Fake Trading Scam – बाजार में बड़ा घोटाला चलाया जा रहा
Fake Trading Scam: शेयर बाजार इन दिनों जोरदार कारोबार कर रहा है। वास्तव में बाजार रिटेल निवेशकों के दम पर चल रहा है, क्योंकि उनमें निवेश की होड़ मची है। यही वजह है कि 2020 के बाद ट्रेडिंग करने के लिए जरूरी डिमैट खातों की संख्या 4 करोड़ से बढ़कर 16 करोड़ से ज्यादा हो चुकी है। इन चार सालों में रिटेल निवेशकों ने पैसे भी बनाए हैं। बीते कुछ समय में निवेशकों को बाजार से भारी भरकम रिटर्न का लालच देने वाले कई फेक ट्रेडिंग एप भी आ चुके हैं, जो एक बड़े घोटाले में तब्दील होता जा रहा है। बाजार के दिग्गज इन फेक ट्रेडिंग एप को लेकर खासी चिंता जाहिर कर रहे हैं। जीरोधा के फाउंडर नितिन कामथ ने भी सोशल मीडिया में इसे लेकर चिंता जाहिर की है। नितिन कामथ ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट में लिखा, ‘ये फेक ट्रेडिंग एप निवेशकों को सपना दिखा रहे हैं कि बाजार में पैसे बनाना बेहद आसान है। इस लालच में निवेशक फंस भी रहे हैं। ऐसे फेक ट्रेडिंग एप के जरिए बाजार में बड़ा घोटाला चलाया जा रहा है।’
निवेशकों को एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा जाता
सबसे पहले निवेशकों को एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा जाता है। उसके बाद फेक ट्रेडिंग एप को इंस्टॉल करने को कहा जाता है, जो बड़े ब्रोकरों की ट्रेडिंग साइट्स जैसे नजर आते हैं। इन फेक ट्रेडिंग एप पर पहले कुछ ट्रेड में निवेशक पैसे बनाने में भी सफल हो जाते हैं। निवेशकों का भरोसा जीत उन्हें बताया जाता है कि वे और मोटी कमाई कर सकते हैं। इसके बाद शुरू होता है असली खेल। ये फेक ट्रेडिंग एप ट्रेड करने के लिए निवेशकों को पैसा ट्रांसफर करने के लिए कहते हैं, लेकिन जब निवेशक अपना पैसा वापस लेने की कोशिश करते हैं तो उन्हें फीस टैक्स जमा करने के लिए कहा जाता है और कुछ देर बाद पूरा व्हाट्सएप ग्रुप और उसमें शामिल लोग अचानक गायब हो जाते हैं। हैरानी की बात यह है कि स्मार्ट, बुद्धिमान और शिक्षित लोग भी इस स्कैम के झांसे में आ रहे हैं।
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विनिमय बोर्ड के तहत पंजीकृत नहीं
कई फेक ट्रेडिंग एप है, जिसके जरिये फ्रॉड किये जा रहे हैं। आईएनईसीजी, सीएचएस-एसईएस, एसएएआई, एसईक्यूयूओआईए और जीओओएम नाम के फर्जी है। ये सभी एप भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड के तहत पंजीकृत नहीं है। ये यूजर को सिफारिशों के आधार पर स्टॉक ट्रेडिंग करवाते हैं। इनका इस्तेमाल करके यूजर जो शेयर खरीदता है, वह जालसाजों के बैंक अकाउंट में जाता है। सेबी ने निवेशकों को कहा है कि वह सोशल मीडिया, व्हाट्सएप ग्रुप, टेलीग्राम चैनल या एप के जरिये मिलने वाले संदेश से दूर रहे। गृह मंत्रालय की तरफ से हैंडल हो रहे साइबर दोस्त सोशल मीडिया अकाउंट से भी लोगों को सावधान रहने और ऐसे स्कैम से बचने की सलाह दी गई है।
शिक्षित लोग भी आ रहे झांसे में
सबसे ज्यादा हैरानी की बात ये है कि यहां तक की स्मार्ट, बुद्धिमान और शिक्षित लोग भी इस स्कैम के झांसे में आ जा रहे हैं। उन्होंने निवेशकों को नसीहत देते हुए कहा, हमेशा इस बात को याद रखिए, अगर कोई चीज सच होने के लिए बहुत अच्छी है तो वो हमेशा सच होती है। उन्होंने कहा, आसानी से पैसा बनाने के दावों को संदेह की नजर से देखना बेहद जरूरी है। उन्होंने एक वीडियो लिंक भी शेयर किया है जिसमें निवेशकों में जागरुकता फैलाने के मकसद से तैयार किया गया है। उन्होंने निवेशकों से इस वीडियो को अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों के साथ साझा करने को भी कहा है।
डेवलपर की प्रोफाइल जरूर देखें
यह चेक कर लें कि एप के डेवलपर कौन हैं। इनकी जानकारी पहले से प्राप्त कर लें। इसके बाद डेवलपर की प्रोफाइल देखें और यह तय कर लें कि ये भरोसेमंद कंपनी है या नहीं। इसके बाद इनके रिव्यू और हाई रेटिंग भी वेरीफाई कर लें। धोखाधड़ी से बचने के लिए सिर्फ आधिकारिक स्टॉक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म की वेबसाइट से ही एप डाउनलोड करें। किसी फेक वेबसाइट या लिंक से एप डाउनलोड ना करें। एप इंस्टॉल चेक करते समय मांगी गई प्रमोशन की जांच करें। अगर कांटेक्ट्स, मैसेज या लोकेशन की जानकारी मांगी जाए तो सतर्क रहें। अगर एप को डाउनलोड करने के बाद अनिधिकृत लॉगिन या आपके अकाउंट से अनजान ट्रांजेक्शन हो, तो अपने ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म की कस्टमर सर्विस से संपर्क करें और रिपोर्ट करें।
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फेक न्यूज का शिकार हुए अमिताभ बच्चन
हाल ही में बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन एक बार फिर इंटरनेट पर फेक न्यूज का शिकार हुए हैं। इस बार एक फर्जी इंटरव्यू में उन्हें अवैध ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का प्रचार करते हुए दिखाया गया है। यह इंटरव्यू एक अनजान वेबसाइट पर पब्लिश हुआ है। इसमें बीबीसी के लोगो का गलत इस्तेमाल किया गया है। इस फर्जी इंटरव्यू में अमिताभ बच्चन अपनी फिल्म ‘कलकी 2898 एडी’ के निर्देशक नाग अश्विन से बात करते हुए दिख रहे हैं। उन्हें जल्दी पैसा कमाने के लिए एक ऐप डाउनलोड करने की सलाह देते हैं। इस वेबसाइट पर दिख रहे बीबीसी के लोगो पर क्लिक करने पर असली बीबीसी की वेबसाइट नहीं खुलती, बल्कि यह आपको उस फर्जी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर ले जाता है। इस फेक न्यूज में यह भी दावा किया गया है कि अमिताभ बच्चन के फैंस उनकी रिहाई की मांग कर रहे हैं। जबकि हकीकत में अमिताभ बच्चन को किसी भी मामले में गिरफ्तार नहीं किया गया है। अमिताभ बच्चन और नाग अश्विन दोनों ने ही इस फेक इंटरव्यू पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब किसी मशहूर हस्ती को इस तरह के फर्जीवाड़े का शिकार होना पड़ा है। इससे पहले भी अभिनेत्री कृति सैनन और उद्योगपति अनंत अंबानी को लेकर भी इसी तरह की अफवाहें फैलाई गई थीं।
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