Women Empowerment: जानिए ऐसी कुछ महिला राजनेताओ के बारे में जिन्होंने अपना लोहा मनवाया है
आज भी हमारा समाज पुरुष प्रधान ही है और भारतीय राजनीती में भी अभी तक पुरुषो का ही वर्चस्व कामय है. परन्तु आज के समय में महिलाये भी पुरुषो से किसी भी मायने में पीछे नहीं हैं. हमारे देश की महिलाये आज देश के सर्वोच्च और सशक्त पदों पर कार्यरत हैं। हर फिल्ड में महिलाये अपना लोहा मनवा रही हैं।
आज देश का कोई भी ऐसा क्षेत्र नहीं हैं जहा महिलाये कार्यरत नहीं हैं देश की आजादी की लड़ाई में भी औरतो ने पुरुषो के कंधे से कंधा मिला कर भाग लिया था। उसके बाद महिलाओ ने देश के संविधान निर्माण में भी अपना योगदान दिया था। शुरुआत में संविधान सभा में केवल 15 महिलाये ही शामिल थी।परन्तु धीरे-धीरे महिला राजनेताओ की सख्या में बढ़ोतरी होने लगी। चलिए आज इस लेख में ऐसी ही कुछ महिलाओ के बारे में जानते हैं।
निर्मला सीतारमण
देश की वर्तमान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमणका का जन्म 18 अगस्त 1959 को तमिलनाडु के मदुरै में ब्रह्मण परिवार में हुआ था. उन्होंने साल 1980 में तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली के सीतालक्ष्मी रामास्वामी कॉलेज से इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की थी। इसके बाद उन्होंने दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से अंतरास्ट्रीय अध्ययन में एम फिल किया। निर्मला सीतारमण 2023 – 2005 तक राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य रह चुकी है। 2008 में वे भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गई थी. 2014 में उन्होंने वित्त मंत्रालय में राज्य मंत्री और कॉपोरेट मामलो के मंत्रालय में राज्य मंत्री के रूप कार्यभार संभाला था। 2017 में उन्होंने देश की रक्षा मंत्री का भी पद संभाला था। देश की वर्तमान वित्त मंत्री सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पुरे विश्व में प्रसिद्ध हैं। वे 2019 से अब तक लगातार देश का वित्त मंत्रालय संभाल रही हैं। फ़ोर्ब्स 2021 की सूचि में उन्हें भारत की पहली और सबसे सशक्त महिला के रूप में जगह मिली है।
आंनदीबेन पटेल
आंनदीबेन पटेल का जन्म 21 नवम्बर 1941 में गुजरात के मेहसाणा जिले के विराजपुर तालुका के खरोद गांव में हुआ था.उनका पूरा नाम आंनदीबेन मफतभाई पटेल है। उन्होंने 1987 में भारतीय जनता पार्टी के साथ अपना राजनितिक करियर शुरू किया था.राजनीती में आने से पहले वे एक शिक्षिका के रूप में कार्य करती थी। आंनदीबेन पटेल पटेल ने गुजरात की पहली महिला मुख्य मंत्री के रूप में 2014 में अपना कार्यभार संभाला था.उन्होंने गुजरात में 100 प्रतिशत खुले में शौच-मुक्त करने का अभियान चलाया था. वर्तमान में वे उतर प्रदेश की राज्यपाल का पद संभाल रही हैं। उनके सख्त और कुशल प्रशासन के चलते उन्हें आयरन लेडी के नाम से भी जाना जाता हैं।
प्रतिभा पाटिल
प्रतिभा पाटिल का जन्म 19 दिसंबर 1934 में महाराष्ट्र के जलगांव जिले में हुआ था। उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा अपने गाँव जलगांव से ही पूरी करी हैं.इसके बाद उन्होने मूलजी कॉलेज से अपनी ग्रेजुएशन की है। ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने मुंबई के गवर्नमेंट लॉ कॉलेज से वकालत की पढ़ाई की थी। प्रतिभा पाटिल ने अपना राजनीति करियर शुरु करने से पहले एक समाज सेविका के रूप में काम किया हैं. उन्होंने हमेशा से महिलाओ की स्थिति को सुधारने पर जोर दिया है। मात्र 27 साल की आयु में उन्होंने अपना राजनीतिक करियर शुरू कर दिया था। महाराष्ट्र के ही जलगांव से उन्होंने 1962 में विधान सभा सदस्य का चुनाव लड़ा था और उस में जीत हासिल करी थी। इस पद पर वे 1985 तक लगातार बनी रही थी। 1972 में उन्हें महाराष्ट्र सरकार की समाज कल्याण मंत्री के रूप में चुना गया था। 1977 में उन्होंने शिक्षा मंत्री का भी पद संभाला था इसके अलावा वे कई अन्य पदों पर भी रह चुकी हैं। वे 2004 से लेकर 2007 तक राजिस्थान की राज्यपाल भी रह चुकी है. 2007 में उन्होंने देश की पहली राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी और 2012 तक वे इस पद पर बनी रही थी।
सोनिया गांधी
सोनिया गांधी का जन्म 9 दिसंबर 1946 को इटली में हुआ था। राजीव गांधी से विवाह के बाद वे भारत में ही रहने लगी। उन्होंने अपनि सास इंदिरा गांधी और पति राजीव गांधी की हत्या के बाद राजनीति से दुरी बना ली थी. परन्तु 1996 में कांग्रेस पार्टी की हार के बाद पार्टी पूरी तरह से डूबने लगी थी पार्टी की डूबती नैया को पार लगाने के लिए उन्होंने पार्टी की कमान संभालीऔर पार्टी को लगातार 10 साल तक देश की सत्ता पर बैठाकर रखा। वे कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष रही है। उन्होंने रायबरेली के सांसद पद की भी कमान संभाली है। वैसे तो उन्होंने कभी कोई बड़ा पद नहीं संभाला परन्तु वे हमेशा केंद्र की राजनीती की बागडोर संभालती आई हैं। उनके नाम पर सबसे ज्यादा समय तक कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष बने रहने का रिकॉर्ड हैं।
- Content Marketing : भारत में तेजी से बढ़ रहा है कंटेंट मार्केटिंग का क्रेज - January 22, 2025
- Black Magic Hathras: ‘काले जादू’ के नाम पर 9 वर्ष के बच्चे की बलि - January 18, 2025
- Digital Marketing: आपके व्यवसाय की सफलता की कुंजी ‘डिजिटल मार्केटिंग’ - January 18, 2025