Husband Killed Wife and 3 Children: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में सनसनीखेज मामला
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां पति ने हैवानियत की हद पार करते हुए पहले अपनी पत्नी की गला घोंटकर हत्या की। फिर बारी-बारी से बिस्तर पर सो रहे तीनों बच्चों को रस्सी से गला घोंटकर मौत के घाट उतार दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी पति मस्तूरी थाने पहुंचा और पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया।
मजदूरी करता था आरोपी
पूरा मामला मस्तूरी थाना क्षेत्र के ग्राम हिर्री का है, जहां आरोपी उमेंद्र राम केंवट मजदूरी करता था। घर में वह अपनी पत्नी सुकरिता और तीन बच्चों के साथ रहता था। सोमवार की रात उमेंद्र घर पहुंचा और खाना खाकर सो गया। तकरीबन 10 बजे के आसपास उमेन्द्र अपनी पत्नी को उठाया और बाथरूम जाने की बात की। फिर घर के पीछे बने टॉयलेट पहुंचा। पहले से हत्या की प्लानिंग कर बैठे आरोपी उमेन्द्र ने अपने पास रखी रस्सी से पत्नी सुकरिता की गला घोंटकर हत्या कर दिया। फिर बिस्तर में गहरी नींद में सो रहें तीनों बच्चों की भी गला घोंटकर उन्हें मौत की नींद सुला दिया। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी खुद थाने पहुंच गया और घटना की जानकारी पुलिस को दी।
हत्या की बात पुलिस को बताई
आरोपी युवक ने चार लोगों की हत्या की बात पुलिस को बताई, तब पुलिस को भरोसा नहीं हुआ। पुलिस घटना की सच्चाई जानने के लिए आरोपी युवक को लेकर उसके गांव गई, जहां कड़कड़ाती ठंड में सभी सो रहे थे। पुलिस घटनास्थल पहुंची, तब उसकी पत्नी के साथ ही तीन बच्चों की लाश कमरे में पड़ी थी।
बीवी का किसी और युवक के साथ अफेयर का शक
दरअसल, उसे शक था कि उसकी बीवी का किसी और युवक के साथ अफेयर चल रहा है। मामला मस्तूरी थानाक्षेत्र के हिर्री इलाके का है। पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है। बिलासपुर के एसपी संतोष सिंह के मुताबिक, 35 साल के उमेंद्र केवट ने सोमवार देर रात वारदात को अंजाम दिया। वो शराब पीकर घर लौटा तो उसका बीवी से झगड़ा हो गया। उसने पत्नी पर इल्जाम लगाते हुए कहा कि उसके किसी गैर मर्द के साथ अवैध संबंध हैं। पत्नी ने इसका विरोध किया तो उसे गुस्सा आ गया।
रस्सी से गला घोंटकर मार डाला
उसने किचन से रस्सी उठाई। फिर पत्नी का गला घोंटकर उसे मार डाला। यही नहीं, उमेंद्र ने अपने छोटे-छोटे बच्चों को भी नहीं बख्शा। उसने एक-एक करके उनका भी गला घोंटकर मौत के घाट उतार दिया। बच्चों की उम्र महज 5, 4 और दो साल थी। दो बेटियों, एक बेटे और पत्नी की हत्या करने के बाद आरोपी ने खुद थाने में जाकर सरेंडर कर दिया। बताया जा रहा है कि वह पत्नी और बच्चों से अक्सर मारपीट करता था। आरोपी नशे का भी आदी है।
कोर्ट में किया जाएगा आरोपी को पेश
एसपी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। वहीं, चारों शवों को भी पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया है। मामले में आगामी जांच जारी है।
गांव में सन्नाटा पसरा
इधर घटना की जानकारी लगने पर गांव में सन्नाटा पसर गया है। पुलिस ने तीनों बच्चों समेत चार शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं। पुलिस की एक टीम गांव में लोगों से पूछताछ कर रही है। पत्नी की हत्या के बाद आरोपित देर रात तक वहीं पर बैठा रहा। इस सनसनी खेज घटना की खबर पड़ोसियों और उमेंद्र के मकान के पास में रहने वाले रिश्तेदारों को भी नहीं लगी।
