Russia Ukraine War: यूक्रेन में फंसे 22,000 से अधिक भारतीय छात्रों को निकालने का प्रयास सफल रहा
Russia Ukraine War: हाल रही में ब्रिटेन दौरे पर गए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रूस के साथ युद्ध के दौरान यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को निकालने के प्रयासों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की। लंदन में नागरिक अभिनंदन समारोह में राजनाथ सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने फंसे भारतीय छात्रों की सुरक्षित वापसी के लिए रूस और यूक्रेन, दोनों देशों के नेताओं के साथ चर्चा की। मोदी के कूटनीतिक प्रयासों के परिणामस्वरूप युद्ध संघर्ष में 4-5 घंटे रोका गया था। उन्होंने कहा कि विश्व में भारत अपनी एक अलग पहचान बना चुका है।
आज पूरी दुनिया भारत की तरफ देख रहा है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के कारण ही चार-पांच घंटे का संघर्ष विराम हुआ। इस कारण भारतीय छात्र और नागरिकों को आसानी से निकाला जा सका। यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए देश ने ‘ऑपरेशन गंगा’ चलाया था। इस ऑपरेशन के तहत यूक्रेन के लिए देश से हवाई जहाजों ने 80 बार यूक्रेन के लिए उड़ानें भरी थीं।
पुतिन – जेलेंस्की – बाइडन से की बात
राजनाथ सिंह ने कहा “जब रूस और यूक्रेन के बीच सैन्य संघर्ष छिड़ गया, तो कीव और यूक्रेन में अन्य जगहों पर पढ़ रहे हमारे बच्चों के माता-पिता काफी चिंतित थे। उन्हें सुरक्षित वापस लाने के लिए देश के पीएम मोदी ने जिम्मेदारी लेते हुए सबकी सुरक्षा सुनिश्चित की। उन्होंने तुरंत रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को फोन किया और साथ ही साथ यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की से भी बात की। साथ ही साथ यह भी सुनिश्चित किया कि अमेरिका के कारण छात्रों की सुरक्षा पर कोई असर ना पड़े ऐसे में पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से भी बात की। यह पीएम मोदी का ही प्रयास था कि युद्ध को 4-5 घंटे के लिए रोक दिया गया। यूक्रेन से करीब 22,000 से अधिक छात्रों को बाहर निकाला जा सका।
‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत 80 उड़ानें
राजनाथ सिंह ने कहा कि यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत 80 उड़ानों से तमाम भारतीय नागरिकों और छात्रों को निकाला गया था। इसके साथ सरकार ने दो दर्जन से अधिक केंद्रीय मंत्रियों को भी बिना किसी रुकावट के निकासी अभियानों की निगरानी करने का काम सौंपा था। प्रधान मंत्री मोदी ने भारतीयों की निकासी की निगरानी के लिए अपने चार केंद्रीय कैबिनेट सहयोगियों – ज्योतिरादित्य सिंधिया, हरदीप सिंह पुरी, किरेन रिजिजू और वीके सिंह को हंगरी, रोमानिया, स्लोवाकिया और पोलैंड भेजा। भारत सरकार ने निकासी प्रक्रिया की निगरानी करने और दिल्ली और मुंबई हवाई अड्डों पर साथी मूल निवासियों को व्यक्तिगत रूप से प्राप्त करने के लिए मंत्रियों को भी शामिल किया है, क्योंकि वे ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत हंगरी, रोमानिया, स्लोवाकिया और पोलैंड से आए थे।
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