफर कर दिया गया। ईडी ने छापेमारी के दौरान हंस के पास से 70 लाख रुपये मूल्य की 15 महंगी घड़ियां भी बरामद की थीं। पूछताछ में हंस ने बताया कि ये घड़ियां उन्हें विभिन्न कंपनियों ने कॉर्पोरेट गिफ्ट के तौर पर दी थीं। हालांकि, ईडी को शक है कि ये घड़ियां भी उन्हें रिश्वत के तौर पर मिली थीं। इतने महंगे उपहार लेना अखिल भारतीय सेवा शर्त नियमावली का उल्लंघन है।
- Content Marketing : भारत में तेजी से बढ़ रहा है कंटेंट मार्केटिंग का क्रेज - January 22, 2025
- Black Magic Hathras: ‘काले जादू’ के नाम पर 9 वर्ष के बच्चे की बलि - January 18, 2025
- Digital Marketing: आपके व्यवसाय की सफलता की कुंजी ‘डिजिटल मार्केटिंग’ - January 18, 2025