Snake Bite In India: 4 लाख से अधिक लोग स्थायी तौर पर दिव्यांग
Snake Bite In India: देश में सांप काटने को लेकर आंकड़े चौंकाने वाले हैं। डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार भारत में हर साल 50 लाख सांप काटने की घटनाएं होती हैं। इनमें से 27 लाख मामलों में सांप जहरीले होते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, देश में हर साल सांप काटने से 81,000 से लेकर 1,38,000 तक मौतें होती हैं। सांप काटने के कारण लगभग 4 लाख से अधिक लोग स्थायी तौर पर दिव्यांग हो जाते हैं। कई ऐसे में भी मामले हैं जो दर्ज नहीं किए जाते हैं। अक्सर पीड़ित इलाज का सहारा नहीं लेते हैं। इसके कारण उनके पास तक स्वास्थ्य सेवाएं नहीं पहुंच पाती हैं। सांप काटने से मरने वालों में महिलाओं के मुकाबले पुरुषों का प्रतिशत अधिक है। इसका एक कारण पुरुषों का खेतों में काम करना भी है।
कुछ राज्यों में मृतकों के परिजनों को मुआवजा
भारत में कुछ राज्य सर्प दंश से होने वाली मौतों के लिए मृतकों के परिजनों को मुआवजा देते हैं। बिहार सरकार ने 2022 में घोषणा की थी कि सांप काटने से होने वाली मौत पर मृतक के परिजनों को चार लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। वहीं केरल में सांप काटने से होने वाली मौत पर वहां की राज्य सरकार मुआवजे में 5 लाख रुपये देती है। पहले केरल सरकार दो लाख रुपये देती थी। लेकिन केरल स्टेट ह्यूमन राइट्स कमीशन ने सरकार को निर्देश दिया था कि यह मुआवजा बहुत कम है और इसे बढ़ाकर पांच लाख रुपये कर दिया जाए।
इसके अलावा यूपी में सरकार सांप के काटने से मरने पर 4 लाख रुपये का मुआवजा देती है। अगर मरने वाला शख्स किसान है तो उसे अतिरिक्त एक लाख रुपये किसान बीमा योजना के तहत इसी मुआवजा राशि में जोड़कर परिवार को दिया जाता है। तमिलनाडु ने 2013 में सांप काटने से जान गंवाने वाले चार साल के बच्चे के परिवार कोमद्रास हाईकोर्ट के आदेश के बाद एक लाख रुपये का मुआवजा दिया था।
सांप के जहर को फैलने से रोकेगी दवा
ऑस्ट्रेलिया स्थित सिडनी विश्वविद्यालय से संबद्ध लेखक ग्रेग नीली ने कहा कि हेपेरिन नामक दवा ‘कोबरा के काटने से होने वाले नुकसान को काफी हद तक कम कर सकती है और यह जहर फैलने की गति को धीमा भी कर सकती है जिससे जीवित रहने की दर में सुधार हो सकता है। वर्तमान सर्प विष रोधी उपचार सर्पदंश वाली जगह पर ऊतकों और कोशिकाओं के निष्क्रिय होने का प्रभावी समाधान नहीं करता जिसका परिणाम कभी-कभी अंग विच्छेद के रूप में निकलता है।
मानव जीन को संशोधित करने के लिए सीआरआईएसपीआर प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए टीम ने उन विभिन्न तरीकों की पहचान की जिनसे कोबरा के जहर को रोका जा सकता है। अनुसंधानकर्ताओं ने हेपरिन सहित रक्त को पतला करने वाली दवाओं का उपयोग किया और मानव कोशिकाओं तथा चूहों पर परीक्षण के बाद पाया कि वे कोबरा के काटने से होने वाले ऊतक एवं कोशिका क्षय को रोकने में सक्षम हैं।
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( डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट – 2023 )
- – 45-54 लाख लोग सर्पदंश की चपेट में आते हैं दुनिया भर में हर साल
- – 1।38 लाख लोगों की जटिलताओं के कारण मौत हो जाती है
- – 3,5000 से अधिक प्रजातियां हैं दुनिया भर में सांपों की
- – 600 प्रजातियां जहरीली हैं दुनिया में सांपों की
- – 200 प्रजातियां ही ऐसी हैं जो मानव जीवन के लिए भी काफी खतरा पैदा करती हैं
- – 7% प्रजातियां ही किसी इंसान को मारने या गंभीर रूप से घायल करने में सक्षम हैं
- – 12 लाख लोग सर्प दंश से मर गए 2000 से 2019 तक भारत में, इनमें 97% मौतें ग्रामीण इलाकों में हुई हैं।
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Snake Bite In India
सबसे जहरीले सांप
- – इंडियन कोबरा (नाजा नाजा)
- – कॉमन क्रेट (बंगारस कैर्यूलस)
- – रसेल वाइपर (दबोइया रसेली)
- – सॉ-स्केल्ड वाइपर (एचिस कैरिनैटस)
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