Evergreen Scope: हमेशा रहती है प्रोफेशनल्स की मांग
Evergreen Scope: किसी भी क्षेत्र में पूरी तरह से मांग कभी खत्म नहीं होती और कोई भी ऐसा क्षेत्र नहीं होता जिसमें हर जॉब चाहने वाले को जॉब मिल ही जाए। फिर भी हर साल या कुछ सालों के अपने एक दौर में कुछ विशेष क्षेत्रों में दूसरे क्षेत्रों के मुकाबले मांग ज्यादा रहती है। वे कुछ इस प्रकार हो सकते हैं- साइबर सुरक्षा एक्सपर्ट, मानव संसाधन, नर्सिंग, गेम डिजाइन, डेटा साइंस, औषधि विज्ञान, इंजीनियरिंग, विज्ञापन और विपणन, इकोनॉमिक्स तथा निर्माण। ये वे क्षेत्र हैं जिनकी डिग्रियों और डिप्लोमाधारियों को इस साल रोजगार के क्षेत्र में काफी पूछ रहेगी और यह पूछ सिर्फ इसी साल तक सीमित नहीं रहेगी बल्कि यह दुनियावी अर्थव्यवस्था के बदल रहे ट्रेंड की मांग है और यह अगले एक दशक तक जारी रह सकती है। इन महत्वपूर्ण क्षेत्रों के भीतर मौजूद तमाम तरह की डिग्रियां और डिप्लोमा रखने वालों को आसानी से नौकरी लगने की संभावनाएं हैं।
कई सालों से लगातार मांग – साइबर सुरक्षा
ऐसे क्षेत्रों में साइबर सुरक्षा का क्षेत्र भी शामिल है। वैसे इस क्षेत्र में पिछले कई सालों से लगातार मांग बनी हुई है लेकिन कोरोना महामारी के दौरान जिस तरह से बहुत बड़े पैमाने पर वर्क फ्रॉम होम होने लगा है और पहले के मुकाबले इंटरनेट पर हर क्षेत्र की निर्भरता कई गुना ज्यादा बढ़ गई है, तब से इंटरनेट सुरक्षित और सहूलियत भरा बना रहे, इसे सुनिश्चित करने के लिए ऐसे प्रोफेशनलों की मांग बढ़ गई है जो इंटरनेट की सुरक्षा को बरकरार रखने में मददगार होते हैं। बाहर से देखने में लगता है कि साइबर सुरक्षा कोई एक ही डिग्री का विषय होगा लेकिन ऐसा नहीं है।
साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में भी अलग-अलग तरह के प्रोफेशनल्स होते हैं। इन अलग-अलग प्रोफेशनल्स के लिए जिन डिग्रियों की मांग इस साल और आने वाले सालों में होने वाली है, उसमें साइबर सुरक्षा विश्लेषक, साइबर सुरक्षा सलाहकार, सिस्टम इंजीनियर, साइबर सुरक्षा एडमिनिस्ट्रेटर और साइबर सुरक्षा सॉफ्टवेयर डेवलपर जैसी डिग्रियां हैं। इसी तरह औषध विज्ञान क्षेत्र में भी इस साल फार्मासिस्ट, फार्माकोलॉजिस्ट, फार्मास्युटिकल मार्केटिंग मैनेजर और मेडिकल राइटर जैसे विषयों की डिग्रियां और डिप्लोमा रखने वालों को आसानी से नौकरी लगने की संभावना है।
मानव संसाधन
मानव संसाधन के क्षेत्र में भी इस साल मांग काफी रहने वाली है क्योंकि कोरोना काल के बाद बदली हुई कामकाजी परिस्थितियों में मानव संसाधनों के प्रबंधन की भी पारंपरिक व्यवस्था अब कामयाब नहीं रही। इसलिए अब मानव संसाधन के क्षेत्र में नई तरह की कुशलताओं को जांचने परखने की कला जरूरी हो गई। मानव संसाधन क्षेत्र की जिन 4-5 डिग्रियों की इस साल या आने वाले दिनों में मांग रहेगी उनमें बुनियादी भर्तीकर्ता मावन संसाधन अधिकारी, मुआवजा एवं लाभ प्रबंधक, मानव संसाधन मैनेजर और मानव संसाधन सलाहकार जैसी कुशलताएं प्रदान करने वाली डिग्रियां और डिप्लोमा हैं।
Read more: Green Jobs: देश में ग्रीन जॉब्स की बूम
