Women Officers of Indian: सेना की ये पांच महिला अधिकारी, देश की रक्षा के लिए निभा रहीं है दमदार भूमिका
Women Officers of Indian: ये बात तो आप जानते ही होंगे कि हमारे देश में हमेशा से ही नारी को शक्ति का रूप माना जाता है। आज के समय पर नारी शक्ति देश के बाहर और अंदर मौजूद दुश्मनों से देश की रक्षा करने के साथ ही साथ दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब भी दे रही हैं।
सरकार भी सेना में महिलाओं को प्राथमिकता के आधार पर बढ़ाने के लिए कई तरह के प्रयास कर रही है
अपने देखा होगा पिछले कुछ समय में हमारे देश में सेनाओं में महिलाओं की संख्या तेजी से बढ़ी है। इस बढ़ती संख्या को देख कर सरकार भी प्राथमिकता के आधार पर सेनाओं में उनकी भूमिका को बढ़ाने के लिए कई तरह के प्रयास कर रही है। आपको जान कर खुशी होगी हाल ही में शॉर्ट सर्विस कमीशन (एसएससी) प्राप्त महिला अधिकारियों को भारतीय सेना के सभी दस प्रभागों में स्थायी कमीशन प्रदान किया गया है। वहीं दूसरी तरफ चार महिला अधिकारियों को भारतीय नौसेना के युद्धपोतों पर नियुक्त किया गया है। कैप्टन तानिया शेरगिल ने गणतंत्र दिवस परेड 2020 में पुरुष सैनिकों के दल का नेतृत्व किया। तो चलिए आज उन महिलाओं के बारे में जानते है जो देश की रक्षा के लिए निभा रहीं है दमदार भूमिका।
लेफ्टिनेंट जनरल पुनीता अरोड़ा: आपको बता दें कि भारतीय सेना में महिलाओं को स्थान दिलाने का श्रेय पुनीता अरोड़ा को जाता है। पुनीता अरोड़ा भारतीय नौसेना की पहली लेफ्टिनेंट जनरल थीं। पुनीता अरोड़ा का जन्म आजादी से पहले पाकिस्तान के लाहौर प्रांत में 13 अक्तूबर 1932 को हुआ था। साल 2004 में वह भारतीय नौसेना के लेफ्टिनेंट जनरल के पद पर नियुक्त होने वाली पहली भारतीय महिला बनीं।
कारगिल गर्ल गुंजन सक्सेना: गुंजन सक्सेना को भला कौन नहीं जानत। मशहूर फ्लाइट लेफ्टिनेंट गुंजन सक्सेना को कारगिल गर्ल के नाम से भी जाना जाता है। गुंजन सक्सेना ने कारगिल युद्ध के दौरान दुश्मनों के सामने अपना दमखम दिखाया था। बता दें वह पहली भारतीय महिला पायलट थीं, जिन्होंने कारगिल युद्ध के दौरान लड़ाई में भारत की तरफ से पाकिस्तानी सेना को टक्कर दी थी।
किरण शेखावत: आपको जान कर थोड़ा दुःख जरूर होगा लेकिन आपको बता दें कि देश के लिए कुर्बान होने वाले यानि शहीद जवानों में एक महिला भी शामिल हैं। किरण शेखावत, किरण शेखावत देश की पहली भारतीय महिला शहीद हैं। उनका जन्म राजस्थान के सेफरागुवार में 1 मई 1998 को हुआ था। हरियाणा में शादी के बाद लेफ्टिनेंट किरण शेखावत ऑन ड्यूटी शहीद होने वाली पहली महिला अधिकारी थीं।
एयर मार्शल पद्मावती बंदोपाध्याय: बता दें पद्मावती बंधोपाध्याय भारतीय वायुसेना की पहली महिला एयर मार्शल थीं। 1968 में पद्मावती बंधोपाध्याय वायुसेना में शामिल हुईं और लगातार 34 वर्षों तक देश सेवा में तत्पर रहीं। वहीं साल 2002 में एयर वाइस मार्शल के पद पर पद्मावति को पदोन्नति मिली।
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