अपराधी के ‘मन की बात’ बताए आपराधिक मनोविज्ञान
अब किसी भी अपराधी के मन में क्या चल रहा है, वो कैसी हरकते कर रहा है, उसकी बॉडी लैंग्वेज क्या है, क्या बातें वो बोल रहा है, इसका पता आपराधिक मनोविज्ञान के जरिए लगाया जा सकता है। जितने भी क्रिमिनल साइकोलॉजिस्ट होते हैं, वो यहीं काम करते हैं, क्रिमिनल के मन में क्या चल रहा है, कोई जुर्म किया गया, तो उसके पीछे की मंशा क्या थी। इसी तरह इन जुर्म के पीछे का जो गुस्सा होता है, उसकी असल समीक्षा भी साइकेट्रिस्ट और साइकोलॉजिस्ट सटीक तरह से करते हैं। मेडिकल साइंस में आपराधिक मनोविज्ञान की परिभाषा कुछ इस तरह की बताई गई है- अपराधियों के विचारों और व्यवहार को पढ़ना आपराधिक मनोविज्ञान कहलाता है। अपराधी ने कोई जुर्म किया, लेकिन उस तरह से क्यों किया, वो ‘क्यों’ ही क्रिमिनल साइकोलॉजी के अंदर आता है। साइकोलॉजिस्टों का मानना है कि उमेंद्र ने जो किया, वो गुस्से से कुछ अलग था, उसके पीछे मनोविज्ञान सामान्य नहीं हो सकता है। इस बारे में मनो विशेषज्ञ कहते हैं कि गुस्सा तो देखिए सभी को आता है, लेकिन जो नॉर्मल पर्सन होता है, वो उसे कंट्रोल कर लेता है। लेकिन वहीं अगर कोई क्रिमिनल पर्सनालिटी वाला इंसान है, या कोई एंटी सोशल पर्सनालिटी है, वो अपने गुस्से को कंट्रोल नहीं कर पाता है। आप कह सकते हैं कि उसे उस गुस्से से एक ‘संतुष्टि’ भी मिलती है, आसान शब्दों में किसी को चोट पहुंचा कर अंदरूनी खुशी मिलती है। लेकिन ये बातें तब लागू होती हैं जब इंसान को किसी तरह का पर्सनालिटी डिसऑर्डर होता है।
जुर्म को लेकर पश्चताप नहीं होता
मनो विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर किसी के मन में शक बैठ जाए, उसे लगे कि उसका पार्टनर उसे चीट कर रहा है, तो भी उसे ऐसा गुस्सा आ सकता है। हो सकता है ये सिर्फ शक पर आधारित हो, इसमें कोई वास्तविकता ना हो। लेकिन उस शक की वजह से इस तरह का जुर्म किया जा सकता है। अगर किसी अपराधी में अपने जुर्म को लेकर पश्चताप नहीं होता, तब ये बात और ज्यादा पुख्ता हो जाती है कि उसका पिछला बैकग्राउंड में कुछ ऐसा ही रहा होगा। बचपन में ऐसे लोग छोटी-मोटी हरकतें जैसे कि छोटे बच्चों को परेशान करना, जानवरों के प्रति बहुत ज्यादा हिंसक होना, लगातार नियम तोड़ना, चीटिंग करने की टेंडेंसी रहना, चोरी करना, नशे के आदि हो जाना, स्कूल में किसी दूसरे बच्चे को परेशान करना, ऐसे लोगों में ये सब कॉमन हो जाता है। ये नहीं कहा जा सकता कि एक ही दिन के अंदर इस तरह के जुर्म को अंजाम दे दिया गया हो।
हाइपर एंजायटी भी है कारण
दो प्रेमियों का अलग होना या किसी तीसरे की तरफ आकर्षित होना सामान्य बात है तो मसला हत्या के स्तर तक कैसे पहुंच जाता है। मनोचिकित्सकों का कहना है कि किसी प्रेमी के प्रेमिका या पति के पत्नी की हत्या करने की कई वजह हो सकती हैं। इसे किसी एक केमिकल के ज्यादा रिसाव से होने वाली प्रतिक्रिया के तौर पर सीमित करना गलत है। इसकी एक वजह हाइपर एंजायटी हो सकती है। कई बार ईर्ष्या, विवाहेत्तर संबंधों में पत्नी को नई प्रेमिका के बारे में पता लगने का डर जैसे परिस्थितिजन्य कारण भी हो सकते हैं। कई बार किसी दूसरे व्यक्ति से संबंधों का शक भी हत्या का कारण बन सकता है। हर मामले में हत्या के कारण अलग हो सकते हैं। लिहाजा, पार्टनर में ऐसा कोई भी लक्षण नजर आने पर सतर्क हो जाना चाहिए।
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