नर्सिंग क्षेत्र तो सदाबहार
नर्सिंग का क्षेत्र सदाबहार है। पिछले दो दशकों में शायद ही कभी इस क्षेत्र में मांग कम रही हो लेकिन कोरोना के बाद नर्सिंग क्षेत्र में भी नई तरह की कुशलताओं की मांग बढ़ी है। इस कारण इस साल और आने वाले सालों में नर्सिंग क्षेत्र में जिन डिग्रियों की खास तौर पर मांग बढ़ने वाली है, वे हैं-कार्डिएक नर्स, क्रिटिकल केयर नर्स, पंजीकृत नर्स, फैमिली नर्स प्रैक्टिशनर और प्रमाणित पंजीकृत नर्स एनस्थेटिस्ट। इन क्षेत्रों में स्नातक डिग्री हासिल नर्सों की मांग रहेगी।
इंजीनियरिंग क्षेत्र
इंजीनियरिंग के क्षेत्र में इस साल सिविल इंजीनियरों के साथ-साथ बायोमेडिकल इंजीनियर, पर्यावरण इंजीनियर, सॉफ्टवेयर इंजीनियर और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री वाले इंजीनियरों की बाजार में काफी मांग रहेगी।
गेम डिजाइनिंग
गेम डिजाइनिंग का क्षेत्र यूं तो पहली नजर में लगेगा कि जैसे यह हमारी बुनियादी जरूरतों से रिश्ता नहीं रखता लेकिन ऐसा नहीं है। यह क्षेत्र न सिर्फ हमारी बदलते हुए डिजिटल दौर के मनोरंजन का मुख्य साधन है बल्कि यह बहुत कारगर स्ट्रेस निवारक भी है। इसलिए इस साल गेम डिजाइनिंग के क्षेत्र में नये से नये प्रभावी गेम डिजाइनों की मांग बढ़ेगी। नतीजतन मल्टीमीडिया आर्टिस्ट और एनीमेटर की मांग खूब रहेगी। सॉफ्टवेयर डेवलपर्स, आर्ट डायरेक्टर और ग्राफिक डिजाइन भी मांग में रहेंगे।
विज्ञापन और विपणन क्षेत्र
इसी क्रम में डाटा इंजीनियर्स, विज्ञापन और विपणन प्रबंधकों की भी खूब मांग रहेगी। इन क्षेत्रों के लिए जो डिग्रियां और डिप्लोमा इस साल और आने वाले सालों में मांग में रहेंगी, उनमें डेटा साइंटिस्ट, मशीन लर्निंग इंजीनियरिंग, एंटरप्राइज आर्किटेक्ट तथा एप्लीकेशन आर्किटेक्ट की मांग रहेगी। विज्ञापन और विपणन के क्षेत्र में इस साल और आने वाले सालों में मार्केंटिंग मैनेजर, एसईओ मैनेजर, फंड जनरेटिंग मैनेजर, इवेंट प्लानर और सोशल मीडिया मैनेजर की मांग बढ़ने वाली है।
इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएट्स को मौके
अर्थशास्त्र के क्षेत्र में वित्तीय जोखिम की डिग्री हासिल करने वाले ग्रेजुएट्स की इस क्षेत्र में मांग रहेगी। सामान्य अर्थशास्त्रियों के अलावा आने वाले साल में अर्थशास्त्र के क्षेत्र में वित्तीय प्रबंधकों की भी काफी मांग रहेगी। इसलिए इन क्षेत्र में डिग्री या डिप्लोमा किया जा सकता है।
निर्माण क्षेत्र में भी तरजीह
निर्माण के क्षेत्र में भी इस साल जिन महत्वपूर्ण विषयों पर डिग्री और डिप्लोमा रखने वालों को तरजीह दी जायेगी, उनमें परियोजना प्रबंधक और परियोजना इंजीनियर निर्माण निरीक्षक एवं कंस्ट्रक्शन प्लानर तथा सिविल इंजीनियरिंग की डिग्री और डिप्लोमा की मांग रहेगी।
- Content Marketing : भारत में तेजी से बढ़ रहा है कंटेंट मार्केटिंग का क्रेज - January 22, 2025
- Black Magic Hathras: ‘काले जादू’ के नाम पर 9 वर्ष के बच्चे की बलि - January 18, 2025
- Digital Marketing: आपके व्यवसाय की सफलता की कुंजी ‘डिजिटल मार्केटिंग’ - January 18, 2025