Magnesium: जानिए आखिर क्यों जरुरी है मैग्नीशियम शरीर के लिए और कैसे दूर करें इसकी कमी को
Magnesium: स्वस्थ शरीर के लिए पोषक तत्वों की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इन पोषक तत्वों की पूर्ती सामान्य रूप से हमारे भोजन के माध्यम से हो जाती है। जो हमारे शरीर को बेहतर बनाये रखने का काम करते हैं। इसीलिए डॉक्टर हमेशा पौष्टिक और संतुलित आहार लेने की बात करते हैं। जिससे हमारे शरीर को पूरा पोषण मिल सके। यदि शरीर में किसी भी प्रकार आहार सबंधी गड़बड़ी होती है तो इससे हमारे शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो सकती है। और फिर स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें होने लगती हैं। आज इस लेख में हम ऐसे ही एक पोषक तत्व Magnesium की बात करेंगे।
आज इस आर्टिकल में हम मैग्नेसियम के बारे में जानेंगे। जैसे कि – शरीर में मैग्नीशियम का क्या काम होता है? हमें मैग्नीशियम की आवश्यकता क्यों है? मैग्नीशियम की कमी को कैसे पूरा करें? मैग्नीशियम की कमी से कौन सा रोग होता है? किस भोजन में अधिकतम मैग्नीशियम होता है? आदि ऐसे अन्य प्रश्नों के उत्तर जानेंगे।
जानिये क्या है Magnesium
मैग्नीशियम शरीर में प्रचुर मात्रा में पाया जाने वाला खनिज है। जो हमारे शारीरिक और मानसिक सेहत को बेहतर बनाने के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। एक व्यस्क व्यक्ति के शरीर में मैग्नीशियम 25 ग्राम तक पाया जाता है। जिसका 50 या 60 प्रतिशत तक कंकाल प्रणाली में स्टोर होता है। और बाकी मांसपेशियों, ऊतकों और शारीरिक तरल पदार्थों में पाया जाता है। बता दें कि ये हमारे शरीर के विभिन्न अंगों को स्वस्थ रखने व उनके कार्य को जारी रखने के लिए आवश्यक होता है। जैसे कि मैग्नीशियम स्वस्थ मांसपेशियों, हड्डियों और तंत्रिकाओं और ब्लड शुगर के स्तर को संतुलित रखने तथा शरीर में अन्य केमिकल रिएक्शन को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक होता है।
मैग्नीशियम की आवश्यकता क्यों है ?
अब जानते हैं कि शरीर में मैग्नीशियम का क्या काम होता है? मैग्नीशियम हमारे शरीर के अंगों के विभिन्न कार्यों को पूरा करने में सहायक होता है। जैसे की मांसपेशियों के कार्य को करने, हड्डियों को मजबूत रखने, कैल्शियम और विटामिन-डी के स्तर को विनियमित करने और एक बेहतर इम्यून सिस्टम को बनाये रखने में में सहयता करता है। यही नहीं दिल की धड़कनों को स्थिर रखने में भी मैग्नीशियम अहम भूमिका निभाता है। इसके अतिरिक्त ब्लड शुगर के स्तर को रेगुलेट करने, एनर्जी मेटाबॉलिज्म और प्रोटीन सिंथसिस जैसी प्रक्रिया को बनाये रखने के लिए मैग्नीशियम आवश्यक होता है। साथ ही रजोनिवृत्ति के बाद महिलाओं में हड्डियों के घनत्व को ठीक रखने और ऑस्टियोपोरोसिस के जोखिम को कम करने में भी मैग्नीशियम बहुत आवश्यक होता है।
मैग्नीशियम की कमी से कौन सा रोग होता है?
आइये अब जानते हैं की मैग्नीशियम की कमी के चलते कौन कौन सी बीमरियां हो सकती हैं ? यदि आप के शरीर में किसी कारणवश मैग्नीशियम की कमी हो जाती है तो बहुत सी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती है। जैसे कि उच्च रक्तचाप, डायबिटीज, माइग्रेन, अवसाद आदि। मैग्नीशियम की कमी के चलते दिमाग सुस्त हो स्ट्रेस और डिप्रेशन जैसी समस्या आती है। कई बार व्यक्ति के कोमा में जाने सम्भावना भी बढ़ जाती है।
ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारी जिसमे हड्डियों के कमजोर होने के चलते बार बार फ्रैक्चर होने की सम्भावना हो जाती है। इसके अलावा कुछ लोगों को इसकी वजह से अस्थमा भी हो जाता है। वहीँ मांसपेशियों में दर्द और कमजोरी की शिकायत भी रहती है। भूख में कमी, मतली, उल्टी, नींद की कमी , थकान, सिर दर्द ,मांसपेशियों में ऐंठन या कंपकंपी, असामान्य हार्ट बीट आदि लक्षण भी देखने को मिलते हैं।
मैग्नीशियम की कमी को कैसे पूरा करें?
आप की जानकारी के लिए बता दें कि वयस्क पुरुषों को रोजाना 400-420 ग्राम मैग्नीशियम की आवश्यकता होती है जबकि महिलाओं को 340-360 ग्राम मैग्नीशियम की आपूर्ति की आवश्यकता होती है। यदि आप भी सोच रहे हैं कि मैग्नीशियम की कमी को पूरा कैसे करें। तो उसके लिए आप यहाँ दिए गए पॉइंट्स को नोट कर लें –
- चिया बीज, हरी सब्जियां,कद्दू के बीज, साबुत अनाज और फलियां, बादाम जैसे मैग्नीशियम रिच फूड्स को डाइट में शामिल करें।
- एवोकाडो, आलू, केला इत्यादि फल मैग्नीशियम की मात्रा बढ़ाते हैं।
- काजू, किनोआ, ब्राउन राइस, डेयरी प्रोडक्ट में मैग्नीशियम की पर्याप्त मात्रा होती है।
आप को इन सभी चीजों से मैग्नीशियम की भरपूर मात्रा मिल जाएगी। बस आवश्यकता होती है कि इन्हे कर पाए। इसके लिए यहाँ दिए जा रहे तथ्यों को ध्यान रखें। जैसे कि मैग्नीशियम से भरपूर डाइट खाने पर कैल्शियम रिच फ़ूड कुछ घंटो तक न खाएं। इसके अतिरिक्त जिंक सप्प्लिमेंट की मात्रा को कम करें। एक और बात का ध्यान रखना आवश्यक है, वो ये कि धूम्रपान न करें।
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