Holi Festival: जबरदस्ती रंग लगाना भी अपराध
होली रंग, उल्लास और मस्ती का पर्व है लेकिन तभी तक जब तक आपकी भावनाएं कोमल, सच्ची और भोली हैं। अगर आप वाकई में होली में खुशियां बांटना चाहते हैं तो आपको भी मिलेंगी लेकिन अगर आपके अंदर होली के बहाने कोई काइयांपन छिपा है तो उसके उजागर होते ही लेने के देने पड़ जायेंगे। होली में अमर्यादित होने के लिए लोगों ने खुद से ही कई तरह की छूट ले ली है। कई तरह के मिथ गढ़ लिये हैं। होली का नाम लेते ही ऐसे असामाजिक तत्व तपाक से कहते हैं- फागुन में तो बाबा भी देवर लगते हैं।
होली वाले दिन ये कुंठित लोग महिलाओं को ‘भाभीजी’ या बुरा न मानो होली कहकर जबरदस्ती रंग लगा देते हैं। अपनी कुंठा तुष्ट करने के लिए उन्हें गलत ढंग से छू लेते हैं और त्योहार का मजा किरकिरा करने की कोशिश करते हैं। अगर आप भी इन असामाजिक तत्वों में से हों या होली के बहाने ऐसी मस्ती करने की सोच रहे हों तो सावधान हो जाएं। वो दिन लद गए जब महिलाएं ऐसी बदतमीजियों पर मन मसोसकर रह जाती थीं।
अब अगर आप होली के बहाने किसी महिला को जबरदस्ती छुएंगे या छूने की कोशिश करेंगे, उसके न चाहने पर भी उसे रंग लगाएंगे या लगाने की कोशिश करेंगे तो यौन शोषण के अपराध के तहत सीधे 5 साल तक की जेल की सजा हो सकती है। अगर आप होली की आड़ में किसी के साथ बदतमीजी करते हैं तो यह आईपीसी की धारा 354 के तहत दुराचार की श्रेणी में आता है। मेघालय हाई कोर्ट ने कपड़े के ऊपर से भी किसी महिला को बिना उसकी मंजूरी के छूने को रेप की कैटेगिरी में माना है। इसलिए होली के बहाने किसी तरह की कुंठा न निकालें।
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महिलाओं के हाथ में असरकारक हथियार
होली के बहाने काइयांपन सालों होता रहा है। होली के बहाने कुछ सिरफिरे लोग, कुछ बीमार मानसिकता के लोग बदतमीजी करते रहे हैं। जब तक महिलाओं के पास अपनी आप बीतियों को साझा करने के लिए सोशल मीडिया जैसे मंच नहीं थे तब तक होली के बहाने की जाने वाली तमाम ऐसी बदतमीजियां वे चुपचाप अपमान के घूंट की तरह पी जाती थीं लेकिन अब ऐसा नहीं है।
अब ज्यादातर महिलाओं के हाथ में मोबाइल नाम का एक असरकारक हथियार है। जिससे वे न केवल अपनी आपबीती को मिनटों में बहुत लोगों के साथ साझा कर सकती हैं बल्कि इसी मोबाइल की बदौलत वे होली की आड़ में बदतमीजी करने वालों के हाथ पुलिस की हथकड़ियां लगवा सकती हैं। इसी मोबाइल फोन के कैमरे से ऐसे बेहूदों को जिंदगीभर याद रखने वाली सजा और सबक सिखाए जा सकते हैं।
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पहले से ही सजग रहें
होली के बहाने अपनी मस्ती की ठिठोली में सारी हदें पार कर जाने वाले अब मर्यादा की खोल में रहें वरना लेने के देने पड़ सकते हैं। कई आवारा किस्म के लड़के होली को लड़कियों के साथ छेड़खानी करने का लाइंसेस मान लेते हैं। अगर आपके दिल-दिमाग में भी कहीं यह मान्यता बैठी है तो उसे तुरंत निकाल दें। होली की मस्ती का फायदा उठाने अगर छोटी सी भी कोई हरकत करेंगे तो ध्यान रहे कि यह बहुत भारी पड़ सकती है। तकनीक आज आवारा और बदतमीज लोगों को सबक सिखाने में बहुत मददगार साबित हुई है। इसलिए बेहतर है कि पहले से ही सजग रहें।
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लोगों के अंदर विश्वास भरा
हमने होली के नाम पर न जाने ऐसी कितनी कहानियां सुनी और पढ़ी हैं कि लोग बुरा न मानो होली के हुड़दंग के बीच महिलाओं को जबरदस्ती न सिर्फ रंग लगाते रहे हैं बल्कि उनके प्राइवेट पार्ट्स तक को छूने की धृष्टता करते रहे हैं। शायद इन्हीं बदतमीजियों से मर्यादा का घड़ा आज अपने मुंह तक भरा हुआ है। इन्हीं हरकतों को ध्यान में रखकर आज पुलिस प्रशासन होली के पूरे दिन चौकन्ना रहता है।
आज की तारीख में होली की आड़ में हरकतें करने वालों को ऐसा सबक सिखाता है कि यह उन्हें ही नहीं उनके परिजनों को भी ताउम्र याद रहता है। सिर्फ कानून ही नहीं बल्कि हाल के सालों में देश के लगभग सभी शहरों में गैर सरकारी संगठनों ने भी ऐसी हरकतें करने वाले बदमाशों के खिलाफ लोगों को जागरूक किया है और इन्हें सबक सिखाने के लिए लोगों के अंदर विश्वास भरा है।

कई युवाओं का करिअर खत्म
आज की तारीख में ज्यादातर शहरों में सड़कों, गलियों आदि में बड़ी संख्या में सीसीटीवी कैमरे भी लग गए हैं। इस वजह से इस तरह की हरकतें किसी न किसी रूप में कैद हो जाती हैं। इसलिए अगर आपके दिमाग में मस्ती का कीड़ा कुलबुला रहा हो तो यह सोच लें कि इसकी कितनी कीमत देनी पड़ सकती है। ऐसी हरकत करने वाले कई युवाओं का करिअर खत्म हो गया है। समाज में जो सजा और हिकारत मिली, वह अलग। ऐसी हरकत करने वालों को मनोविद की सलाह पर लंबे समय तक जेल में रखने की सजा भी हो सकती है। इसलिए होली की मस्ती के दौरान याद रखें ऐसी कोई हरकत न करें जिसकी जिंदगी भर कीमत चुकानी पड़े।
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