PM Janman Maha Abhiyan Narendra Modi: झारखंड के जनजाति समूहों से मोदी ने किया संवाद
PM Janman Maha Abhiyan Narendra Modi: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी झारखंड राज्य स्थित गुमला के बिशुनपुर व खूंटी के अड़की प्रखंड के विलुप्तप्राय जनजाति समूह के लोगों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने पीएम-जनमन योजना (जनजाति आदिवासी न्याय महा अभियान) के अंतर्गत प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत देश के एक लाख अति पिछड़े जनजातीय परिवार को घर बनाने के लिए पैसा उनके खाते में ट्रांसफर किया।
मोदी ने कहा कि 10 साल में चार करोड़ गरीबों को पक्का मकान दिया गया है। अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचे। यह सरकार की प्राथमिकता है। आज से दो माह पहले बिरसा मुंडा की जयंती पर खूंटी से जनमन महाअभियान की शुरुआत की गयी थी। इसके तहत सरकार विभिन्न योजनाओं में 23000 करोड़ से ज्यादा खर्च करने जा रही है। सरकार का मानना है कि विकास तभी संभव है। जब कोई व्यक्ति छूटे नहीं। अंतिम व्यक्ति तक लाभ मिले।
2.5 लाख रुपए दिया जाएगा घर बनाने
उन्होंने कहा कि मोदी की गारंटी मतलब गारंटी के पूरा होने की गारंटी। जनजाति परिवार के लोगों को एक-एक घर बनाने के लिए 2.5 लाख रुपए दिया जाएगा। इसके अलावा सभी अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ उठाएं। केंद्र सरकार आपको अपने घर बनाने के लिए ढाई लाख रुपए भेज रही है। उसमें अगर कोई हिस्सा मांगे तो आप एक रुपए भी किसी को मत देना। इस पैसे पर आप का हक है। कोई बिचौलिए का नहीं है। प्रधानमंत्री ने कहा कि 10 वर्षों से लगातार कोशिश हो रही है कि हर इलाके में हर जरूरतमंद तक योजनाओं का लाभ पहुंचे।
24 हजार करोड़ की पीएम-जनमन योजना
प्रधानमंत्री ने दो महीने पहले 15 नवंबर को बिरसा मुंडा की जन्मभूमि खूंटी के उलिहातू से ही देशभर के विशेष रूप से कमजोर जनजाति समूहों (पीवीटीजी) के लिए 24 हजार करोड़ रुपये की पीएम जनजाति आदिवासी न्याय महा अभियान (पीएम-जनमन योजना) की शुरुआत की थी। इस योजना का उद्देश्य पीवीटीजी परिवारों और बस्तियों को सुरक्षित आवास, स्वच्छ पेयजल और स्वच्छता जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, बिजली, सड़क और दूरसंचार कनेक्टिविटी तथा स्थायी आजीविका के अवसरों तक बेहतर पहुंच स्थापित करके उनकी सामाजिक व आर्थिक स्थिति में सुधार लाना है।
रामलला अपने दिव्य मंदिर में दर्शन देंगे
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला अपने दिव्य मंदिर में दर्शन देंगे। उक्त अवसर पर प्राण प्रतिष्ठा हेतु मुझे भी आमंत्रण मिला है। मैं 11 दिन व्रत अनुष्ठान कर रहा हूं। मकर संक्रांति से लेकर 22 जनवरी तक सभी मंदिरों में विशेष सफाई अभियान चलाएं। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत प्रधानमंत्री से चार आदिम जनजाति की महिलाओं से बात करना तय हुआ था। परंतु, समय के अभाव के कारण पीएम ने एक ही महिला से बात कर सरकार द्वारा मिल रही योजनाओं की स्थिति की जानकारी ली। वहीं मौके पर सैंकड़ों आदिम जनजाति के लोग मौजूद थे। सभी पारंपरिक वेश भूषा व नये कपड़े पहने हुए थे। यह पहला अवसर था। जब पीएम ने आदिम जनजाति महिला से बात की। जिस कारण लोगों में खुशी थी।
8000 से अधिक गांव में कैंप लगाये गये
जनजातीय मामले सह कृषि विभाग की केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कार्यक्रम में लाभुको के बीच एक करोड़ 64 लाख 73 हजार रुपये की परिसंपत्ति का वितरण किया। अर्जुन मुंडा ने कहा कि 75 पीवीटीजी जाति के 39 लाख आबादी तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से यह कार्यक्रम आयोजित है। दो माह पूर्व महाअभियान की शुरुआत हुई और 8000 से अधिक गांव में कैंप लगाये गये।
आजादी के 75 साल तक कोई लाभ नहीं मिला था। लेकिन प्रधानमंत्री के लक्ष्य निर्धारण का परिणाम है कि आज गांव गांव तक योजनाओं का लाभ पहुंच रहा है। केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, सांसद सुदर्शन भगत, राज्यसभा सांसद समीर उरांव सहित अन्य अतिथियों ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम स्थल में विभिन्न विभागों द्वारा लगाये गये स्टॉल का निरीक्षण किया। इसके उपरांत मेडिकल यूनिट वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मेडिकल यूनिट वैन गांव गांव पहुंच कर ग्रामीणों का निशुल्क उपचार करेगी। वहीं स्टॉल का निरीक्षण करने के उपरांत मीडिया से मुखातिब हुए।