Dhirubhai Ambani: वो मिट्टी से भी पैसा कमाने का गुर जानते थे
Dhirubhai Ambani: रिलायंस इंडस्ट्री की नींव रखने वाले धीरूभाई अंबानी ने शून्य से शिखर तक का सफर किया है। अपने दम पर उन्होंने रिलायंस की नींव रखी और उसे देश की बड़ी कंपनियों में शामिल कर दिया। न तो वो किसी कारोबारी घराने से आते थे और न हा उनके पास पैसे थे। अभावों में जिसका बचपन बीता, उसने अपनी मेहनत के दम पर अरबों का कारोबार खड़ा कर दिया। महज 500 रुपये और तीन कुर्सी वाले एक दफ्तर से उन्होंने देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस की नींव रखी। भले ही उनके पास पैसा न हो, लेकिन उनके भीतर कारोबार की समझ थी।
वो मिट्टी से भी पैसा कमाने का गुर जानते थे। 20वीं सदी के सबसे महान धन निर्माताओं में से एक, धीरूभाई अंबानी स्वतंत्र राष्ट्र में प्रत्येक वंचित भारतीय की शक्ति, संकल्प और दृढ़ संकल्प का प्रतिनिधित्व करते हैं। गुजरात के एक छोटे से गांव से आने वाले धीरूभाई अंबानी ने आधुनिक भारत के सबसे बड़े बिजनेस टाइकून में से एक बनने के लिए सभी बाधाओं का सामना किया। उनके जीवन, संघर्ष, कहानी, उपलब्धियों और धीरूभाई अंबानी के अनमोल विचार ने दुनिया भर में लाखों लोगों को सभी प्रतिकूलताओं से लड़ने और असंभव को हासिल करने के लिए प्रेरित करते हैं।
सपनों को पूरा करें
यदि आप अपने सपने पूरे नहीं करोगे तो कोई और आपको अपने सपने पूरा करने के काम में लगाएगा।
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विकास की नींव ‘विश्वास’
मेरे अतीत, वर्तमान और भविष्य के बीच, एक सामान्य कारक है, ‘रिश्ता और विश्वास’ यह हमारे विकास की नींव है।
नकारात्मक शक्तियों को चुनौती दें
आशा, आत्मविश्वास और दृढ़ विश्वास के साथ नकारात्मक शक्तियों को चुनौती दें। मेरा मानना है कि महत्वाकांक्षा और पहल की अंततः जीत होगी।
समय सीमा
समय सीमा को पूरा करना पर्याप्त नहीं है, समय सीमा से पहले काम पूरा करना मेरी अपेक्षा है।
लक्ष्य का पीछा करें
कठिनाइयों का सामना करते हुए भी अपने लक्ष्य का पीछा करें, और प्रतिकूलताओं को अवसरों में बदलें।
सपने बड़े होने चाहिए
हमारे सपने बड़े होने चाहिए, हमारी महत्वाकांक्षाएं ऊंची, हमारी प्रतिबद्धता गहरी और हमारे प्रयास और भी बड़े होने चाहिए।
दृढ़ संकल्प और पूर्णता
यदि आप दृढ़ संकल्प और पूर्णता के साथ काम करते हैं, तो सफलता अवश्य मिलेगी।
शासन करना सिखाएं
हम अपने शासकों को नहीं बदल सकते, लेकिन हम उन्हें कम से कम यह तो सिखा सकते हैं कि हम पर शासन कैसे किया जाए।
विचारों पर किसी का एकाधिकार नहीं
बड़ा सोचो, तेजी से सोचो, आगे की सोचो| विचारों पर किसी का एकाधिकार नहीं है।
विपरीत परिस्थितियों में हार न मानें
युवा उद्यमियों को मेरी सलाह है, कि विपरीत परिस्थितियों में हार न मानें और नकारात्मक शक्तियों को आशा, आत्मविश्वास और दृढ़ विश्वास के साथ चुनौती दें।
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