INDIA Alliance not working: लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं विपक्षी नेता
विपक्ष के इंडी गठबंधन में अब रार खुलकर सामने आने लगी है। कभी बंगाल की सीएम ममता बनर्जी तो कभी सपा प्रमुख अखिलेश यादव कांग्रेस पर हमला बोल रहे हैं। इस बीच विपक्षी गठबंधन पर अब भाजपा ने भी तंज कसा है। भाजपा नेता दिलीप घोष ने कहा कि अब कोई विपक्षी गठबंधन नहीं बचा है। सभी विपक्षी नेता एक-एक करके इंडी गठबंधन छोड़ रहे हैं। भाजपा नेता ने कहा कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने कहा कि वह 2024 लोकसभा में अकेले चुनाव लड़ेंगी। कई और नेता भी ये बयान दे चुके हैं। इसलिए यह नेता सिर्फ लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं।
‘न्याय’ कर नहीं पा रहे – अनुराग ठाकुर
वहीं, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि वो अपने इंडी गठबंधन में तो ‘न्याय’ कर नहीं पा रहे, तभी वो हर राज्य में जा रहे हैं। ठाकुर का ये बयान बिहार की राजनीति में उथल-पुथल और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के 2024 के लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने के फैसले पर आया है।
हर दिन मिल रहे झटके
वहीं भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार द्वारा महागठबंधन से नाता तोड़ने और फिर से भाजपा में शामिल होने की खबरों के बाद कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला बोला। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि इंडी गठबंधन को लगभग हर दिन झटके मिल रहे हैं। पूनावाला ने कहा कि हर जगह के नेता राहुल गांधी की न्याय यात्रा को अलविदा कह रहे हैं। शहजाद पूनावाला ने कहा कि राहुल को अब हर कोई छोड़ रहा है। उन्होंने कहा कि मिलिंद देवड़ा ने राहुल गांधी का विरोध किया, समाजवादी पार्टी ने भी राहुल गांधी के खिलाफ युद्ध छेड़ रखा है, यही कारण है कि गठबंधन अब नहीं बचता दिख रहा है।
पटरी पर आएगी इंडिया गठबंधन की गाड़ी ?
हाल ही में बंगाल में सीटों के सवाल पर वहां की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी ने स्पष्ट कर दिया है। वह कांग्रेस को ज़्यादा सीटें देने के मूड में नहीं हैं। ममता बनर्जी ने कहा, ”कांग्रेस बंगाल में रैली कर रही है लेकिन हमें नहीं बता रही है। मैं इंडिया गठबंधन की हिस्सा हूँ और इस नाते उन्हें बताना चाहिए कि दीदी मैं आपके राज्य में आ रहा हूँ। हमलोग सेक्युलर पार्टी हैं और बीजेपी को हराने के लिए जो भी हम कर सकते हैं, उसे करेंगे।”
इस मुद्दे पर दोनों दलों के नेताओं की परस्पर विरोधी बयानबाज़ी के बाद यहां राजनीतिक हलकों में यही सवाल पूछा जा रहा है। इसी के साथ यह सवाल भी उभर रहा है कि क्या यहां इंडिया गठबंधन की गाड़ी आख़िरकार पटरी पर आएगी? मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी कभी अकेले अपने बूते राज्य की सभी 42 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का संकेत दे रही हैं तो कभी वाममोर्चा पर इंडिया गठबंधन के एजेंडे को नियंत्रित करने की कोशिश का आरोप लगा रही हैं।
Read more: Shani Chalisa: शनिवार के दिन करें भगवान शनि की चालीसा का पाठ, घर में कभी नहीं होगी पैसों की कमी
बड़े भाई की भूमिका में आए कांग्रेस
इंडिया एलायंस को सीट शेयरिंग पर अब और ज्यादा समय बरबाद करने का सीधा मतलब है कि वह अपना समय जाया कर रही है। जहां पर आसानी से सीट शेयर हो जाए वहां एकजुट हो कर चुनाव लड़ना चाहिए। जहां न हो सके वहां बीजेपी को टक्कर दे रही पार्टी को सपोर्ट करना चाहिए। कांगेस चूंकि सबसे बड़ी पार्टी है इसलिए उसे बड़े भाई की भूमिका में आना होगा। कई राज्यों में कुछ सीटों की कुरबानी कई दूसरे राज्यों में उनके लिए फायदेमंद भी हो सकती है।
इंडिया एलायंस को एक बात याद रखनी चाहिए कि 2004 में बनी यूपीए सरकार को जिन दलों ने साथ नहीं चुनाव लड़ा था उन्होंने भी सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका बनाई थी। कांग्रेस अगर ऐसा करती है तो अंतत फायदा उसे ही होना वाला है। क्योंकि कांग्रेस की सीटें कितना भी कम हो जाएं सबसे ज्यादा सीटें उसके पास ही रहने वाली हैं।
- Rupinder Kaur, Organic Farming: फार्मिंग में लाखों कमा रही पंजाब की महिला - March 7, 2025
- Umang Shridhar Designs: ग्रामीण महिलाओं को बनाया आत्मनिर्भर, 2500 महिलाओं को दी ट्रेनिंग - March 7, 2025
- Medha Tadpatrikar and Shirish Phadtare : इको फ्रेंडली स्टार्टअप से सालाना 2 करोड़ का बिजनेस - March 6, 2025