गाजियाबाद के नाम बदलने को लेकर मेयर सुनीता दयाल ने दिया बड़ा बयान
Ghaziabad News:जैसे की ghaziabad का नाम बदलने के लिए हिन्दू पक्षकारो की मांग कई सालो से उठ रही है , तो क्या अब यूपी के शहर गाजियाबाद का भी नाम बदल दिया जाएगा? यह सवाल इसलिए भी सुर्खियों में है , क्योंकि इसको लेकर सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हो रही है। लोग अब मांग कर रहे हैं कि गाजियाबाद का नाम बदल जाना चाहिए।अब गाजियाबाद की मेयर सुनीता दयाल का भी बयान सामने आया है। उन्होंने अपने बयान में कहा है कि लोग इसकी मांग पिछले कई समय से कर रहे हैं, और हम इस पर विचार कर रहे हैं। लेकिन नाम बदलने का आखिरी फैसला राज्य सरकार का ही होगा।
मंगलवार को गाजियाबाद का नाम बदलने का प्रस्ताव नगर निगम में बहुमत से पास हो गया। जिसमे सिर्फ 2 पार्षदों ने प्रस्ताव का विरोध किया। नगर निगम की बैठक में दो नए नाम ‘गजनगर’ और ‘हरनंदी नगर’ सुझाए गए हैं। जिसपर सभी लोगो ने सहमति दिखाई है। अब इस प्रस्ताव को उत्तर प्रदेश सरकार की मंजूरी लेनी होगी। गाजियाबाद नगर निगम की बैठक में नाम बदलने का प्रस्ताव पास होते ही सदन में जोर -शोर से नारे बाजी शुरू हो गयी ,जो कई लोगो को पसंद भी नहीं आई। लोगो ने “भारत माता की जय” और “जय श्री राम” जैसे नारे लगा के अपनी जीत को दर्शायी ।सुचना के अनुसार , गाजियाबाद का नाम बदलने के प्रस्ताव का सिर्फ दो पार्षदों ने विरोध किया। अब गाजियाबाद का नाम बदलने का प्रस्ताव उत्तर प्रदेश सरकार को भेजा जाएगा। आख़िरकार गाजियाबाद के नए नाम पर वहीं से मोहोर लगेगी।
गाजियाबाद की स्थापना :
कहा जाता है , कि गाजियाबाद (Ghaziabad) को 14 नवंबर 1976 से पहले मेरठ की तहसील के रूप में जाना जाता था। 14 नवम्बर 1976 को तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री नारायण दत्त तिवारी ने गाजियाबद को एक ज़िला का दर्जा दिया था। गाजियाबाद नगर की स्थापना 1740 में मुगल सम्राट मुहम्मद शाह के वजीर गाजी-उद-दीन ने कोलकाता से पेशावर तक जाने वाली ग्रैंड ट्रंक रोड पर की थी, और तब उनके ही नाम पर इसे गाजी-उद-दीन नगर कहा जाने लगा था। बाद में इसका नाम गाजियबाद हो गया जो प्रयोग में छोटा और सरल था।मुगल काल में गाजियाबाद और इसके आसपास के क्षेत्र (विशेषकर हिंडन के तट) मुगल शाही परिवार के लिए पिकनिक स्थल थे।गाजियबाद उत्तर प्रदेश का एक औद्योगिक जिला है। जहाँ कई बड़े- बड़े उद्योग बसे हुए है। यह प्रमुख नगरीय क्षेत्र होने के नाते अच्छी तरह से सड़कों और रेल से जुड़ा हुआ है।
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मेयर सुनीता दयाल ने दिया बड़ा बयान :
गाजियाबाद की मेयर सुनीता दयाल (Sunita Dayal) के बयान के बाद अब यह साफ़ है कि सीएम योगी आदित्य नाथ के आखरी फैसले के बाद गाजियबाद का नाम बदल जाना अब तय है। योगी आदित्य नाथ ने सीएम बनने के बाद कई ऐसे ऐसे बड़े फैसले लिए है ,आइये जानते है अब तक कितने स्थानों के नाम योगी सरकार बदल चुकी है। योगी सरकार ने इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज रख दिया है , मुगलसराय का नाम पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन रख दिया गया है , फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या कर दिया गया है। इतना ही नहीं झांसी का नाम बदलकर वीरांगना लक्ष्मीबाई कर दिया गया है ।
कब तक लिया जा सकता है फैसला ?
वैसे तो 2024 के लोकसभा इलेक्शन के लिए यूपी में बीजेपी के पास राम मंदिर जैसे कई बड़े मुद्दे है। पर फिर भी योगी सरकार 2024 के लोकसभा इलेक्शन को ध्यान में रखते जल्द से जल्द नाम बदलने के फैसले को मंजूरी दे सकती है , ताकि वह इस फैसले से ज्यादा से ज्यादा हिन्दू वोटरों को साध सके। अब देखना ये है कि योगी सरकार गाजियाबाद के नाम को लेकर कब तक फैसला लेती है?
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